सीजीपीएससी गड़बड़ी:सीबीआई ने की कार्रवाई, सोनवानी का भतीजा नीतेश व उप परीक्षा नियंत्रक ललित गिरफ्तार
सीजीपीएससी गड़बड़ी:सीबीआई ने की कार्रवाई, सोनवानी का भतीजा नीतेश व उप परीक्षा नियंत्रक ललित गिरफ्तार
राजधानी सीजीपीएससी गड़बड़ी में सीबीआई ने पहली बार चयनित उम्मीदवार डिप्टी कलेक्टर नीतेश सोनवानी को गिरफ्तार किया है। उसके साथ तत्कालीन उप परीक्षा नियंत्रक ललित गणवीर को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों को केंद्रीय एजेंसी ने कोर्ट में पेश किया। एजेंसी ने पूछताछ के लिए दो दिन की रिमांड मांगी। इसका बचाव पक्ष ने विरोध किया। दोनों पक्षों को सुनने के बाद 13 जनवरी तक दोनों को कोर्ट ने रिमांड दिया है। इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तारी हो गई है। इससे पहले एजेंसी ने तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर कंपनी के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया है। दोनों अभी रायपुर जेल में है। जानकारी के अनुसार सरबदा निवासी नीतेश सोनवानी तत्कालीन चेयरमैन चेयरमैन टामन का भतीजा है, जिसे टामन बेटे की तरह मानता है। वह टामन के साथ ही रहता था। पीएससी 2021 में नीतेश डिप्टी कलेक्टर चयनित हुआ था। उसका चयन सूची में 7वां रैंक था। हालांकि चयन सूची में सिर्फ उसका नाम लिखा हुआ है। उसका सरनेम नहीं लिखा हुआ है। पीएससी की सूची में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी उम्मीदवार का सिर्फ नाम है। उसके नाम के आगे और पीछे कुछ नहीं लिखा हुआ है। आरोप है कि टामन ने विवाद से बचने और पहचान छिपाने के लिए नीतेश का सरनेम नहीं आने दिया है। उसे छिपाकर रखा हुआ है। जबकि नीतेश के दस्तावेजों में उसका सरनेम लिखा हुआ है। बता दें कि 2021 पीएससी के 18 उम्मीदवार की चयन पर विवाद है, जिसमं ज्यादा अधिकारी व नेता के रिश्तेदार हैं। पर्चा लीक होने का शक: सीबीआई को पीएससी 2021 का पर्चा लीक होने का शक है। पीएससी दफ्तर से जब्त दस्तावेज की जांच के दौरान अहम क्लू मिला है। उसके बाद तत्कालीन उप परीक्षा नियंत्रक ललित गणवीर को गिरफ्तार किया गया है। ललित टामन का बहुत करीबी था। हालांकि सीबीआई ने परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक से भी लंबी पूछताछ की है। उनके मकान की तलाशी ली है। उनसे लगातार पूछताछ किया जा रहा है।
राजधानी सीजीपीएससी गड़बड़ी में सीबीआई ने पहली बार चयनित उम्मीदवार डिप्टी कलेक्टर नीतेश सोनवानी को गिरफ्तार किया है। उसके साथ तत्कालीन उप परीक्षा नियंत्रक ललित गणवीर को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों को केंद्रीय एजेंसी ने कोर्ट में पेश किया। एजेंसी ने पूछताछ के लिए दो दिन की रिमांड मांगी। इसका बचाव पक्ष ने विरोध किया। दोनों पक्षों को सुनने के बाद 13 जनवरी तक दोनों को कोर्ट ने रिमांड दिया है। इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तारी हो गई है। इससे पहले एजेंसी ने तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर कंपनी के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया है। दोनों अभी रायपुर जेल में है। जानकारी के अनुसार सरबदा निवासी नीतेश सोनवानी तत्कालीन चेयरमैन चेयरमैन टामन का भतीजा है, जिसे टामन बेटे की तरह मानता है। वह टामन के साथ ही रहता था। पीएससी 2021 में नीतेश डिप्टी कलेक्टर चयनित हुआ था। उसका चयन सूची में 7वां रैंक था। हालांकि चयन सूची में सिर्फ उसका नाम लिखा हुआ है। उसका सरनेम नहीं लिखा हुआ है। पीएससी की सूची में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी उम्मीदवार का सिर्फ नाम है। उसके नाम के आगे और पीछे कुछ नहीं लिखा हुआ है। आरोप है कि टामन ने विवाद से बचने और पहचान छिपाने के लिए नीतेश का सरनेम नहीं आने दिया है। उसे छिपाकर रखा हुआ है। जबकि नीतेश के दस्तावेजों में उसका सरनेम लिखा हुआ है। बता दें कि 2021 पीएससी के 18 उम्मीदवार की चयन पर विवाद है, जिसमं ज्यादा अधिकारी व नेता के रिश्तेदार हैं। पर्चा लीक होने का शक: सीबीआई को पीएससी 2021 का पर्चा लीक होने का शक है। पीएससी दफ्तर से जब्त दस्तावेज की जांच के दौरान अहम क्लू मिला है। उसके बाद तत्कालीन उप परीक्षा नियंत्रक ललित गणवीर को गिरफ्तार किया गया है। ललित टामन का बहुत करीबी था। हालांकि सीबीआई ने परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक से भी लंबी पूछताछ की है। उनके मकान की तलाशी ली है। उनसे लगातार पूछताछ किया जा रहा है।