इंदौर के गोंदवाले धाम में मना उपासना दिवस:अन्न पूर्ण ब्रह्म, परमात्मा की सेवा है खाली उदर को तृप्त करना- श्रीराम कोकजे गुरुजी
इंदौर के गोंदवाले धाम में मना उपासना दिवस:अन्न पूर्ण ब्रह्म, परमात्मा की सेवा है खाली उदर को तृप्त करना- श्रीराम कोकजे गुरुजी
आध्यात्म के साथ अनुशासन और नियमितता का पर्याय माने जाने वाले श्री क्षेत्र गोंदवले धाम में रविवार को उपासना दिवस पर भक्तों द्वारा संत गोंदवलेकर महाराज को छप्पन भोग नैवेद्य लगाया गया। इस अवसर पर गोंदवले धाम के अधिष्ठाता श्रीराम कोकजे गुरुजी ने प्रवचन में कहा कि अन्नदान श्रेष्ठ दान है। अन्न पूर्ण ब्रह्म है और खाली उदर को तृप्त करना यानी परमात्मा की सेवा करना है। रविवारीय उपासना में भक्तों ने आनंद और उत्साह के साथ कीर्तन सेवा की। इसके उपरांत श्रद्धालुओं को महाप्रसाद का वितरण किया गया।
आध्यात्म के साथ अनुशासन और नियमितता का पर्याय माने जाने वाले श्री क्षेत्र गोंदवले धाम में रविवार को उपासना दिवस पर भक्तों द्वारा संत गोंदवलेकर महाराज को छप्पन भोग नैवेद्य लगाया गया। इस अवसर पर गोंदवले धाम के अधिष्ठाता श्रीराम कोकजे गुरुजी ने प्रवचन में कहा कि अन्नदान श्रेष्ठ दान है। अन्न पूर्ण ब्रह्म है और खाली उदर को तृप्त करना यानी परमात्मा की सेवा करना है। रविवारीय उपासना में भक्तों ने आनंद और उत्साह के साथ कीर्तन सेवा की। इसके उपरांत श्रद्धालुओं को महाप्रसाद का वितरण किया गया।