डिंडौरी के पूर्व करंजिया वन परिक्षेत्र में टाइगर की उपस्थिति:सीमावर्ती गांव में किया मवेशी का शिकार, वन विभाग ने लोकेशन ट्रेस करने के लिए लगाए कैमरे
डिंडौरी के पूर्व करंजिया वन परिक्षेत्र में टाइगर की उपस्थिति:सीमावर्ती गांव में किया मवेशी का शिकार, वन विभाग ने लोकेशन ट्रेस करने के लिए लगाए कैमरे
डिंडोरी के पश्चिम करंजिया और बजाग वन परिक्षेत्र में टाइगर और हाथियों की मौजूदगी के बाद अब पूर्व करंजिया वन परिक्षेत्र में भी टाइगर ने मवेशी का शिकार कर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है। वन विभाग की टीम टाइगर की लोकेशन ट्रेस करने के लिए इलाके में कैमरे लगा रही है। घटना का विवरण पूर्व करंजिया वन परिक्षेत्र के रेंजर मयंक पांडेय ने बताया कि सोमवार को छत्तीसगढ़ के अचानकमार अभ्यारण्य से 200 मीटर अंदर डिंडोरी जिले के सीमावर्ती गांव कबीर चबूतरा, जगतपुर बीट के कक्ष क्रमांक 829 में संतोष यादव की भैंस का शिकार किया गया। सीमावर्ती गांवों में मुनादी कर ग्रामीणों को किया गया सतर्क वन विभाग ने टाइगर की मूवमेंट ट्रैक करने के लिए इलाके में दो कैमरे लगाए हैं। इसके साथ ही सीमावर्ती गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है। संभावना है कि टाइगर फिर से अचानकमार अभ्यारण्य में लौट चुका होगा। वन विभाग की टीम एहतियात के तौर पर निगरानी रख रही है।
डिंडोरी के पश्चिम करंजिया और बजाग वन परिक्षेत्र में टाइगर और हाथियों की मौजूदगी के बाद अब पूर्व करंजिया वन परिक्षेत्र में भी टाइगर ने मवेशी का शिकार कर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है। वन विभाग की टीम टाइगर की लोकेशन ट्रेस करने के लिए इलाके में कैमरे लगा रही है। घटना का विवरण पूर्व करंजिया वन परिक्षेत्र के रेंजर मयंक पांडेय ने बताया कि सोमवार को छत्तीसगढ़ के अचानकमार अभ्यारण्य से 200 मीटर अंदर डिंडोरी जिले के सीमावर्ती गांव कबीर चबूतरा, जगतपुर बीट के कक्ष क्रमांक 829 में संतोष यादव की भैंस का शिकार किया गया। सीमावर्ती गांवों में मुनादी कर ग्रामीणों को किया गया सतर्क वन विभाग ने टाइगर की मूवमेंट ट्रैक करने के लिए इलाके में दो कैमरे लगाए हैं। इसके साथ ही सीमावर्ती गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है। संभावना है कि टाइगर फिर से अचानकमार अभ्यारण्य में लौट चुका होगा। वन विभाग की टीम एहतियात के तौर पर निगरानी रख रही है।