उज्जैन में पकड़े गए 25 भिखारी फरार, VIDEO:एक घंटे बाद सभी ने रेन बसेरा में मचाया उत्पात, लाइट और कांच तोड़े
उज्जैन में पकड़े गए 25 भिखारी फरार, VIDEO:एक घंटे बाद सभी ने रेन बसेरा में मचाया उत्पात, लाइट और कांच तोड़े
इंदौर के बाद अब उज्जैन शहर को भी भिखारियों से मुक्त करने के लिए पुलिस ने अभियान चलाया। मंगलवार को पुलिस ने 25 भिखारियों को पकड़कर फाजलपुरा के रेन बसेरा भेजा, लेकिन जैसे ही पुलिस की गाड़ी वहां से रवाना हुई, भिखारी फरार हो गए। रेन बसेरा से भागने का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें भिखारी एक-एक कर वहां से निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं। भिखारियों ने रेन बसेरा में तोड़फोड़ की और वाशरूम की लाइट और कांच तोड़ दिए। कलेक्टर के आदेश पर पुलिस ने भिखारियों को पकड़ा था, लेकिन नगर निगम ने एक घंटे बाद इन्हें जाने की अनुमति दे दी, यह तर्क देते हुए कि रेन बसेरा लोगों को अपनी मर्जी से आश्रय देने के लिए है, न कि उन्हें बंदी बनाने के लिए। केंद्र की 'स्माइल प्रोजेक्ट' योजना उज्जैन को भिखारी मुक्त शहर बनाने के लिए केंद्र सरकार ने 'स्माइल प्रोजेक्ट' शुरू किया था। इस योजना के तहत इंदौर से 325 भिखारियों को उज्जैन भेजा गया था। हालांकि, शहर में भिखारियों के लिए उचित पुनर्वास केंद्र न होने के कारण यह योजना प्रभावी नहीं हो पाई थी। अब उज्जैन में भी भिखारियों को शहर से बाहर करने की मांग उठ रही है। मंगलवार को पुलिस ने महाकाल थाने के टीआई के नेतृत्व में 25 भिखारियों को पकड़ा और फाजलपुरा के रेन बसेरा भेजा था। उज्जैन में 1200 से अधिक भिखारी उज्जैन शहर में करीब 2500 भिखारियों की पहचान की गई है। इनमें से 1200 से अधिक भिखारी प्रमुख मंदिरों और चौराहों पर भीख मांगते हैं। महाकाल मंदिर, हरसिद्धि मंदिर, काल भैरव और चामुंडा माता मंदिर के बाहर सबसे ज्यादा भिखारी हैं। इसके अलावा, शहर में होने वाले पर्वों पर बाहर से भी बड़ी संख्या में भिखारी आते हैं। भिखारियों का पुनर्वास रुपाली जैन, जो इंदौर की संस्था प्रवेश की संचालिका हैं, ने बताया कि वे उज्जैन में भिखारियों के पुनर्वास के लिए काम कर रहे हैं। उज्जैन कलेक्टर और निगम कमिश्नर से बात की गई है, और शेल्टर होम के लिए किचन बनाने का काम बाकी है। किचन बनने के बाद, भिखारियों को शेल्टर होम में रखा जाएगा। इस प्रक्रिया में केंद्र सरकार की योजना के तहत भिखारियों का पुनर्वास किया जाएगा। महापौर मुकेश टटवाल ने बताया उज्जैन में भिखारियों के लिए रेन बसेरा को आश्रय स्थल के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा और जल्द ही इस दिशा में काम शुरू होगा। ये खबर भी पढ़े... उज्जैन भी होगा भिखारियों से मुक्त:महाकाल थाना पुलिस ने रामघाट से 25 भिखारियों को पकड़ा, रेन बसेरा में भेजा
इंदौर के बाद अब उज्जैन शहर को भी भिखारियों से मुक्त करने के लिए पुलिस ने अभियान चलाया। मंगलवार को पुलिस ने 25 भिखारियों को पकड़कर फाजलपुरा के रेन बसेरा भेजा, लेकिन जैसे ही पुलिस की गाड़ी वहां से रवाना हुई, भिखारी फरार हो गए। रेन बसेरा से भागने का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें भिखारी एक-एक कर वहां से निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं। भिखारियों ने रेन बसेरा में तोड़फोड़ की और वाशरूम की लाइट और कांच तोड़ दिए। कलेक्टर के आदेश पर पुलिस ने भिखारियों को पकड़ा था, लेकिन नगर निगम ने एक घंटे बाद इन्हें जाने की अनुमति दे दी, यह तर्क देते हुए कि रेन बसेरा लोगों को अपनी मर्जी से आश्रय देने के लिए है, न कि उन्हें बंदी बनाने के लिए। केंद्र की 'स्माइल प्रोजेक्ट' योजना उज्जैन को भिखारी मुक्त शहर बनाने के लिए केंद्र सरकार ने 'स्माइल प्रोजेक्ट' शुरू किया था। इस योजना के तहत इंदौर से 325 भिखारियों को उज्जैन भेजा गया था। हालांकि, शहर में भिखारियों के लिए उचित पुनर्वास केंद्र न होने के कारण यह योजना प्रभावी नहीं हो पाई थी। अब उज्जैन में भी भिखारियों को शहर से बाहर करने की मांग उठ रही है। मंगलवार को पुलिस ने महाकाल थाने के टीआई के नेतृत्व में 25 भिखारियों को पकड़ा और फाजलपुरा के रेन बसेरा भेजा था। उज्जैन में 1200 से अधिक भिखारी उज्जैन शहर में करीब 2500 भिखारियों की पहचान की गई है। इनमें से 1200 से अधिक भिखारी प्रमुख मंदिरों और चौराहों पर भीख मांगते हैं। महाकाल मंदिर, हरसिद्धि मंदिर, काल भैरव और चामुंडा माता मंदिर के बाहर सबसे ज्यादा भिखारी हैं। इसके अलावा, शहर में होने वाले पर्वों पर बाहर से भी बड़ी संख्या में भिखारी आते हैं। भिखारियों का पुनर्वास रुपाली जैन, जो इंदौर की संस्था प्रवेश की संचालिका हैं, ने बताया कि वे उज्जैन में भिखारियों के पुनर्वास के लिए काम कर रहे हैं। उज्जैन कलेक्टर और निगम कमिश्नर से बात की गई है, और शेल्टर होम के लिए किचन बनाने का काम बाकी है। किचन बनने के बाद, भिखारियों को शेल्टर होम में रखा जाएगा। इस प्रक्रिया में केंद्र सरकार की योजना के तहत भिखारियों का पुनर्वास किया जाएगा। महापौर मुकेश टटवाल ने बताया उज्जैन में भिखारियों के लिए रेन बसेरा को आश्रय स्थल के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा और जल्द ही इस दिशा में काम शुरू होगा। ये खबर भी पढ़े... उज्जैन भी होगा भिखारियों से मुक्त:महाकाल थाना पुलिस ने रामघाट से 25 भिखारियों को पकड़ा, रेन बसेरा में भेजा