अब एक्सीडेंट में गंभीर घायलों को मिलेगी एयर एंबुलेंस:अस्पताल से घर तक डेडबॉडी ले जाने सरकार मुहैया कराएगी शव वाहन, जिलों से होगी शुरुआत
अब एक्सीडेंट में गंभीर घायलों को मिलेगी एयर एंबुलेंस:अस्पताल से घर तक डेडबॉडी ले जाने सरकार मुहैया कराएगी शव वाहन, जिलों से होगी शुरुआत
अब रोड एक्सीडेंट, हादसों में गंभीर रूप से घायलों को भी एयर एम्बुलेंस के जरिए बडे़ अस्पतालों तक पहुंचाया जाएगा। सीएम डॉ. मोहन यादव ने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में ये बात कही। सीएम ने कहा- प्रदेश में एयर एम्बुलेंस सेवा को ज्यादा प्रभावी बनाते हुए गंभीर मरीजों के साथ ही दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायलों के लिए उपयोग किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से बीमार लोगों को उपचार मुहैया कराया जाए। कैंसर जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को जरूरी उपचार सुविधाएं प्राथमिकता से दिलवाई जाएं। एमपी देश में पहला राज्य, जहां मरीजों को मिलती है एयर एम्बुलेंस
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। जहां मरीजों के लिए एयर एम्बुलेंस सुविधा उपलब्ध है। इस सुविधा का विस्तार इस तरह किया जाएगा कि किसी भी दुर्घटना स्थल पर भी एयर एम्बुलेंस को पहुंचाया जा सके। दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को डॉक्टर और कलेक्टर द्वारा निर्णय लेकर चिकित्सा संस्थानों तक भेजने की व्यवस्था की जाएगी। वर्तमान में एयर एम्बुलेंस सेवा के अंतर्गत एक हेलीकाप्टर और एक एरोप्लेन उपलब्ध है। भविष्य की जरूरतों को देखते हुए राज्य के विभिन्न जोन निर्धारित कर इस सेवा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। अस्पताल से घर तक पार्थिव देह ले जाने मिलेंगे शव वाहन सीएम ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अस्पतालों से घर तक पार्थिक देह ले जाने के लिए शव वाहन उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया है। यह व्यवस्था जिलों से शुरू होगी, बाद में इसका विकास खंड और तहसील स्तर तक विस्तार किया जाएगा। पीपीपी मोड पर नए मेडिकल कॉलेज
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पीपीपी मॉडल पर नए मेडिकल कॉलेज शुरू किए जा रहे हैं। पिछले साल नीमच, मंदसौर और सिवनी में कॉलेज शुरू किए गए। इस तरह के अन्य मेडिकल कॉलेज भी शुरू होंगे। इसके लिए जरूरी प्रक्रिया चल रही है। जटिल बीमारियों की आसानी से जांच और उपचार के लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं। अंगदान और देहदान को प्रोत्साहन मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि हर जिले में अंगदान की घोषणा करने वालों और देहदान का संकल्प लेने वालों को प्रोत्साहित किया जाए। अंगदान से एक से अधिक रोगियों को लाभ मिलता है। देहदान से चिकित्सा शिक्षा के विद्यार्थियों को अध्ययन की दृष्टि से पार्थिव देह की उपलब्धता संभव होती है। अंगदान और देहदान का संकल्प लेने वाले नागरिकों एवं उनके परिजन को महत्वपूर्ण अवसरों पर सम्मानित किया जाए। रिटायर्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर की सेवाएं लेंगे सीएम ने निर्देश दिए कि विभिन्न रिटायर्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की सेवाएं मेडिकल कॉलेजों में मरीजों के इलाज के लिए ली जाएं। नए मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के पदों को भरने की प्रक्रिया भी चल रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रालय में लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, मुख्य सचिव अनुराग जैन, मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा संदीप यादव और अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।
अब रोड एक्सीडेंट, हादसों में गंभीर रूप से घायलों को भी एयर एम्बुलेंस के जरिए बडे़ अस्पतालों तक पहुंचाया जाएगा। सीएम डॉ. मोहन यादव ने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में ये बात कही। सीएम ने कहा- प्रदेश में एयर एम्बुलेंस सेवा को ज्यादा प्रभावी बनाते हुए गंभीर मरीजों के साथ ही दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायलों के लिए उपयोग किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से बीमार लोगों को उपचार मुहैया कराया जाए। कैंसर जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को जरूरी उपचार सुविधाएं प्राथमिकता से दिलवाई जाएं। एमपी देश में पहला राज्य, जहां मरीजों को मिलती है एयर एम्बुलेंस
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। जहां मरीजों के लिए एयर एम्बुलेंस सुविधा उपलब्ध है। इस सुविधा का विस्तार इस तरह किया जाएगा कि किसी भी दुर्घटना स्थल पर भी एयर एम्बुलेंस को पहुंचाया जा सके। दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को डॉक्टर और कलेक्टर द्वारा निर्णय लेकर चिकित्सा संस्थानों तक भेजने की व्यवस्था की जाएगी। वर्तमान में एयर एम्बुलेंस सेवा के अंतर्गत एक हेलीकाप्टर और एक एरोप्लेन उपलब्ध है। भविष्य की जरूरतों को देखते हुए राज्य के विभिन्न जोन निर्धारित कर इस सेवा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। अस्पताल से घर तक पार्थिव देह ले जाने मिलेंगे शव वाहन सीएम ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अस्पतालों से घर तक पार्थिक देह ले जाने के लिए शव वाहन उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया है। यह व्यवस्था जिलों से शुरू होगी, बाद में इसका विकास खंड और तहसील स्तर तक विस्तार किया जाएगा। पीपीपी मोड पर नए मेडिकल कॉलेज
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पीपीपी मॉडल पर नए मेडिकल कॉलेज शुरू किए जा रहे हैं। पिछले साल नीमच, मंदसौर और सिवनी में कॉलेज शुरू किए गए। इस तरह के अन्य मेडिकल कॉलेज भी शुरू होंगे। इसके लिए जरूरी प्रक्रिया चल रही है। जटिल बीमारियों की आसानी से जांच और उपचार के लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं। अंगदान और देहदान को प्रोत्साहन मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि हर जिले में अंगदान की घोषणा करने वालों और देहदान का संकल्प लेने वालों को प्रोत्साहित किया जाए। अंगदान से एक से अधिक रोगियों को लाभ मिलता है। देहदान से चिकित्सा शिक्षा के विद्यार्थियों को अध्ययन की दृष्टि से पार्थिव देह की उपलब्धता संभव होती है। अंगदान और देहदान का संकल्प लेने वाले नागरिकों एवं उनके परिजन को महत्वपूर्ण अवसरों पर सम्मानित किया जाए। रिटायर्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर की सेवाएं लेंगे सीएम ने निर्देश दिए कि विभिन्न रिटायर्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की सेवाएं मेडिकल कॉलेजों में मरीजों के इलाज के लिए ली जाएं। नए मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के पदों को भरने की प्रक्रिया भी चल रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रालय में लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, मुख्य सचिव अनुराग जैन, मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा संदीप यादव और अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।