थोड़ी देर में पटना पहुंचेंगे राहुल गांधी:बेगूसराय में कन्हैया की 'पलायन रोको-नौकरी दो' यात्रा में शामिल होंगे; पटना में भी प्रोग्राम

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी थोड़ी देर में पटना पहुंचेंगे। सोमवार सुबह करीब 8 बजे वो दिल्ली से पटना के लिए निकल गए । 4 महीने में राहुल गांधी का ये तीसरा बिहार दौरा है। पटना पहुंचने के बाद एयरपोर्ट से ही राहुल गांधी बेगूसराय रवाना होंगे। वहां कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की 'पलायन रोको और नौकरी दो' यात्रा में शामिल होंगे। कन्हैया के साथ राहुल गांधी करीब 2 किलोमीटर पदयात्रा भी करेंगे। इस दौरान आम लोगों के साथ-साथ यात्रा में शामिल युवाओं से मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याओं को सुनेंगे। इसके बाद पटना में राहुल गांधी श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में शामिल होंगे। राहुल पार्टी की मीटिंग में भी शामिल होंगे। राहुल गांधी ने रविवार को अपने X हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है बिहार के युवा साथियों, मैं 7 अप्रैल को बेगूसराय आ रहा हूं। पलायन रोको, नौकरी दो यात्रा में आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने। लक्ष्य है कि पूरी दुनिया को बिहार के युवाओं की भावना दिखे, उनका संघर्ष दिखे, उनका कष्ट दिखे। आप भी व्हाइट टी-शर्ट पहन कर आइए। सवाल पूछिए, आवाज उठाइए। सरकार पर आपके अधिकारों के लिए दबाव बनाने के लिए, उसे हटाने के लिए। बेगूसराय में 2 KM पैदल चलेंगे राहुल गांधी बेगूसराय जिला मुख्यालय स्थित सुभाष चौक के पास राहुल गांधी पदयात्रा में जुड़ेंगे। वहां से करीब 2 किलोमीटर तक पैदल चलेंगे। इस दौरान कपस्या चौक के पास नुक्कड़ सभा को संबोधित करेंगे। पदयात्रा के दौरान कन्हैया कुमार, NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव प्रकाश गरीब दास, AICC सचिव और बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु मौजूद रहेंगे। चौपाल कार्यक्रम को लेकर भी बात करेंगे राहुल गांधी बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने बताया कि 'राहुल गांधी बिहार में संगठनात्मक पहलुओं को ताकत देने का संदेश देंगे। हर गांव में पंचायत स्तर पर चौपाल कार्यक्रम को कैसे किया जाए और अपने जिला अध्यक्षों को ताकत कैसे दें। इस मुद्दे पर विस्तार से पार्टी नेताओं के साथ विमर्श करेंगे।' संविधान सुरक्षा सम्मेलन में स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जाएगा राहुल गांधी पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में संविधान सुरक्षा सम्मेलन में शामिल होंगे। इसके संयोजक अनिल जय हिंद ने बताया, '1 अप्रैल से 7 अप्रैल तक जन्में महापुरुष, जो देश की आजादी के लिए लड़े हैं, उनको विशेष रूप से याद किया जाएगा।' 'आजादी की लड़ाई में शामिल बुद्धु नोनिया की शहादत को याद किया जाएगा। बाबू जगजीवन राम की ऐतिहासिक योगदान के साथ साथ अमर शहीद प्रजापति रामचंद्र विद्यार्थी की जयंती को भी याद किया जाएगा।' 5 हजार लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन इस कार्यक्रम में जो भी लोग शामिल होने जा रहे हैं, वह सामाजिक संस्थान से जुड़े हैं। करीब 200 सामाजिक संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। अब तक 5000 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। यह सभी लोग अपनी स्वेच्छा से इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। राहुल गांधी से बिहार को ज्यादा उम्मीद नहीं- जेडीयू राहुल गांधी के बिहार दौरे पर सियासत भी तेज है। जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि 'बिहार कांग्रेस के लिए सबसे ज्यादा उलझन और मुश्किल भरा राज्य बन गया है। आरजेडी घास डालने को तैयार नहीं है। कांग्रेस के स्थानीय नेतृत्व हाल ही में लिए गए फैसलों को पचा नहीं पा रहा है। बिल्कुल कन्हैया कुमार की तरह।' 