विस्पुते बोले-श्रीराम ने समाज को सेवा के माध्यम से जोड़ा:सेवा भारती के 'युवा सेवा संगम' में 350 युवाओं ने साझा किए अनुभव
विस्पुते बोले-श्रीराम ने समाज को सेवा के माध्यम से जोड़ा:सेवा भारती के 'युवा सेवा संगम' में 350 युवाओं ने साझा किए अनुभव
सेवा भारती मध्य भारत प्रांत द्वारा भोपाल में आयोजित एक दिवसीय 'युवा सेवा संगम' में समाज सेवा और युवा शक्ति को नई दिशा देने का प्रयास किया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह बौद्धिक प्रमुख दीपक विस्पुते ने इस अवसर पर युवाओं को सेवा के माध्यम से समाज को सशक्त बनाने का संदेश दिया। दीपक विस्पुते ने कहा कि श्रीराम ने समाज को सेवा के माध्यम से जागरूक और एकत्रित करने का कार्य किया था। आज हजारों लोग सेवा कार्यों के जरिए समाज को नई दिशा दे रहे हैं। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे समाज के दीपक बनें और सेवा भाव से एकजुट होकर कार्य करें। सेवा करने वाले हाथ पूजा करने वाले हाथों से अधिक पवित्र
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता एम्स भोपाल के अध्यक्ष और प्रसिद्ध न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुनील मलिक ने की। उन्होंने कहा, "सेवा करने वाले हाथ पूजा करने वाले हाथों से अधिक पवित्र होते हैं। भारत ने दुनिया को मुफ्त वैक्सीन देकर सेवा का उदाहरण प्रस्तुत किया है।" सामाजिक कार्यकर्ता प्रेमशंकर ने कहा कि सेवा में करुणा का होना आवश्यक है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा, "भारत की संस्कृति सेवा, त्याग और समर्पण पर आधारित है। प्रत्येक मनुष्य में परमात्मा का अंश है, इसलिए सभी की चिंता करना हमारा दायित्व है।" समापन सत्र की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध नेत्र विशेषज्ञ डॉ. पीएल बिंद्रा ने की। उन्होंने स्वामी विवेकानंद को समाज का पथ प्रदर्शक बताते हुए कहा कि युवाओं को सकारात्मक सोच के साथ समाज सेवा में योगदान देना चाहिए। प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश सेठी ने मुख्य अतिथि के रूप में युवाओं को प्रेरित किया। फिल्म प्रदर्शन और अनुभव साझा किए
कार्यक्रम के दौरान सेवा कार्यों पर आधारित एक प्रेरणादायक फिल्म का प्रदर्शन किया गया, जिसने युवाओं को गहराई से प्रभावित किया। कार्यक्रम में 350 चयनित युवाओं ने भाग लिया और समाज सेवा के अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम की संकल्पना जितेंद्र राठौर ने प्रस्तुत की और संचालन अमिताभ श्रीवास्तव ने किया। सेवा का नया आयाम
इस 'युवा सेवा संगम' ने युवाओं को समाज सेवा के प्रति प्रेरित किया और उन्हें समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए नई ऊर्जा प्रदान की। कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि सेवा भाव से काम करने वाले युवा ही समाज को सशक्त और आत्मनिर्भर बना सकते हैं।
सेवा भारती मध्य भारत प्रांत द्वारा भोपाल में आयोजित एक दिवसीय 'युवा सेवा संगम' में समाज सेवा और युवा शक्ति को नई दिशा देने का प्रयास किया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह बौद्धिक प्रमुख दीपक विस्पुते ने इस अवसर पर युवाओं को सेवा के माध्यम से समाज को सशक्त बनाने का संदेश दिया। दीपक विस्पुते ने कहा कि श्रीराम ने समाज को सेवा के माध्यम से जागरूक और एकत्रित करने का कार्य किया था। आज हजारों लोग सेवा कार्यों के जरिए समाज को नई दिशा दे रहे हैं। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे समाज के दीपक बनें और सेवा भाव से एकजुट होकर कार्य करें। सेवा करने वाले हाथ पूजा करने वाले हाथों से अधिक पवित्र
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता एम्स भोपाल के अध्यक्ष और प्रसिद्ध न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुनील मलिक ने की। उन्होंने कहा, "सेवा करने वाले हाथ पूजा करने वाले हाथों से अधिक पवित्र होते हैं। भारत ने दुनिया को मुफ्त वैक्सीन देकर सेवा का उदाहरण प्रस्तुत किया है।" सामाजिक कार्यकर्ता प्रेमशंकर ने कहा कि सेवा में करुणा का होना आवश्यक है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा, "भारत की संस्कृति सेवा, त्याग और समर्पण पर आधारित है। प्रत्येक मनुष्य में परमात्मा का अंश है, इसलिए सभी की चिंता करना हमारा दायित्व है।" समापन सत्र की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध नेत्र विशेषज्ञ डॉ. पीएल बिंद्रा ने की। उन्होंने स्वामी विवेकानंद को समाज का पथ प्रदर्शक बताते हुए कहा कि युवाओं को सकारात्मक सोच के साथ समाज सेवा में योगदान देना चाहिए। प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश सेठी ने मुख्य अतिथि के रूप में युवाओं को प्रेरित किया। फिल्म प्रदर्शन और अनुभव साझा किए
कार्यक्रम के दौरान सेवा कार्यों पर आधारित एक प्रेरणादायक फिल्म का प्रदर्शन किया गया, जिसने युवाओं को गहराई से प्रभावित किया। कार्यक्रम में 350 चयनित युवाओं ने भाग लिया और समाज सेवा के अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम की संकल्पना जितेंद्र राठौर ने प्रस्तुत की और संचालन अमिताभ श्रीवास्तव ने किया। सेवा का नया आयाम
इस 'युवा सेवा संगम' ने युवाओं को समाज सेवा के प्रति प्रेरित किया और उन्हें समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए नई ऊर्जा प्रदान की। कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि सेवा भाव से काम करने वाले युवा ही समाज को सशक्त और आत्मनिर्भर बना सकते हैं।