इंदौर के PFI जासूसी मामले में सिर्फ तारीख पर तारीख:कोर्ट रूम में वीडियो बना रही थी लॉ इंटर्न, जेब में मिले थे 1.16 लाख कैश, अगली सुनवाई 6 जनवरी को
इंदौर के PFI जासूसी मामले में सिर्फ तारीख पर तारीख:कोर्ट रूम में वीडियो बना रही थी लॉ इंटर्न, जेब में मिले थे 1.16 लाख कैश, अगली सुनवाई 6 जनवरी को
पीएफआई के लिए जासूसी करने की आरोपी लॉ इंटर्न सोनू मंसूरी को सुप्रीम कोर्ट से राहत तो मिली। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी उसके खिलाफ एफआईआर रद्द नहीं की। मंसूरी वकील की ड्रेस में कोर्ट में मौजूद थी और कथित तौर पर वीडियो बना रही थी। जिस पर आपत्ति ली गई थी। मंसूरी की तलाशी लेने पर उसकी जेब से कैश भी मिला था। मामले में जिला कोर्ट में सुनवाई चल रही है। तीन-तीन महीने आगे की तारीख लग रही है। पिछले साल नवंबर से लेकर अब तक 8 सुनवाई हो चुकी है। एमजी रोड थाना पुलिस ने नवंबर 2023 में जिला कोर्ट में चालान पेश किया। जिसके बाद से कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। पिछली सुनवाई 9 सितंबर 2024 को हुई थी। अगली तारीख 6 जनवरी 2025 लगी है। पहले जान लीजिए मामला क्या है इंदौर में 25 जनवरी को पठान मूवी का विरोध कर रहे एक संगठन के लोगों का धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले नारे लगाते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था। इस मामले में मुस्लिम संगठनों ने नाराजी जताते हुए चंदन नगर थाने का घेराव किया था। इसके बाद छत्रीपुरा थाने में शिकायत की थी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर हिंदू संगठन के कुछ पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। जिला काेर्ट में धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली नारेबाजी के मामले में 28 जनवरी 2023 को सुनवाई हुई। इस दाैरान फोटो-वीडियो बना रही संदिग्ध युवती सोनू मंसूरी (लॉ इंटर्न ) काे पकड़ा गया। वह वकील की यूनिफॉर्म में थी। उसके पास से 1.16 लाख रुपए नकद जब्त हुए। पुलिस काे दिए बयान में उसने बताया कि महिला वकील नूरजहां खान के कहने पर उसने ऐसा किया था। आरोप लगे कि ये सारे वीडियो वो प्रतिबंधित संगठन PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के लिए जुटा रही थी। सोनू देवास स्थित शासकीय लॉ कॉलेज की स्टूडेंट थी। एमजी रोड थाना पुलिस ने द्वारकापुरी के रहने वाले अभिभाषक संघ के सदस्य सुरेन्द्र सिंह की शिकायत पर मंसूरी और वकील नूरजहां के खिलाफ 410, 420, 120 बी के तहत केस दर्ज किया था। 23 मार्च 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने मंसूरी को जमानत दी थी । जेल से बाहर आने पर ये बोली थी सोनू… जब सोनू मंसूरी को जमानत मिली और 50 दिन जेल में रहने के बाद घर पहुंची तो उसने उसके साथ हुई पूछताछ के बारे में खुलासे किए। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सोनू ने बताया था कि “उससे बार-बार नमाज, मदरसा, पाकिस्तान और पीएफआई से जुड़े प्रश्न पूछे जा रहे थे। उसने कहा कि वह "कभी भी मदरसे में नहीं गई हैं"। कथित तौर पर सोनू से यह भी पूछा गया था कि क्या वह दाऊद इब्राहिम को जानती हैं, और क्या वह अपनी असली पहचान छिपा रही है। पुलिस ने कथित तौर पर यह भी पूछा कि क्या उनके भारत जोड़ो यात्रा के कुछ प्रतिभागियों के साथ संबंध हैं। “उन सभी ने मुझसे एक ही तरह के सवाल पूछे- क्या मैं मदरसे में गई हूं? मैं दिन में कितनी बार नमाज़ अदा करती हूं? मैंने कितनी बार पाकिस्तान की यात्रा की है? क्या मेरे वहां किसी से संबंध हैं? उन्होंने मुझसे यह भी पूछा कि मैं पीएफआई के संपर्क में कैसे आई। जब मैंने जोर देकर कहा कि मैं (पीएफआई के