इंदौर में किंग कोबरा के स्वास्थ्य को लेकर सतर्कता बढ़ी:भोपाल में सांप की मौत के बाद इंदौर में दिया जा रही विशेष ध्यान

वन विहार नेशनल पार्क भोपाल में पिछले दिनों किंग कोबरा की मौत के बाद इंदौर जू में मौजूद किंग कोबरा के स्वास्थ्य को लेकर जू प्रबंधन सतर्क हो गया है। उसे उसके अनुकूल एटमॉस्फियर दिया जा रहा है, ताकि उसका स्वास्थ्य खराब न हो। ये वही किंग कोबरा है जिसकी सौगात एक महीने पहले सीएम डॉ. मोहन यादव ने इंदौर जू को दी थी। बता दें कि इंदौर जू में पहले से एक फीमेल किंग कोबरा है, जिसका रेस्क्यू इंदौर से ही किया गया था। भोपाल वन विहार में किंग कोबरा की मौत के बाद इंदौर में इन दोनों किंग कोबरा को लेकर जू प्रबंधन सतर्कता बनाए हुए है। कर्नाटक के पीलीकुला बायोलॉजिकल पार्क से मेल किंग कोबरा लाया गया है। जिसे इंदौर के जू में बने स्नेक हाउस में रखा है। ह्यूमिनिटी-टेम्प्रेचर का ध्यान जू प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने बताया कि किंग कोबरा को जिस तरह की ह्यूमिनिटी और टेम्प्रेचर चाहिए उसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। हमारे यहां एक फिमेल किंग कोबरा पिछले दो साल से है। मेल किंग कोबरा करीब 1 महीने पहले आया है। भोपाल में किंग कोबरा की मौत के बाद यहां सतर्कता बरती जा रही है। वह जिस तरह के वातावरण में रहते हैं वैसा वातावरण जू में दिया जा रहा है। 2022 में रेस्क्यू किया था फिमेल किंग कोबरा डॉ.उत्तम यादव और जू क्यूरेटर व एजुकेशन ऑफिसर निहार पारुलेकर ने बताया कि साल 2022 में फिमेल किंग कोबरा का रेस्क्यू किया था। उस वक्त उसकी हालत काफी खराब थी। जू में आने के बाद उसकी देखभाल की गई, इसके बाद वह काफी अच्छी स्थिति में आ गई। यह इंदौर जू की पहली किंग कोबरा है, जाे 13-14 फीट की है। करीब 5 से 6 साल की उम्र है। निहार ने बताया कि उस वक्त महाराष्ट्र-उड़ीसा से सपेरे इंदौर में आए थे। उनके पास ये फिमेल किंग कोबरा थी। किसी ने उनकी सूचना दी थी, जिसके बाद उनसे रेस्क्यू कर इसे यहां लगाया गया था। पीलीकुला बायोलॉजिकल पार्क से आया मेल किंग कोबरा मुख्यमंत्री ने जिस मेल किंग कोबरा की सौगात इंदौर जू को दी है वह पीलीकुला बायोलॉजिकल पार्क कर्नाटक से आया है। पीलीकुला से इंदौर आया किंग कोबरा करीब 12 फीट लंबा है और उसका वजन साढ़े 10 किलो है। हालांकि ये फिमेल से छोटा है। इंदौर जू में किंग कोबरा को हुआ 1 महीने से ऊपर डॉ.यादव ने बताया कि दोनों ही किंग कोबरा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। किंग कोबरा को जिस तरह का एटमॉस्फियर चाहिए उस तरह का हैबिटेट, टेम्प्रेचर, आवास आदि मेनटेन किया हुआ है। मेल किंग कोबरा को 1 महीने से ऊपर हो गया है इंदौर जू में आए। किंग कोबरा की डाइट के अनुसार दो से तीन बार उसे खाना भी दिया है। पास-पास ही रखा है मेल-फिमेल को डॉ.यादव ने बताया कि मेल-फिमेल दोनों किंग कोबरा को पास-पास में ही रखा है। दोनों के बीच जाली गेट है। जिससे वे एक-दूसरे के पास नहीं जा सकते हैं, लेकिन एक-दूसरे को देख जरूर सकते हैं। दोनों किंग कोबरा स्नेक हाउस में हैं। यहां आने वाले दर्शक भी इनको निहारते हैं। भोपाल से आ चुका है फोन डॉ.यादव ने बताया कि भोपाल में किंग कोबरा की मौत होने के बाद भोपाल के अधिकारियों से किंग कोबरा को लेकर चर्चा भी हो चुकी है। बताया जा रहा है कि वहां के अधिकारियों ने डॉ.यादव से किंग कोबरा को लेकर जानकारी ली है साथ ही जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए हैं।

