तंग गलियों में भी पहुंच सकेंगे कचरा कलेक्शन वाहन:नगरपालिका ने खरीदे चार ई रिक्शा; डंपिंग एरिया को खत्म करने का प्रयास

गुना की उन गलियों में भी अब कचरा गाड़ी पहुंच सकेगी, जहां बड़े वाहन अब तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। दरअसल, नगर पालिका ने 4 नए ई-रिक्शा खरीद लिए हैं। इनका उपयोग शहर की उन कॉलोनियों में किया जाएगा, जहां की तंग गलियों में कचरा कलेक्शन के काम में लगी बड़ी गाड़ी नहीं जा पाती। यदि यह नई व्यवस्था सफल होती है तो नगर पालिका आगे आने वाले समय इस तरह के ई-रिक्शा और ज्यादा संख्या में खरीदने पर विचार कर सकती है। बता दें कि इन ई-रिक्शों का सबसे बड़ा फायदा डीजल, पेट्रोल से चलने वाले वाहनों के ईधन पर खर्च होने वाला भारी भरकम बजट है। वहीं शहर के 37 वार्डों में ऐसी कई कॉलोनियां जहां कचरा कलेक्शन वाहन अंदर तक जा ही नहीं पाते। ऐसे में शहर का एक बड़ा हिस्सा डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था से कटा हुआ है। नागरिक समय-समय पर कचरे का उठाव न होने की शिकायतें करते हैं। वहीं रिहायशी इलाकों में खुले पड़े हिस्से में कचरा डंप होने से स्वच्छ सर्वेक्षण के मूल्यांकन में भी गुना नगर पालिका को नुकसान उठाना पड़ता है। अभी नगर पालिका के पास हैं 37 कचरा कलेक्शन वाहन नगर पालिका से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में शहर के कुल 37 वार्डों में चलने वाले कचरा कलेक्शन वाहन की संख्या 37 है। इन पर 37 ही ड्राइवर कार्यरत हैं। शहर की ऐसी कॉलोनियां जहां की तंग गलियों की वजह से ये कचरा कलेक्शन वाहन वहां जा ही नहीं पाते, वहां की समस्या हल करने नगरपालिका ने हाल ही में 4 ई-रिक्शा खरीदे हैं। एक रिक्शे की कीमत 2 लाख 80 हजार रुपए है। बता दें कि शहर के चौधरी मोहल्ला, सदर बाजार, महावीरपुरा, नदी मोहल्ला, पुरानी गल्ला मंडी के आसपास का क्षेत्र, हनुमान कॉलोनी, पाएगा मोहल्ला, पुरानी छावनी में बड़ी कचरा गाड़ी नहीं जा पाती। CMO तेजसिंह यादव ने बताया कि शहर की कई कॉलोनियों में बड़े कचरा कलेक्शन वाहन को प्रवेश करने में परेशानी आ रही थी। इसी को देखते हुए 4 ई-रिक्शा लगभग 12 लाख रुपए में खरीदे हैं। इनकी मदद से डंपिंग एरिया को खत्म करने का प्रयास किया जाएगा। इन्हें नियमित चलाने ड्राइवर की भी व्यवस्था कर रहे हैं।

तंग गलियों में भी पहुंच सकेंगे कचरा कलेक्शन वाहन:नगरपालिका ने खरीदे चार ई रिक्शा; डंपिंग एरिया को खत्म करने का प्रयास
गुना की उन गलियों में भी अब कचरा गाड़ी पहुंच सकेगी, जहां बड़े वाहन अब तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। दरअसल, नगर पालिका ने 4 नए ई-रिक्शा खरीद लिए हैं। इनका उपयोग शहर की उन कॉलोनियों में किया जाएगा, जहां की तंग गलियों में कचरा कलेक्शन के काम में लगी बड़ी गाड़ी नहीं जा पाती। यदि यह नई व्यवस्था सफल होती है तो नगर पालिका आगे आने वाले समय इस तरह के ई-रिक्शा और ज्यादा संख्या में खरीदने पर विचार कर सकती है। बता दें कि इन ई-रिक्शों का सबसे बड़ा फायदा डीजल, पेट्रोल से चलने वाले वाहनों के ईधन पर खर्च होने वाला भारी भरकम बजट है। वहीं शहर के 37 वार्डों में ऐसी कई कॉलोनियां जहां कचरा कलेक्शन वाहन अंदर तक जा ही नहीं पाते। ऐसे में शहर का एक बड़ा हिस्सा डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था से कटा हुआ है। नागरिक समय-समय पर कचरे का उठाव न होने की शिकायतें करते हैं। वहीं रिहायशी इलाकों में खुले पड़े हिस्से में कचरा डंप होने से स्वच्छ सर्वेक्षण के मूल्यांकन में भी गुना नगर पालिका को नुकसान उठाना पड़ता है। अभी नगर पालिका के पास हैं 37 कचरा कलेक्शन वाहन नगर पालिका से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में शहर के कुल 37 वार्डों में चलने वाले कचरा कलेक्शन वाहन की संख्या 37 है। इन पर 37 ही ड्राइवर कार्यरत हैं। शहर की ऐसी कॉलोनियां जहां की तंग गलियों की वजह से ये कचरा कलेक्शन वाहन वहां जा ही नहीं पाते, वहां की समस्या हल करने नगरपालिका ने हाल ही में 4 ई-रिक्शा खरीदे हैं। एक रिक्शे की कीमत 2 लाख 80 हजार रुपए है। बता दें कि शहर के चौधरी मोहल्ला, सदर बाजार, महावीरपुरा, नदी मोहल्ला, पुरानी गल्ला मंडी के आसपास का क्षेत्र, हनुमान कॉलोनी, पाएगा मोहल्ला, पुरानी छावनी में बड़ी कचरा गाड़ी नहीं जा पाती। CMO तेजसिंह यादव ने बताया कि शहर की कई कॉलोनियों में बड़े कचरा कलेक्शन वाहन को प्रवेश करने में परेशानी आ रही थी। इसी को देखते हुए 4 ई-रिक्शा लगभग 12 लाख रुपए में खरीदे हैं। इनकी मदद से डंपिंग एरिया को खत्म करने का प्रयास किया जाएगा। इन्हें नियमित चलाने ड्राइवर की भी व्यवस्था कर रहे हैं।