सीहोर में लगातार दूसरे दिन छाया रहा घना कोहरा:विजिबिलिटी 40 मीटर तक रही; अगले तीन दिन हो सकती है बारिश
सीहोर में लगातार दूसरे दिन छाया रहा घना कोहरा:विजिबिलिटी 40 मीटर तक रही; अगले तीन दिन हो सकती है बारिश
सीहोर में गुरुवार को लगातार दूसरा दिन है जब पूरा जिला घने कोहरे की चपेट में है। लगातार तेज हवाओं के कारण लोगों को शीत लहर ने कंपकपा दिया है। हालांकि न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। अब मौसम विभाग ने पूर्व अनुमान जताया है कि अगले तीन दिन बारिश होने की संभावना है, कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। जानकारी के अनुसार, गुरुवार को सुबह से ही पूरा जिला कोहरे की चपेट रहा। विजिबिलिटी इस दौरान लगभग 40 मीटर दर्ज की गई है। बता दें कि बुधवार से घना शुरू हुआ है जो आज भी जारी रहा। मौसम विभाग ने बताया कि अगले तीन दिन तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ के साथ-साथ एक अन्य सिस्टम भी एक्टिवेट हो रहा है। शासकीय कृषि कॉलेज में स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएस तोमर ने बताया कि हवाओं की दिशा अभी तक पूर्व से चल रही थी जो अब उत्तर दिशा से हो गई है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि अगले तीन दिन बारिश होने की प्रबल संभावना है, बारिश होने के बाद जब आसमान साफ होगा तो न्यूनतम तापमान में अचानक गिरावट दर्ज होगी।
सीहोर में गुरुवार को लगातार दूसरा दिन है जब पूरा जिला घने कोहरे की चपेट में है। लगातार तेज हवाओं के कारण लोगों को शीत लहर ने कंपकपा दिया है। हालांकि न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। अब मौसम विभाग ने पूर्व अनुमान जताया है कि अगले तीन दिन बारिश होने की संभावना है, कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। जानकारी के अनुसार, गुरुवार को सुबह से ही पूरा जिला कोहरे की चपेट रहा। विजिबिलिटी इस दौरान लगभग 40 मीटर दर्ज की गई है। बता दें कि बुधवार से घना शुरू हुआ है जो आज भी जारी रहा। मौसम विभाग ने बताया कि अगले तीन दिन तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ के साथ-साथ एक अन्य सिस्टम भी एक्टिवेट हो रहा है। शासकीय कृषि कॉलेज में स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएस तोमर ने बताया कि हवाओं की दिशा अभी तक पूर्व से चल रही थी जो अब उत्तर दिशा से हो गई है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि अगले तीन दिन बारिश होने की प्रबल संभावना है, बारिश होने के बाद जब आसमान साफ होगा तो न्यूनतम तापमान में अचानक गिरावट दर्ज होगी।