कटनी में स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी:दोपहर 12 से 4 बजे तक घर से न निकलें, आज 36 डिग्री रहा अधिकतम तापमान
कटनी में स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी:दोपहर 12 से 4 बजे तक घर से न निकलें, आज 36 डिग्री रहा अधिकतम तापमान
कटनी में गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सोमवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहा। पिछले हफ्ते मंगलवार और बुधवार को तापमान 39 डिग्री तक पहुंच गया था। स्वास्थ्य विभाग ने 9 अप्रैल को एडवाइजरी जारी की है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप अठ्या ने लू के लक्षणों की जानकारी दी। लू के प्रमुख लक्षणों में सिरदर्द, तेज बुखार और मुंह का सूखना शामिल है। इसके अलावा चक्कर आना, उल्टी होना और शरीर में दर्द हो सकता है। अधिक प्यास लगना और कम पेशाब आना भी लू का संकेत है। विभाग ने लू से बचने के लिए कई सावधानियां बताई हैं। बिना जरूरी काम के घर से बाहर न निकलें। धूप में निकलते समय सिर और कान को ढंककर रखें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। सूती कपड़े पहनें। अधिक पसीना आने पर ओआरएस घोल का सेवन करें। चक्कर या मितली आने पर छायादार स्थान में आराम करें। शीतल पेय या फलों का रस, लस्सी, मठ्ठा का सेवन करें। विशेष रूप से दोपहर 12 से 4 बजे के बीच घर से बाहर न निकलें। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। गंभीर लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें। बुखार होने पर सर पर ठंडे पानी की पट्टी रखें। पीड़ित व्यक्ति को पंखे के नीचे लिटाएं और शरीर पर ठंडे पानी का छिड़काव करते रहें। गंभीर स्थिति में तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएं।
कटनी में गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सोमवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहा। पिछले हफ्ते मंगलवार और बुधवार को तापमान 39 डिग्री तक पहुंच गया था। स्वास्थ्य विभाग ने 9 अप्रैल को एडवाइजरी जारी की है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप अठ्या ने लू के लक्षणों की जानकारी दी। लू के प्रमुख लक्षणों में सिरदर्द, तेज बुखार और मुंह का सूखना शामिल है। इसके अलावा चक्कर आना, उल्टी होना और शरीर में दर्द हो सकता है। अधिक प्यास लगना और कम पेशाब आना भी लू का संकेत है। विभाग ने लू से बचने के लिए कई सावधानियां बताई हैं। बिना जरूरी काम के घर से बाहर न निकलें। धूप में निकलते समय सिर और कान को ढंककर रखें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। सूती कपड़े पहनें। अधिक पसीना आने पर ओआरएस घोल का सेवन करें। चक्कर या मितली आने पर छायादार स्थान में आराम करें। शीतल पेय या फलों का रस, लस्सी, मठ्ठा का सेवन करें। विशेष रूप से दोपहर 12 से 4 बजे के बीच घर से बाहर न निकलें। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। गंभीर लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें। बुखार होने पर सर पर ठंडे पानी की पट्टी रखें। पीड़ित व्यक्ति को पंखे के नीचे लिटाएं और शरीर पर ठंडे पानी का छिड़काव करते रहें। गंभीर स्थिति में तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएं।