इंदौर-मनमाड़ रेल परियोजना का भूमि अधिग्रहण शुरू:सांसद गजेंद्र सिंह बोले- सर्वे शुरू कसरावद महेश्वर के 5-5 गांव जुड़ेंगे
इंदौर-मनमाड़ रेल परियोजना का भूमि अधिग्रहण शुरू:सांसद गजेंद्र सिंह बोले- सर्वे शुरू कसरावद महेश्वर के 5-5 गांव जुड़ेंगे
केंद्र सरकार की विशेष दर्जा प्राप्त 18 हजार करोड़ लागत की इंदौर-मनमाड़ रेल परियोजना का भूमि अधिग्रहण शुरू हो गया है। सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने बताया कि परियोजना से खरगोन जिले की महेश्वर व कसरावद तहसील के पांच-पांच गांव भी शामिल हैं, जहां से रेल मार्ग गुजरेगा। सांसद ने कहा, खरगोन, बड़वानी, धार जिलों के राजस्व अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। भूमि अधिग्रहण व अन्य काम तेजी से पूरे हो सकेंगे। प्रोजेक्ट में सेंधवा, राजपुर, ठीकरी, कसरावद व महेश्वर तहसीलों की भूमि का अधिग्रहण होगा। इसमें खरगोन जिले की कसरावद तहसील के जरोली, औरंगपुरा, नगांवा, कोठड़ा, ज्ञानपुरा और महेश्वर तहसील के मोहिदा, मक्सी, भेदल्याबड़ा, कुसुम्बिया, नीमगढ़ शामिल हैं। सांसद गजेंद्र सिंह ने बताया मनमाड़ से धुले के बीच 60 किमी हिस्से में काम शुरू हो गया है। यह परियोजना वर्ष 2028-29 तक पूरी की जानी प्रस्तावित है। यह उपलब्धि मनमाड़-इंदौर रेलवे संघर्ष समिति, क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के संयुक्त प्रयासों से संभव हुई है। 30 लाख आबादी को मिलेगी सुविधा मध्य प्रदेश के इंदौर, धार, बड़वानी और खरगोन जिलों के साथ महाराष्ट्र के धुले व नासिक जिलों को जोड़ेगी। 309.43 किमी लंबी इंदौर-मनमाड़ रेल परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने 18,036 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। परियोजना में 30 नए स्टेशन बनाए जाएंगे। घाट सेक्शन में सुरंगों के साथ 300 से अधिक छोटे-बड़े ब्रिज भी बनाए जाएंगे। इस रेल मार्ग से लगभग 1000 गांव और 30 लाख से अधिक की आबादी को सीधा लाभ मिलेगा।
केंद्र सरकार की विशेष दर्जा प्राप्त 18 हजार करोड़ लागत की इंदौर-मनमाड़ रेल परियोजना का भूमि अधिग्रहण शुरू हो गया है। सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने बताया कि परियोजना से खरगोन जिले की महेश्वर व कसरावद तहसील के पांच-पांच गांव भी शामिल हैं, जहां से रेल मार्ग गुजरेगा। सांसद ने कहा, खरगोन, बड़वानी, धार जिलों के राजस्व अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। भूमि अधिग्रहण व अन्य काम तेजी से पूरे हो सकेंगे। प्रोजेक्ट में सेंधवा, राजपुर, ठीकरी, कसरावद व महेश्वर तहसीलों की भूमि का अधिग्रहण होगा। इसमें खरगोन जिले की कसरावद तहसील के जरोली, औरंगपुरा, नगांवा, कोठड़ा, ज्ञानपुरा और महेश्वर तहसील के मोहिदा, मक्सी, भेदल्याबड़ा, कुसुम्बिया, नीमगढ़ शामिल हैं। सांसद गजेंद्र सिंह ने बताया मनमाड़ से धुले के बीच 60 किमी हिस्से में काम शुरू हो गया है। यह परियोजना वर्ष 2028-29 तक पूरी की जानी प्रस्तावित है। यह उपलब्धि मनमाड़-इंदौर रेलवे संघर्ष समिति, क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के संयुक्त प्रयासों से संभव हुई है। 30 लाख आबादी को मिलेगी सुविधा मध्य प्रदेश के इंदौर, धार, बड़वानी और खरगोन जिलों के साथ महाराष्ट्र के धुले व नासिक जिलों को जोड़ेगी। 309.43 किमी लंबी इंदौर-मनमाड़ रेल परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने 18,036 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। परियोजना में 30 नए स्टेशन बनाए जाएंगे। घाट सेक्शन में सुरंगों के साथ 300 से अधिक छोटे-बड़े ब्रिज भी बनाए जाएंगे। इस रेल मार्ग से लगभग 1000 गांव और 30 लाख से अधिक की आबादी को सीधा लाभ मिलेगा।