सतना में कांग्रेस नेता के साथ डिजिटल अरेस्ट का प्रयास:ठग ने वीडियो कॉल कर दिखाया थाना, जिलाध्यक्ष बात करते हुए पहुंच गए थाने

सतना में साइबर ठगों ने कांग्रेस को डिजिटल अरेस्ट के झांसे में फंसाने की कोशिश की। मंगलवार को उपभोक्ता संरक्षण प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष शशांक सिंह बघेल को 87050273208 नंबर से कॉल आया, जिसमें कहा गया कि उनके मोबाइल नंबर से आपराधिक गतिविधियां हुई हैं। इसे बंद कर दिया जाएगा। साथ ही उन्हें तीन साल की सजा का भी डर दिखाया गया। ठग ने उनके नंबर के बारे में जानकारी दी और दूसरा नंबर भी मांगा। कुछ समय बाद शशांक को 9127371486 नंबर से व्हाट्स ऐप मैसेज आया और वीडियो कॉल की गई, जिसमें एक व्यक्ति सब इंस्पेक्टर की वर्दी में थाने में बैठा दिखाया गया। ठग ने कहा कि उनके नंबर से मुंबई के विजय नगर क्षेत्र में फ्रॉड हुआ है, और उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। ठगों से बात करते हुए कोलगवां थाना पहुंच गए शशांक शशांक ने ठगों से लगभग 16 मिनट तक बात की और धीरे-धीरे कोलगवां थाना पहुंच गए। जब उन्होंने पुलिस से ठग की बात कराई, तो कॉल डिस्कनेक्ट हो गई। शशांक ने बताया कि ठगों ने जो मोबाइल नंबर बताया था वो उनका नहीं था और न ही वे कभी मुंबई गए थे। इसलिए उनका संदेह गहरा गया और उन्होंने ठगों के झांसे में आने से बचने के लिए पुलिस की मदद ली। बता दें कि पिछले दिनों साइबर ठगों ने सतना के एक एकाउंटेंट को झांसा देकर ठगा था।

सतना में कांग्रेस नेता के साथ डिजिटल अरेस्ट का प्रयास:ठग ने वीडियो कॉल कर दिखाया थाना, जिलाध्यक्ष बात करते हुए पहुंच गए थाने
सतना में साइबर ठगों ने कांग्रेस को डिजिटल अरेस्ट के झांसे में फंसाने की कोशिश की। मंगलवार को उपभोक्ता संरक्षण प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष शशांक सिंह बघेल को 87050273208 नंबर से कॉल आया, जिसमें कहा गया कि उनके मोबाइल नंबर से आपराधिक गतिविधियां हुई हैं। इसे बंद कर दिया जाएगा। साथ ही उन्हें तीन साल की सजा का भी डर दिखाया गया। ठग ने उनके नंबर के बारे में जानकारी दी और दूसरा नंबर भी मांगा। कुछ समय बाद शशांक को 9127371486 नंबर से व्हाट्स ऐप मैसेज आया और वीडियो कॉल की गई, जिसमें एक व्यक्ति सब इंस्पेक्टर की वर्दी में थाने में बैठा दिखाया गया। ठग ने कहा कि उनके नंबर से मुंबई के विजय नगर क्षेत्र में फ्रॉड हुआ है, और उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। ठगों से बात करते हुए कोलगवां थाना पहुंच गए शशांक शशांक ने ठगों से लगभग 16 मिनट तक बात की और धीरे-धीरे कोलगवां थाना पहुंच गए। जब उन्होंने पुलिस से ठग की बात कराई, तो कॉल डिस्कनेक्ट हो गई। शशांक ने बताया कि ठगों ने जो मोबाइल नंबर बताया था वो उनका नहीं था और न ही वे कभी मुंबई गए थे। इसलिए उनका संदेह गहरा गया और उन्होंने ठगों के झांसे में आने से बचने के लिए पुलिस की मदद ली। बता दें कि पिछले दिनों साइबर ठगों ने सतना के एक एकाउंटेंट को झांसा देकर ठगा था।