भोपाल से अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था कल होगा रवाना:शिवभक्त साथ ले जाएंगे रामलला की 51 प्रतिमाएं, त्रिशूल और तिरंगा

अमरनाथ यात्रा आगामी 29 जून से शुरू होगी। इसके पहले 26 जून से यात्रियों की रवानगी का सिलसिला शुरू हो जाएगा। इसी दिन ओम शिव शक्ति सेवा मंडल समेत कई संस्थाओं के पहले जत्थे भी रवाना होंगे। मंडल के पहले और 10 जुलाई को जाने वाले जत्थे में शामिल श्रद्धालु अपने साथ रामलला की छोटी प्रतिमाएं, त्रिशूल व तिरंगा साथ लेकर जाएंगे। उनका कहना है कि श्रीराम ने भी शिवलिंग की स्थापना कर रामेश्वर पूजा की थी। अयोध्या में रामलला विराजमान हो चुके हैं, तो उनके उसी स्वरूप को अपने साथ ले जाएंगे। पांच जत्थों द्वारा रामलला की 51 प्रतिमाएं अमरनाथ गुफा तक ले जाई जाएंगी। इनमें डेढ़ फीट की एक प्रतिमा वहां मंडल विराजमान कराएगा जबकि बाकी श्रद्धालु अपने साथ वापस लाकर घरों में रखेंगे। ऑनस्पाट रजिस्ट्रेशन भटेजा ने बताया कि अनेक लोग ऐसे हैं, जिनको अपनी पसंदीदा तिथि में अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है। इसलिए कई लोग जत्थों के साथ और कई लोग अलग से जम्मू जाकर वहीं पर रजिस्ट्रेशन कराएंगे। इसकी वजह यह है कि अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा जम्मू में पांच स्थान सरस्वती धाम, वैष्णवी धाम, महाजन सभा सामुदायिक हाल, बालटाल व पंचतरणी में ऑन स्पाट रजिस्ट्रेशन भी किए जाएंगे। ​​​​​​​ रजिस्ट्रेशन के लिए ओरिजिनल हेल्थ सर्टिफिकेट एवं आधार कार्ड अनिवार्य है। टोकन सिस्टम के माध्यम से ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन किए जाते हैं एक व्यक्ति को दो टोकन दिए जाते हैं । अष्टधातु से बनी है डेढ़ फीट की एक प्रतिमा दूसरी ओर भोपाल जिले से 15 हजार से अधिक लोग अमरनाथ यात्रा पर जाएंगे। यात्रा 29 जून से शुरू होकर 17 अगस्त रक्षा बंधन तक चलेगी। ओम शिव शक्ति सेवा मंडल व हरिओम मंडल समेत कई संस्थाओं के पहले जत्थे 26 जून को भोपाल रेलवे स्टेशन से रवाना होंगे। मंडल के सचिव रिंकू भटेजा ने बताया कि मंडल की ओर से 51 रामलला की प्रतिमाएं मंगाई गई हैं। इनमें डेढ़ फीट की एक अष्टधातु की प्रतिमा है, शेष विभिन्न प्रकार के स्टोन से बनी है, जो छह से 8 इंच तक की हैं।

भोपाल से अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था कल होगा रवाना:शिवभक्त साथ ले जाएंगे रामलला की 51 प्रतिमाएं, त्रिशूल और तिरंगा
अमरनाथ यात्रा आगामी 29 जून से शुरू होगी। इसके पहले 26 जून से यात्रियों की रवानगी का सिलसिला शुरू हो जाएगा। इसी दिन ओम शिव शक्ति सेवा मंडल समेत कई संस्थाओं के पहले जत्थे भी रवाना होंगे। मंडल के पहले और 10 जुलाई को जाने वाले जत्थे में शामिल श्रद्धालु अपने साथ रामलला की छोटी प्रतिमाएं, त्रिशूल व तिरंगा साथ लेकर जाएंगे। उनका कहना है कि श्रीराम ने भी शिवलिंग की स्थापना कर रामेश्वर पूजा की थी। अयोध्या में रामलला विराजमान हो चुके हैं, तो उनके उसी स्वरूप को अपने साथ ले जाएंगे। पांच जत्थों द्वारा रामलला की 51 प्रतिमाएं अमरनाथ गुफा तक ले जाई जाएंगी। इनमें डेढ़ फीट की एक प्रतिमा वहां मंडल विराजमान कराएगा जबकि बाकी श्रद्धालु अपने साथ वापस लाकर घरों में रखेंगे। ऑनस्पाट रजिस्ट्रेशन भटेजा ने बताया कि अनेक लोग ऐसे हैं, जिनको अपनी पसंदीदा तिथि में अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है। इसलिए कई लोग जत्थों के साथ और कई लोग अलग से जम्मू जाकर वहीं पर रजिस्ट्रेशन कराएंगे। इसकी वजह यह है कि अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा जम्मू में पांच स्थान सरस्वती धाम, वैष्णवी धाम, महाजन सभा सामुदायिक हाल, बालटाल व पंचतरणी में ऑन स्पाट रजिस्ट्रेशन भी किए जाएंगे। ​​​​​​​ रजिस्ट्रेशन के लिए ओरिजिनल हेल्थ सर्टिफिकेट एवं आधार कार्ड अनिवार्य है। टोकन सिस्टम के माध्यम से ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन किए जाते हैं एक व्यक्ति को दो टोकन दिए जाते हैं । अष्टधातु से बनी है डेढ़ फीट की एक प्रतिमा दूसरी ओर भोपाल जिले से 15 हजार से अधिक लोग अमरनाथ यात्रा पर जाएंगे। यात्रा 29 जून से शुरू होकर 17 अगस्त रक्षा बंधन तक चलेगी। ओम शिव शक्ति सेवा मंडल व हरिओम मंडल समेत कई संस्थाओं के पहले जत्थे 26 जून को भोपाल रेलवे स्टेशन से रवाना होंगे। मंडल के सचिव रिंकू भटेजा ने बताया कि मंडल की ओर से 51 रामलला की प्रतिमाएं मंगाई गई हैं। इनमें डेढ़ फीट की एक अष्टधातु की प्रतिमा है, शेष विभिन्न प्रकार के स्टोन से बनी है, जो छह से 8 इंच तक की हैं।