इंदौर में किंग कोबरा के स्वास्थ्य को लेकर सतर्कता बढ़ी:भोपाल में सांप की मौत के बाद इंदौर में दिया जा रही विशेष ध्यान
वन विहार नेशनल पार्क भोपाल में पिछले दिनों किंग कोबरा की मौत के बाद इंदौर जू में मौजूद किंग कोबरा के स्वास्थ्य को लेकर जू प्रबंधन सतर्क हो गया है। उसे उसके अनुकूल एटमॉस्फियर दिया जा रहा है, ताकि उसका स्वास्थ्य खराब न हो। ये वही किंग कोबरा है जिसकी सौगात एक महीने पहले सीएम डॉ. मोहन यादव ने इंदौर जू को दी थी। बता दें कि इंदौर जू में पहले से एक फीमेल किंग कोबरा है, जिसका रेस्क्यू इंदौर से ही किया गया था। भोपाल वन विहार में किंग कोबरा की मौत के बाद इंदौर में इन दोनों किंग कोबरा को लेकर जू प्रबंधन सतर्कता बनाए हुए है। कर्नाटक के पीलीकुला बायोलॉजिकल पार्क से मेल किंग कोबरा लाया गया है। जिसे इंदौर के जू में बने स्नेक हाउस में रखा है। ह्यूमिनिटी-टेम्प्रेचर का ध्यान जू प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने बताया कि किंग कोबरा को जिस तरह की ह्यूमिनिटी और टेम्प्रेचर चाहिए उसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। हमारे यहां एक फिमेल किंग कोबरा पिछले दो साल से है। मेल किंग कोबरा करीब 1 महीने पहले आया है। भोपाल में किंग कोबरा की मौत के बाद यहां सतर्कता बरती जा रही है। वह जिस तरह के वातावरण में रहते हैं वैसा वातावरण जू में दिया जा रहा है। 2022 में रेस्क्यू किया था फिमेल किंग कोबरा डॉ.उत्तम यादव और जू क्यूरेटर व एजुकेशन ऑफिसर निहार पारुलेकर ने बताया कि साल 2022 में फिमेल किंग कोबरा का रेस्क्यू किया था। उस वक्त उसकी हालत काफी खराब थी। जू में आने के बाद उसकी देखभाल की गई, इसके बाद वह काफी अच्छी स्थिति में आ गई। यह इंदौर जू की पहली किंग कोबरा है, जाे 13-14 फीट की है। करीब 5 से 6 साल की उम्र है। निहार ने बताया कि उस वक्त महाराष्ट्र-उड़ीसा से सपेरे इंदौर में आए थे। उनके पास ये फिमेल किंग कोबरा थी। किसी ने उनकी सूचना दी थी, जिसके बाद उनसे रेस्क्यू कर इसे यहां लगाया गया था। पीलीकुला बायोलॉजिकल पार्क से आया मेल किंग कोबरा मुख्यमंत्री ने जिस मेल किंग कोबरा की सौगात इंदौर जू को दी है वह पीलीकुला बायोलॉजिकल पार्क कर्नाटक से आया है। पीलीकुला से इंदौर आया किंग कोबरा करीब 12 फीट लंबा है और उसका वजन साढ़े 10 किलो है। हालांकि ये फिमेल से छोटा है। इंदौर जू में किंग कोबरा को हुआ 1 महीने से ऊपर डॉ.यादव ने बताया कि दोनों ही किंग कोबरा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। किंग कोबरा को जिस तरह का एटमॉस्फियर चाहिए उस तरह का हैबिटेट, टेम्प्रेचर, आवास आदि मेनटेन किया हुआ है। मेल किंग कोबरा को 1 महीने से ऊपर हो गया है इंदौर जू में आए। किंग कोबरा की डाइट के अनुसार दो से तीन बार उसे खाना भी दिया है। पास-पास ही रखा है मेल-फिमेल को डॉ.यादव ने बताया कि मेल-फिमेल दोनों किंग कोबरा को पास-पास में ही रखा है। दोनों के बीच जाली गेट है। जिससे वे एक-दूसरे के पास नहीं जा सकते हैं, लेकिन एक-दूसरे को देख जरूर सकते हैं। दोनों किंग कोबरा स्नेक हाउस में हैं। यहां आने वाले दर्शक भी इनको निहारते हैं। भोपाल से आ चुका है फोन डॉ.यादव ने बताया कि भोपाल में किंग कोबरा की मौत होने के बाद भोपाल के अधिकारियों से किंग कोबरा को लेकर चर्चा भी हो चुकी है। बताया जा रहा है कि वहां के अधिकारियों ने डॉ.यादव से किंग कोबरा को लेकर जानकारी ली है साथ ही जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए हैं।