दतिया, ग्वालियर प्रदेश में सबसे ज्यादा ठंडे:दिन में तापमान 16.5 डिग्री; पांच दिन में ब्रेन अटैक के 51 केस
दतिया, ग्वालियर प्रदेश में सबसे ज्यादा ठंडे:दिन में तापमान 16.5 डिग्री; पांच दिन में ब्रेन अटैक के 51 केस
मध्यप्रदेश में इस समय सबसे ज्यादा ठंड ग्वालियर-चंबल अंचल में पड़ रही है। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के थपेड़ों ने कोल्ड डे की शुरुआत कर दी है। दतिया लगातार दो दिनों से प्रदेश का सबसे ठंडा शहर बना हुआ है। पचमढ़ी भी दतिया के आसपास नहीं ठहर रहा है। ग्वालियर दूसरे नंबर पर है। बीते दिन दतिया में न्यूनतम तापमान 15.9 डिग्री और ग्वालियर में 16.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो ठंड की तीव्रता को दर्शाता है। यही कारण है कि 5 दिनों में ब्रेन अटैक के 51 मामले सामने आए हैं, जबकि 14 लोगों की मौत हो चुकी है। मंगलवार रात भी तापमान 9.7 डिग्री सेल्सियस रहा। दोपहर 12 बजे तक सूर्य की एक किरण भी नहीं दिखाई दी। बीता दिन सीजन का पहला कोल्ड डे माना गया है। ग्वालियर, दतिया के अलावा शिवपुरी, भिंड, और मुरैना में भी कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। हालांकि ठंड बढ़ने के चलते कोहरे से राहत जरूर मिली है। हाइवे पर विजिबिलिटी 300 मीटर तक रही। पहाड़ों पर बर्फबारी से मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ी ग्वालियर में नए साल की शुरुआत हाड़ कंपा देने वाली ठंड के साथ हुई। उत्तर भारत में पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है। वहां से आ रही ठंडी हवाओं ने मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड शुरू कर दी है। मंगलवार रात ग्वालियर का न्यूनतम तापमान 9.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सोमवार रात के तापमान के बराबर था। जनवरी की शुरुआत में सर्दी लोगों की परीक्षा ले रही है। दिसंबर में अपेक्षाकृत कम सर्दी थी, लेकिन जनवरी में ठंड ने अपने तेवर दिखा दिए हैं। बिना अलाव के सहारे बैठना मुश्किल हो रहा है। आगे कैसा रहेगा मौसम? मौसम विभाग ने ग्वालियर अंचल के लिए चेतावनी जारी की है कि अगले 48 घंटे तक ठंड बनी रहेगी। इसके बाद कोहरे के साथ ठंड जारी रहने की संभावना है। 12 जनवरी के बाद आसमान में बादल छाने से तापमान में गिरावट होगी। वहीं सर्दी में थोड़ी राहत मिलेगी। साथ ही, बारिश (मावठा) की संभावना भी जताई गई है। हालांकि, इसके बाद ठंड का एक और दौर शुरू होगा। कोहरे ने बिगाड़ी वाहनों की रफ्तार सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात शहर में घना कोहरा छाया रहा। हाइवे पर विजिबिलिटी 300 मीटर तक सीमित रही, जिससे ट्रेनें और ट्रैफिक प्रभावित हुआ। दो दिन पहले कोहरा इतना घना था कि विजिबिलिटी शहर में 50 मीटर और हाइवे पर जीरो तक रह गई थी। ठंड में बढ़े ब्रेन अटैक के मामले, 5 दिन में 14 मौत ठंड किस तरह पड़ रही है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्वालियर के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल समूह में बीते 5 दिनों में 51 ब्रेन अटैक के मामले दर्ज किए गए, जिनमें 14 मरीजों की मौत हो गई। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी हाड़ कंपाने वाली ठंड में सावधानी बरतनी जरूरी है। हार्ट अटैक के भी 5 दिनों में 102 मामले आए, जिनमें 3 मरीजों की मौत हुई। ऐसे रहा दिन का तापमान
मध्यप्रदेश में इस समय सबसे ज्यादा ठंड ग्वालियर-चंबल अंचल में पड़ रही है। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के थपेड़ों ने कोल्ड डे की शुरुआत कर दी है। दतिया लगातार दो दिनों से प्रदेश का सबसे ठंडा शहर बना हुआ है। पचमढ़ी भी दतिया के आसपास नहीं ठहर रहा है। ग्वालियर दूसरे नंबर पर है। बीते दिन दतिया में न्यूनतम तापमान 15.9 डिग्री और ग्वालियर में 16.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो ठंड की तीव्रता को दर्शाता है। यही कारण है कि 5 दिनों में ब्रेन अटैक के 51 मामले सामने आए हैं, जबकि 14 लोगों की मौत हो चुकी है। मंगलवार रात भी तापमान 9.7 डिग्री सेल्सियस रहा। दोपहर 12 बजे तक सूर्य की एक किरण भी नहीं दिखाई दी। बीता दिन सीजन का पहला कोल्ड डे माना गया है। ग्वालियर, दतिया के अलावा शिवपुरी, भिंड, और मुरैना में भी कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। हालांकि ठंड बढ़ने के चलते कोहरे से राहत जरूर मिली है। हाइवे पर विजिबिलिटी 300 मीटर तक रही। पहाड़ों पर बर्फबारी से मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ी ग्वालियर में नए साल की शुरुआत हाड़ कंपा देने वाली ठंड के साथ हुई। उत्तर भारत में पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है। वहां से आ रही ठंडी हवाओं ने मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड शुरू कर दी है। मंगलवार रात ग्वालियर का न्यूनतम तापमान 9.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सोमवार रात के तापमान के बराबर था। जनवरी की शुरुआत में सर्दी लोगों की परीक्षा ले रही है। दिसंबर में अपेक्षाकृत कम सर्दी थी, लेकिन जनवरी में ठंड ने अपने तेवर दिखा दिए हैं। बिना अलाव के सहारे बैठना मुश्किल हो रहा है। आगे कैसा रहेगा मौसम? मौसम विभाग ने ग्वालियर अंचल के लिए चेतावनी जारी की है कि अगले 48 घंटे तक ठंड बनी रहेगी। इसके बाद कोहरे के साथ ठंड जारी रहने की संभावना है। 12 जनवरी के बाद आसमान में बादल छाने से तापमान में गिरावट होगी। वहीं सर्दी में थोड़ी राहत मिलेगी। साथ ही, बारिश (मावठा) की संभावना भी जताई गई है। हालांकि, इसके बाद ठंड का एक और दौर शुरू होगा। कोहरे ने बिगाड़ी वाहनों की रफ्तार सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात शहर में घना कोहरा छाया रहा। हाइवे पर विजिबिलिटी 300 मीटर तक सीमित रही, जिससे ट्रेनें और ट्रैफिक प्रभावित हुआ। दो दिन पहले कोहरा इतना घना था कि विजिबिलिटी शहर में 50 मीटर और हाइवे पर जीरो तक रह गई थी। ठंड में बढ़े ब्रेन अटैक के मामले, 5 दिन में 14 मौत ठंड किस तरह पड़ रही है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्वालियर के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल समूह में बीते 5 दिनों में 51 ब्रेन अटैक के मामले दर्ज किए गए, जिनमें 14 मरीजों की मौत हो गई। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी हाड़ कंपाने वाली ठंड में सावधानी बरतनी जरूरी है। हार्ट अटैक के भी 5 दिनों में 102 मामले आए, जिनमें 3 मरीजों की मौत हुई। ऐसे रहा दिन का तापमान