संपर्क में) नहीं हूं, तो उन्होंने बार-बार मुझे यह स्वीकार करने के लिए मजबूर किया कि मैंने एक मदरसे में पढ़ाई की है और पाकिस्तान और पीएफआई से मेरे संबंध हैं।" "उन्होंने मुझे भारत जोड़ो यात्रा और राहुल गांधी के साथ एक महिला की तस्वीरें दिखाई और पूछा कि क्या मैं उन्हें जानती हूं।" हालांकि एमजी रोड थाना पुलिस ने पूछताछ के सांप्रदायिक होने को लेकर स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया था। जानिए क्यों आम आदमी नहीं पहन सकता वकील की ड्रेस, कितनी सजा का है प्रावधान प्रतिबंधित संगठन PFI के लिए कोर्ट में जासूसी:महिला बोली- हिंदू-मुस्लिम केस की जानकारी PFI को पहुंचाती हूं इंदौर में 25 जनवरी को पठान मूवी का विरोध कर रहे हिंदू संगठन के पदाधिकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। चार दिन पहले मामले की सुनवाई के दौरान पुलिस ने कोर्ट परिसर से एक महिला अधिवक्ता की ड्रेस में पहुंची युवती को गिरफ्तार किया। वह भोपाल से आई वकील के कहने पर कोर्ट रूम और प्रोसीडिंग के दस्तावेजों की वीडियो-फोटो बना रही थी। पुलिस के सामने युवती ने माना कि वह ये वीडियो प्रतिबंधित संगठन PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के लिए जुटा रही थी। ऐसा करने के लिए उसे महिला वकील ने ही कहा था। यहां पढ़ें पूरी खबर परिवार को पता नहीं बेटी PFI की 'जासूस' है: इंदौर कोर्ट ने रिमांड पर सौंपा प्रतिबंधित संगठन PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) की ओर से इंदौर की कोर्ट में जासूसी कर रही सोनू मंसूरी के लॉ स्टूडेंट होने का पता चला। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे रविवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे 3 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। युवती ने दिल्ली से आए वकील एजाज हाशमी से मिलने के बाद ही पुलिस को अपने बयान दर्ज कराए। उधर, इस युवती को लेकर इंटेलिजेंस की टीम भी पड़ताल में जुट गई है। पढ़ें पूरी खबर
पीएफआई के लिए जासूसी करने की आरोपी लॉ इंटर्न सोनू मंसूरी को सुप्रीम कोर्ट से राहत तो मिली। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी उसके खिलाफ एफआईआर रद्द नहीं की। मंसूरी वकील की ड्रेस में कोर्ट में मौजूद थी और कथित तौर पर वीडियो बना रही थी। जिस पर आपत्ति ली गई थी। मंसूरी की तलाशी लेने पर उसकी जेब से कैश भी मिला था। मामले में जिला कोर्ट में सुनवाई चल रही है। तीन-तीन महीने आगे की तारीख लग रही है। पिछले साल नवंबर से लेकर अब तक 8 सुनवाई हो चुकी है। एमजी रोड थाना पुलिस ने नवंबर 2023 में जिला कोर्ट में चालान पेश किया। जिसके बाद से कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। पिछली सुनवाई 9 सितंबर 2024 को हुई थी। अगली तारीख 6 जनवरी 2025 लगी है। पहले जान लीजिए मामला क्या है इंदौर में 25 जनवरी को पठान मूवी का विरोध कर रहे एक संगठन के लोगों का धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले नारे लगाते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था। इस मामले में मुस्लिम संगठनों ने नाराजी जताते हुए चंदन नगर थाने का घेराव किया था। इसके बाद छत्रीपुरा थाने में शिकायत की थी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर हिंदू संगठन के कुछ पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। जिला काेर्ट में धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली नारेबाजी के मामले में 28 जनवरी 2023 को सुनवाई हुई। इस दाैरान फोटो-वीडियो बना रही संदिग्ध युवती सोनू मंसूरी (लॉ इंटर्न ) काे पकड़ा गया। वह वकील की यूनिफॉर्म में थी। उसके पास से 1.16 लाख रुपए नकद जब्त हुए। पुलिस काे दिए बयान में उसने बताया कि महिला वकील नूरजहां खान के कहने पर उसने ऐसा किया था। आरोप लगे कि ये सारे वीडियो वो प्रतिबंधित संगठन PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के लिए जुटा रही थी। सोनू देवास स्थित शासकीय लॉ कॉलेज की स्टूडेंट थी। एमजी रोड थाना पुलिस ने द्वारकापुरी के रहने वाले अभिभाषक संघ के सदस्य सुरेन्द्र सिंह की शिकायत पर मंसूरी और वकील नूरजहां के खिलाफ 410, 420, 120 बी के तहत केस दर्ज किया था। 