'पार्टी के कई नेताओं का मानना ​​है कि कन्हैया को ज्यादा तवज्जो दी जा रही है। दूसरी तरफ अखिलेश सिंह को हटाने के बाद राजेश कुमार को नियुक्त किया गया। कृष्णा अल्लावरु के आने के बाद जो हालात बने हैं। आरजेडी और कांग्रेस के बीच रिश्ते काफी तनावपूर्ण हैं। अभी तक किसी को समझ नहीं आया कि राहुल क्या करना चाहते हैं। आरजेडी खुद कमजोर हो गई है और निस्संदेह कांग्रेस के लिए यह अस्तित्व के संकट का समय है। ऐसे में बिहार के लोगों को राहुल जी से ज्यादा उम्मीद नहीं है।' तीन महीने पहले भी पटना आए थे राहुल गांधी पटना में 18 जनवरी को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आए थे और पार्टी की ओर से आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में शामिल हुए है। सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार, RSS और बिहार में हुई जातीय गणना पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा था, 'बिहार पेपर लीक का सेंटर बन चुका है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। मंहगाई बढ़ रही है।' बोले, 'RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी नहीं मिली थी। अगर वह कह रहे हैं कि भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी नहीं मिली, तो वह भारत के संविधान को नकार रहे हैं। वह भारत के हर संस्थान से डॉ बीआर अंबेडकर, भगवान बुद्ध, महात्मा गांधी की विचारधारा को मिटा रहे हैं।' पूरी खबर पढ़ें

थोड़ी देर में पटना पहुंचेंगे राहुल गांधी:बेगूसराय में कन्हैया की 'पलायन रोको-नौकरी दो' यात्रा में शामिल होंगे; पटना में भी प्रोग्राम
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी थोड़ी देर में पटना पहुंचेंगे। सोमवार सुबह करीब 8 बजे वो दिल्ली से पटना के लिए निकल गए । 4 महीने में राहुल गांधी का ये तीसरा बिहार दौरा है। पटना पहुंचने के बाद एयरपोर्ट से ही राहुल गांधी बेगूसराय रवाना होंगे। वहां कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की 'पलायन रोको और नौकरी दो' यात्रा में शामिल होंगे। कन्हैया के साथ राहुल गांधी करीब 2 किलोमीटर पदयात्रा भी करेंगे। इस दौरान आम लोगों के साथ-साथ यात्रा में शामिल युवाओं से मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याओं को सुनेंगे। इसके बाद पटना में राहुल गांधी श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में शामिल होंगे। राहुल पार्टी की मीटिंग में भी शामिल होंगे। राहुल गांधी ने रविवार को अपने X हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है बिहार के युवा साथियों, मैं 7 अप्रैल को बेगूसराय आ रहा हूं। पलायन रोको, नौकरी दो यात्रा में आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने। लक्ष्य है कि पूरी दुनिया को बिहार के युवाओं की भावना दिखे, उनका संघर्ष दिखे, उनका कष्ट दिखे। आप भी व्हाइट टी-शर्ट पहन कर आइए। सवाल पूछिए, आवाज उठाइए। सरकार पर आपके अधिकारों के लिए दबाव बनाने के लिए, उसे हटाने के लिए। बेगूसराय में 2 KM पैदल चलेंगे राहुल गांधी बेगूसराय जिला मुख्यालय स्थित सुभाष चौक के पास राहुल गांधी पदयात्रा में जुड़ेंगे। वहां से करीब 2 किलोमीटर तक पैदल चलेंगे। इस दौरान कपस्या चौक के पास नुक्कड़ सभा को संबोधित करेंगे। पदयात्रा