सिवनी में सर्द हवाओं के असर से तापमान में गिरावट:जिले में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज, गिरते तापमान के साथ पाले की संभावना बढ़ी
सिवनी में सर्द हवाओं के असर से तापमान में गिरावट:जिले में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज, गिरते तापमान के साथ पाले की संभावना बढ़ी
सिवनी में धीरे-धीरे ठंड बढ़ती जा रही है, क्योंकि उत्तर से चल रही सर्द हवाओं के असर से तापमान में गिरावट हो रही है। सीजन का न्यूनतम तापमान मंगलवार को दर्ज किया गया था। बुधवार को तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की मामूली बढ़ोतरी के बाद गुरुवार को एक बार फिर तापमान गिरकर 9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। दिनभर चल रही सर्द हवाओं के कारण वातावरण में ठिठुरन महसूस की गई। तापमान में गिरावट फसलों के लिए लाभकारी हो सकती है दिन में धूप का असर सर्द हवाओं के असर को कम कर देता है, लेकिन शाम होते ही इसका प्रभाव बढ़ जाता है। ठंड से बचने के लिए लोगों को अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ा। तापमान में गिरावट से फसलों के लिए लाभदायक स्थिति बन रही है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। सर्दी के मौसम में किसानों के लिए फसल सुरक्षा के उपाय हृदय रोग विशेषज्ञों के अनुसार मौसम में परिवर्तन के कारण बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल पर ध्यान देना जरूरी हो जाता है। ठंड बढ़ने के साथ ही बुजुर्गों को सांस फूलने सहित अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में बुजुर्गों को रोगों से बचाने के लिए उचित देखभाल जरूरी है। सर्द हवाओं के कारण तापमान में गिरावट से फिलहाल फसलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। कृषि विज्ञानियों का कहना है कि यदि तापमान लगातार गिरता है, तो पाला पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में सब्जी की फसलों को खासतौर पर नुकसान हो सकता है। किसान फसलों में सिंचाई के साथ-साथ पाला पड़ने की स्थिति में खेत की मेढ़ पर धुआं करें, इससे फसल को नुकसान से बचाया जा सकता है।
सिवनी में धीरे-धीरे ठंड बढ़ती जा रही है, क्योंकि उत्तर से चल रही सर्द हवाओं के असर से तापमान में गिरावट हो रही है। सीजन का न्यूनतम तापमान मंगलवार को दर्ज किया गया था। बुधवार को तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की मामूली बढ़ोतरी के बाद गुरुवार को एक बार फिर तापमान गिरकर 9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। दिनभर चल रही सर्द हवाओं के कारण वातावरण में ठिठुरन महसूस की गई। तापमान में गिरावट फसलों के लिए लाभकारी हो सकती है दिन में धूप का असर सर्द हवाओं के असर को कम कर देता है, लेकिन शाम होते ही इसका प्रभाव बढ़ जाता है। ठंड से बचने के लिए लोगों को अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ा। तापमान में गिरावट से फसलों के लिए लाभदायक स्थिति बन रही है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। सर्दी के मौसम में किसानों के लिए फसल सुरक्षा के उपाय हृदय रोग विशेषज्ञों के अनुसार मौसम में परिवर्तन के कारण बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल पर ध्यान देना जरूरी हो जाता है। ठंड बढ़ने के साथ ही बुजुर्गों को सांस फूलने सहित अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में बुजुर्गों को रोगों से बचाने के लिए उचित देखभाल जरूरी है। सर्द हवाओं के कारण तापमान में गिरावट से फिलहाल फसलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। कृषि विज्ञानियों का कहना है कि यदि तापमान लगातार गिरता है, तो पाला पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में सब्जी की फसलों को खासतौर पर नुकसान हो सकता है। किसान फसलों में सिंचाई के साथ-साथ पाला पड़ने की स्थिति में खेत की मेढ़ पर धुआं करें, इससे फसल को नुकसान से बचाया जा सकता है।