नेपानगर में ई-कॉमर्स पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार:वक्ता बोले- लोकल फॉर वोकल को सशक्त माध्यम बनने ई-कॉमर्स को श्रेय
नेपानगर में ई-कॉमर्स पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार:वक्ता बोले- लोकल फॉर वोकल को सशक्त माध्यम बनने ई-कॉमर्स को श्रेय
प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस पंडित जवाहरलाल नेहरु शासकीय महाविद्यालय नेपानगर में एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन शनिवार को हुआ। संगोष्ठी का विषय ई कॉमर्स पर तकनीकी विकास का प्रभाव वर्तमान परिदृश्य में, पर आधारित रहा। मुख्य वक्ता डॉ प्रतापराव कदम प्राध्यापक वाणिज्य विभाग माखनलाल चतुर्वेदी शासकीय स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय खंडवा रहे। उन्होंने कहा ई-कॉमर्स आज जाना पहचाना नाम है। कोरोना संकट के समय ई-कामर्स एक वरदान बनकर सामने आया है। लोकल फॉर वोकल को सशक्त माध्यम बनने का श्रेय ई-कॉमर्स को जाता है। ई कॉमर्स में समय की बचत होती है, लेकिन गुणवत्ता और अन्य दृष्टि से स्थानीय बाजार को कोई नजर अंदाज नहीं कर सकता। उन्होंने इस अवसर पर ई-कॉमर्स के लाभ और हानि पर विस्तार से प्रकाश डाला। ई-कॉमर्स किसी परिचय का मोहताज नहीं महाविद्यालय प्राचार्य व संरक्षक डॉ. मनीषा साकल्ले ने कहा ई-कॉमर्स आज के परिदृश्य में किसी परिचय का मोहताज नहीं है। आज ई कॉमर्स की पहुंच घर-घर तक हो चुकी है। वर्तमान परिदृश्य में ई-कॉमर्स पर तकनीकी विकास का निश्चित ही प्रभाव पड़़ रहा है। इस संगोष्ठी के माध्यम से ई-कामर्स पर विचार मंथन किया जाएगा और उस मंथन से जो सार निकलेगा, जो अमृत निकलेगा, उससे निश्चित ही देश के विकास में योगदान प्राप्त होगा यहां पर किए गए मंथन से देश लाभान्वित होगा। इस संगोष्ठी में वाचन किए गए सभी शोध पत्रों को एक पुस्तिका के रूप में प्रकाशित किया जाएगा। ई-कॉमर्स आज के समय की आवश्यकता डॉ. केआर बडोला एसोसिएट प्राध्यापक एसोसिएट डायरेक्टर, बीबीए प्रोग्राम फैकल्टी ऑफ कामर्स महाराजा सयाजीराव युनिवर्सिटी ऑफ बडौदा गुजरात ने अपने संबोधन में कहा कि ई-कॉमर्स आज के समय की आवश्यकता है। प्रोफेसर परेश बसंतलाल दलाल पूर्व प्राचार्य बीएस नाइक आर्ट्स, कॉमर्स एण्ड साइंस कॉलेज रावेर महाराष्ट्र ने अपने संबोधन में कहा ई-कॉमर्स आज के जीवन की महत्ती आवश्यकता है। इस अवसर पर अशोक जैस्वाल, सरोज मोहासे सहित अन्य गणमान्य नागरिक, सहायक प्राध्यापक व शोध विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थें। संचालन बसंत कुमार सोनी ने किया। आभार अजय कुमार नावरे माना। इस दौरान जनभागीदारी समिति अध्यक्ष छाया गुडगे भी मौजूद थीं।
प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस पंडित जवाहरलाल नेहरु शासकीय महाविद्यालय नेपानगर में एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन शनिवार को हुआ। संगोष्ठी का विषय ई कॉमर्स पर तकनीकी विकास का प्रभाव वर्तमान परिदृश्य में, पर आधारित रहा। मुख्य वक्ता डॉ प्रतापराव कदम प्राध्यापक वाणिज्य विभाग माखनलाल चतुर्वेदी शासकीय स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय खंडवा रहे। उन्होंने कहा ई-कॉमर्स आज जाना पहचाना नाम है। कोरोना संकट के समय ई-कामर्स एक वरदान बनकर सामने आया है। लोकल फॉर वोकल को सशक्त माध्यम बनने का श्रेय ई-कॉमर्स को जाता है। ई कॉमर्स में समय की बचत होती है, लेकिन गुणवत्ता और अन्य दृष्टि से स्थानीय बाजार को कोई नजर अंदाज नहीं कर सकता। उन्होंने इस अवसर पर ई-कॉमर्स के लाभ और हानि पर विस्तार से प्रकाश डाला। ई-कॉमर्स किसी परिचय का मोहताज नहीं महाविद्यालय प्राचार्य व संरक्षक डॉ. मनीषा साकल्ले ने कहा ई-कॉमर्स आज के परिदृश्य में किसी परिचय का मोहताज नहीं है। आज ई कॉमर्स की पहुंच घर-घर तक हो चुकी है। वर्तमान परिदृश्य में ई-कॉमर्स पर तकनीकी विकास का निश्चित ही प्रभाव पड़़ रहा है। इस संगोष्ठी के माध्यम से ई-कामर्स पर विचार मंथन किया जाएगा और उस मंथन से जो सार निकलेगा, जो अमृत निकलेगा, उससे निश्चित ही देश के विकास में योगदान प्राप्त होगा यहां पर किए गए मंथन से देश लाभान्वित होगा। इस संगोष्ठी में वाचन किए गए सभी शोध पत्रों को एक पुस्तिका के रूप में प्रकाशित किया जाएगा। ई-कॉमर्स आज के समय की आवश्यकता डॉ. केआर बडोला एसोसिएट प्राध्यापक एसोसिएट डायरेक्टर, बीबीए प्रोग्राम फैकल्टी ऑफ कामर्स महाराजा सयाजीराव युनिवर्सिटी ऑफ बडौदा गुजरात ने अपने संबोधन में कहा कि ई-कॉमर्स आज के समय की आवश्यकता है। प्रोफेसर परेश बसंतलाल दलाल पूर्व प्राचार्य बीएस नाइक आर्ट्स, कॉमर्स एण्ड साइंस कॉलेज रावेर महाराष्ट्र ने अपने संबोधन में कहा ई-कॉमर्स आज के जीवन की महत्ती आवश्यकता है। इस अवसर पर अशोक जैस्वाल, सरोज मोहासे सहित अन्य गणमान्य नागरिक, सहायक प्राध्यापक व शोध विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थें। संचालन बसंत कुमार सोनी ने किया। आभार अजय कुमार नावरे माना। इस दौरान जनभागीदारी समिति अध्यक्ष छाया गुडगे भी मौजूद थीं।