अटेर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर सख्ती:50 से अधिक के मानदेय काटे, लापरवाही बरतने पर हुई कार्रवाई
अटेर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर सख्ती:50 से अधिक के मानदेय काटे, लापरवाही बरतने पर हुई कार्रवाई
भिंड जिले के अटेर ब्लॉक में महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी राहुल गुप्ता ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की लापरवाही को लेकर सख्त रुख अपनाया है। बार-बार चेतावनी देने के बावजूद कार्य में सुधार नहीं होने पर 50 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय काटने की कार्रवाई की गई है। काम में लापरवाही बनी बड़ी समस्या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं नियमित रूप से केंद्रों पर उपस्थित नहीं हो रही थीं। इसका सीधा असर केंद्र संचालन और हितग्राहियों तक पोषण आहार एवं पूरक आहार वितरण पर पड़ा। परियोजना अधिकारी ने बताया कि कई केंद्रों पर सरकारी योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक नहीं पहुंच रहा था। ऑनलाइन मॉनिटरिंग और सख्त दिशा-निर्देश राहुल गुप्ता ने बताया कि नियमित केंद्र संचालन सुनिश्चित करने के लिए कार्यकर्ताओं की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जा रही है। साथ ही सेक्टर पर्यवेक्षकों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे केंद्रों का नियमित निरीक्षण करें और रिपोर्टिंग में पारदर्शिता रखें। अगली कार्रवाई होगी बर्खास्तगी परियोजना अधिकारी ने स्पष्ट किया कि यदि इसके बाद भी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं होता है, तो उन्हें पद से हटाने की कार्रवाई की जाएगी। यह कदम महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं के सही क्रियान्वयन और लाभार्थियों तक सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
भिंड जिले के अटेर ब्लॉक में महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी राहुल गुप्ता ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की लापरवाही को लेकर सख्त रुख अपनाया है। बार-बार चेतावनी देने के बावजूद कार्य में सुधार नहीं होने पर 50 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय काटने की कार्रवाई की गई है। काम में लापरवाही बनी बड़ी समस्या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं नियमित रूप से केंद्रों पर उपस्थित नहीं हो रही थीं। इसका सीधा असर केंद्र संचालन और हितग्राहियों तक पोषण आहार एवं पूरक आहार वितरण पर पड़ा। परियोजना अधिकारी ने बताया कि कई केंद्रों पर सरकारी योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक नहीं पहुंच रहा था। ऑनलाइन मॉनिटरिंग और सख्त दिशा-निर्देश राहुल गुप्ता ने बताया कि नियमित केंद्र संचालन सुनिश्चित करने के लिए कार्यकर्ताओं की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जा रही है। साथ ही सेक्टर पर्यवेक्षकों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे केंद्रों का नियमित निरीक्षण करें और रिपोर्टिंग में पारदर्शिता रखें। अगली कार्रवाई होगी बर्खास्तगी परियोजना अधिकारी ने स्पष्ट किया कि यदि इसके बाद भी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं होता है, तो उन्हें पद से हटाने की कार्रवाई की जाएगी। यह कदम महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं के सही क्रियान्वयन और लाभार्थियों तक सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।