रायसेन में रात का तापमान 5 डिग्री से कम:स्कूलों का समय बदला; कलेक्टर ने सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने के दिए निर्देश
रायसेन में रात का तापमान 5 डिग्री से कम:स्कूलों का समय बदला; कलेक्टर ने सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने के दिए निर्देश
रायसेन में शीतलहर और कड़ाके की ठंड के कारण स्कूलों के समय में परिवर्तन किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी डीडी रजक ने सभी स्कूलों को 9 बजे से पहले कक्षाएं न लगाने के निर्देश जारी किए हैं। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी कोल्ड डे और सर्द हवाओं का असर रहेगा। रायसेन में बीते 4 दिन से रात का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से नीचे चल रहा है, जबकि दिन का अधिकतम तापमान 22 से 23 डिग्री पर बना हुआ है। बीती रात का तापमान भी 4.2 डिग्री दर्ज किया गया है। खुले मैदान और सब्जी के बगीचों में ओस की बूंदें जम गई। तेज सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था के निर्देश कलेक्टर अरविंद दुबे ने रायसेन सहित जिले के नगरीय निकायों में नगर के मुख्य बाजारों और अन्य व्यस्ततम स्थानों पर अलाव की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। पीओ डूडा और सीएमओ सुरेखा जाटव ने बताया कि कलेक्टर के निर्देशों के परिपालन में जिला मुख्यालय सहित सभी नगरीय निकायों में भी सर्दी से बचाव के लिए कई स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है।
रायसेन में शीतलहर और कड़ाके की ठंड के कारण स्कूलों के समय में परिवर्तन किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी डीडी रजक ने सभी स्कूलों को 9 बजे से पहले कक्षाएं न लगाने के निर्देश जारी किए हैं। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी कोल्ड डे और सर्द हवाओं का असर रहेगा। रायसेन में बीते 4 दिन से रात का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से नीचे चल रहा है, जबकि दिन का अधिकतम तापमान 22 से 23 डिग्री पर बना हुआ है। बीती रात का तापमान भी 4.2 डिग्री दर्ज किया गया है। खुले मैदान और सब्जी के बगीचों में ओस की बूंदें जम गई। तेज सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था के निर्देश कलेक्टर अरविंद दुबे ने रायसेन सहित जिले के नगरीय निकायों में नगर के मुख्य बाजारों और अन्य व्यस्ततम स्थानों पर अलाव की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। पीओ डूडा और सीएमओ सुरेखा जाटव ने बताया कि कलेक्टर के निर्देशों के परिपालन में जिला मुख्यालय सहित सभी नगरीय निकायों में भी सर्दी से बचाव के लिए कई स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है।