के दौरान कन्हैया कुमार, NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव प्रकाश गरीब दास, AICC सचिव और बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु मौजूद रहेंगे। चौपाल कार्यक्रम को लेकर भी बात करेंगे राहुल गांधी बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने बताया कि 'राहुल गांधी बिहार में संगठनात्मक पहलुओं को ताकत देने का संदेश देंगे। हर गांव में पंचायत स्तर पर चौपाल कार्यक्रम को कैसे किया जाए और अपने जिला अध्यक्षों को ताकत कैसे दें। इस मुद्दे पर विस्तार से पार्टी नेताओं के साथ विमर्श करेंगे।' संविधान सुरक्षा सम्मेलन में स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जाएगा राहुल गांधी पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में संविधान सुरक्षा सम्मेलन में शामिल होंगे। इसके संयोजक अनिल जय हिंद ने बताया, '1 अप्रैल से 7 अप्रैल तक जन्में महापुरुष, जो देश की आजादी के लिए लड़े हैं, उनको विशेष रूप से याद किया जाएगा।' 'आजादी की लड़ाई में शामिल बुद्धु नोनिया की शहादत को याद किया जाएगा। बाबू जगजीवन राम की ऐतिहासिक योगदान के साथ साथ अमर शहीद प्रजापति रामचंद्र विद्यार्थी की जयंती को भी याद किया जाएगा।' 5 हजार लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन इस कार्यक्रम में जो भी लोग शामिल होने जा रहे हैं, वह सामाजिक संस्थान से जुड़े हैं। करीब 200 सामाजिक संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। अब तक 5000 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। यह सभी लोग अपनी स्वेच्छा से इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। राहुल गांधी से बिहार को ज्यादा उम्मीद नहीं- जेडीयू राहुल गांधी के बिहार दौरे पर सियासत भी तेज है। जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि 'बिहार कांग्रेस के लिए सबसे ज्यादा उलझन और मुश्किल भरा राज्य बन गया है। आरजेडी घास डालने को तैयार नहीं है। कांग्रेस के स्थानीय नेतृत्व हाल ही में लिए गए फैसलों को पचा नहीं पा रहा है। बिल्कुल कन्हैया कुमार की तरह।' 'पार्टी के कई नेताओं का मानना ​​है कि कन्हैया को ज्यादा तवज्जो दी जा रही है। दूसरी तरफ अखिलेश सिंह को हटाने के बाद राजेश कुमार को नियुक्त किया गया। कृष्णा अल्लावरु के आने के बाद जो हालात बने हैं। आरजेडी और कांग्रेस के बीच रिश्ते काफी तनावपूर्ण हैं। अभी तक किसी को समझ नहीं आया कि राहुल क्या करना चाहते हैं। आरजेडी खुद कमजोर हो गई है और निस्संदेह कांग्रेस के लिए यह अस्तित्व के संकट का समय है। ऐसे में बिहार के लोगों को राहुल जी से ज्यादा उम्मीद नहीं है।' तीन महीने पहले भी पटना आए थे राहुल गांधी पटना में 18 जनवरी को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आए थे और पार्टी की ओर से आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में शामिल हुए है। सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार, RSS और बिहार में हुई जातीय गणना पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा था, 'बिहार पेपर लीक का सेंटर बन चुका है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। मंहगाई बढ़ रही है।' बोले, 'RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी नहीं मिली थी। अगर वह कह रहे हैं कि भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी नहीं मिली, तो वह भारत के संविधान को नकार रहे हैं। वह भारत के हर संस्थान से डॉ बीआर अंबेडकर, भगवान बुद्ध, महात्मा गांधी की विचारधारा को मिटा रहे हैं।' पूरी खबर पढ़ें