23 मार्च 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने मंसूरी को जमानत दी थी । जेल से बाहर आने पर ये बोली थी सोनू… जब सोनू मंसूरी को जमानत मिली और 50 दिन जेल में रहने के बाद घर पहुंची तो उसने उसके साथ हुई पूछताछ के बारे में खुलासे किए। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सोनू ने बताया था कि “उससे बार-बार नमाज, मदरसा, पाकिस्तान और पीएफआई से जुड़े प्रश्न पूछे जा रहे थे। उसने कहा कि वह "कभी भी मदरसे में नहीं गई हैं"। कथित तौर पर सोनू से यह भी पूछा गया था कि क्या वह दाऊद इब्राहिम को जानती हैं, और क्या वह अपनी असली पहचान छिपा रही है। पुलिस ने कथित तौर पर यह भी पूछा कि क्या उनके भारत जोड़ो यात्रा के कुछ प्रतिभागियों के साथ संबंध हैं। “उन सभी ने मुझसे एक ही तरह के सवाल पूछे- क्या मैं मदरसे में गई हूं? मैं दिन में कितनी बार नमाज़ अदा करती हूं? मैंने कितनी बार पाकिस्तान की यात्रा की है? क्या मेरे वहां किसी से संबंध हैं? उन्होंने मुझसे यह भी पूछा कि मैं पीएफआई के संपर्क में कैसे आई। जब मैंने जोर देकर कहा कि मैं (पीएफआई के संपर्क में) नहीं हूं, तो उन्होंने बार-बार मुझे यह स्वीकार करने के लिए मजबूर किया कि मैंने एक मदरसे में पढ़ाई की है और पाकिस्तान और पीएफआई से मेरे संबंध हैं।" "उन्होंने मुझे भारत जोड़ो यात्रा और राहुल गांधी के साथ एक महिला की तस्वीरें दिखाई और पूछा कि क्या मैं उन्हें जानती हूं।" हालांकि एमजी रोड थाना पुलिस ने पूछताछ के सांप्रदायिक होने को लेकर स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया था। जानिए क्यों आम आदमी नहीं पहन सकता वकील की ड्रेस, कितनी सजा का है प्रावधान प्रतिबंधित संगठन PFI के लिए कोर्ट में जासूसी:महिला बोली- हिंदू-मुस्लिम केस की जानकारी PFI को पहुंचाती हूं इंदौर में 25 जनवरी को पठान मूवी का विरोध कर रहे हिंदू संगठन के पदाधिकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। चार दिन पहले मामले की सुनवाई के दौरान पुलिस ने कोर्ट परिसर से एक महिला अधिवक्ता की ड्रेस में पहुंची युवती को गिरफ्तार किया। वह भोपाल से आई वकील के कहने पर कोर्ट रूम और प्रोसीडिंग के दस्तावेजों की वीडियो-फोटो बना रही थी। पुलिस के सामने युवती ने माना कि वह ये वीडियो प्रतिबंधित संगठन PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के लिए जुटा रही थी। ऐसा करने के लिए उसे महिला वकील ने ही कहा था। यहां पढ़ें पूरी खबर परिवार को पता नहीं बेटी PFI की 'जासूस' है: इंदौर कोर्ट ने रिमांड पर सौंपा प्रतिबंधित संगठन PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) की ओर से इंदौर की कोर्ट में जासूसी कर रही सोनू मंसूरी के लॉ स्टूडेंट होने का पता चला। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे रविवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे 3 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। युवती ने दिल्ली से आए वकील एजाज हाशमी से मिलने के बाद ही पुलिस को अपने बयान दर्ज कराए। उधर, इस युवती को लेकर इंटेलिजेंस की टीम भी पड़ताल में जुट गई है। पढ़ें पूरी खबर