सोन नदी के घड़ियालों को मिला नया साथी:मुरैना से लाया गया 4.10 मीटर लंबा नर घड़ियाल, जनसंख्या बढ़ाने के लिए अभयारण्य में छोड़ा
सोन नदी के घड़ियालों को मिला नया साथी:मुरैना से लाया गया 4.10 मीटर लंबा नर घड़ियाल, जनसंख्या बढ़ाने के लिए अभयारण्य में छोड़ा
सीधी जिले के सोन घड़ियाल अभयारण्य में घड़ियालों की आबादी बढ़ाने के लिए एक नया प्रयास किया गया है। बुधवार देर रात मुरैना के राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य से लाए गए एक नर घड़ियाल को सोन नदी में छोड़ा गया। अभयारण्य में वर्तमान में 50 से अधिक मादा घड़ियाल हैं, लेकिन जनसंख्या वृद्धि की दर कम होने के कारण यह कदम उठाया गया। घड़ियाल ईकोलॉजी प्रोजेक्ट की टीम ने मुरैना के बरौली घाट से इस नर घड़ियाल का रेस्क्यू किया था। विशेष सुरक्षा उपायों के साथ इसे सोन घड़ियाल अभयारण्य के जोगदहा घाट तक लाया गया। घड़ियाल की ट्रैकिंग के लिए उसकी पूंछ में रेडियो चिप लगाई गई है। यह नर घड़ियाल 4.10 मीटर लंबा है और इसका वजन लगभग 2 से 3 क्विंटल है। विशेषज्ञों के अनुसार इसकी उम्र 15 से 20 वर्ष के बीच है। सिहावल विधायक विश्वामित्र पाठक, अभयारण्य के अधीक्षक, परिक्षेत्राधिकारी और पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. शेफाली गुप्ता की उपस्थिति में घड़ियाल को नदी में छोड़ा गया।
सीधी जिले के सोन घड़ियाल अभयारण्य में घड़ियालों की आबादी बढ़ाने के लिए एक नया प्रयास किया गया है। बुधवार देर रात मुरैना के राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य से लाए गए एक नर घड़ियाल को सोन नदी में छोड़ा गया। अभयारण्य में वर्तमान में 50 से अधिक मादा घड़ियाल हैं, लेकिन जनसंख्या वृद्धि की दर कम होने के कारण यह कदम उठाया गया। घड़ियाल ईकोलॉजी प्रोजेक्ट की टीम ने मुरैना के बरौली घाट से इस नर घड़ियाल का रेस्क्यू किया था। विशेष सुरक्षा उपायों के साथ इसे सोन घड़ियाल अभयारण्य के जोगदहा घाट तक लाया गया। घड़ियाल की ट्रैकिंग के लिए उसकी पूंछ में रेडियो चिप लगाई गई है। यह नर घड़ियाल 4.10 मीटर लंबा है और इसका वजन लगभग 2 से 3 क्विंटल है। विशेषज्ञों के अनुसार इसकी उम्र 15 से 20 वर्ष के बीच है। सिहावल विधायक विश्वामित्र पाठक, अभयारण्य के अधीक्षक, परिक्षेत्राधिकारी और पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. शेफाली गुप्ता की उपस्थिति में घड़ियाल को नदी में छोड़ा गया।