कल संभल एसपी न्यायिक जांच आयोग को दर्ज कराएंगें बयान:संभल हिंसा के मामले में साक्ष्य भी देंगे, जिसमें चार मौत हुई थी
कल संभल एसपी न्यायिक जांच आयोग को दर्ज कराएंगें बयान:संभल हिंसा के मामले में साक्ष्य भी देंगे, जिसमें चार मौत हुई थी
संभल एसपी कृष्ण विश्नोई न्यायिक जांच आयोग के सामने 11 अप्रैल को लखनऊ पहुंचकर अपना बयान दर्ज कराएंगे। बवाल से जुड़े जो भी साक्ष्य है, वह भी आयोग को देंगे। संभल हिंसा की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन हुआ है। न्यायिक जांच आयोग ने एसपी को पत्र भेजा गया है। गुरुवार को संभल एसपी कृष्ण विश्नोई ने बताया कि संभल की घटना के मामले में अपने बयान दर्ज करने के लिए कल लखनऊ जाएंगे। त्रिस्तरीय न्यायिक आयोग के सामने बयान देंगे। साथ ही वह सभी साक्ष्य उपलब्ध कराएंगे, जो उनके पास हैं। एसपी पर थाना नखासा क्षेत्र के हिंदूपुरा खेड़ा में गोली चलाई गई थी। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। जो अभी भी जेल में बंद है। न्यायिक जांच आयोग की ओर से संभल के अलग-अलग दौरे के दौरान सरकारी कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए थे। इसमें डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया के भी बयान दर्ज हुए है। वहीं पुलिसकर्मी, जिला अस्पताल के कर्मचारी शामिल हैं। इसके अलावा आम लोगों के भी लिखित बयान लिए जा चुके हैं। अब लखनऊ बुलाकर बयान दर्ज किए जा रहे हैं। संभल हिंसा की जांच के लिए यूपी सरकार ने त्रिस्तरीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। आयोग में रिटायर्ड जज देवेंद्र अरोड़ा अध्यक्ष, पूर्व डीजीपी एके जैन और पूर्व आईएएस अमित मोहन प्रसाद सदस्य हैं। आपको बता दें कि बीती 19 नवंबर को हिंदू पक्ष की ओर से सिविल सीनियर डिवीजन चंदौसी कोर्ट में दावा किया गया कि संभल की शाही जामा मस्जिद श्री हरिहर मंदिर है। 19 नवंबर की शाम को मस्जिद का पहले चरण का सर्वे हुआ और दूसरे चरण का सर्वे 24 नवंबर को हुआ। मस्जिद में चल रहे सर्वे के दौरान हजारों की संख्या में इकट्ठा हुए लोगों ने पुलिस पर पथराव-फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें चार मौतें हो गई। वहीं उग्र भीड़ ने गाड़ियों को फूंक दिया। पुलिस ने सदर की गिरफ्तारी से पहले तीन महिलाओं सहित कुल 79 उपद्रवियों को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा है। बीती 23 मार्च को 4 घंटे की पूछताछ के बाद पुलिस ने जामा मस्जिद सदर जफर अली एडवोकेट को भी जेल भेज दिया, अभी तक किसी को जमानत नहीं मिली है।
संभल एसपी कृष्ण विश्नोई न्यायिक जांच आयोग के सामने 11 अप्रैल को लखनऊ पहुंचकर अपना बयान दर्ज कराएंगे। बवाल से जुड़े जो भी साक्ष्य है, वह भी आयोग को देंगे। संभल हिंसा की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन हुआ है। न्यायिक जांच आयोग ने एसपी को पत्र भेजा गया है। गुरुवार को संभल एसपी कृष्ण विश्नोई ने बताया कि संभल की घटना के मामले में अपने बयान दर्ज करने के लिए कल लखनऊ जाएंगे। त्रिस्तरीय न्यायिक आयोग के सामने बयान देंगे। साथ ही वह सभी साक्ष्य उपलब्ध कराएंगे, जो उनके पास हैं। एसपी पर थाना नखासा क्षेत्र के हिंदूपुरा खेड़ा में गोली चलाई गई थी। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। जो अभी भी जेल में बंद है। न्यायिक जांच आयोग की ओर से संभल के अलग-अलग दौरे के दौरान सरकारी कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए थे। इसमें डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया के भी बयान दर्ज हुए है। वहीं पुलिसकर्मी, जिला अस्पताल के कर्मचारी शामिल हैं। इसके अलावा आम लोगों के भी लिखित बयान लिए जा चुके हैं। अब लखनऊ बुलाकर बयान दर्ज किए जा रहे हैं। संभल हिंसा की जांच के लिए यूपी सरकार ने त्रिस्तरीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। आयोग में रिटायर्ड जज देवेंद्र अरोड़ा अध्यक्ष, पूर्व डीजीपी एके जैन और पूर्व आईएएस अमित मोहन प्रसाद सदस्य हैं। आपको बता दें कि बीती 19 नवंबर को हिंदू पक्ष की ओर से सिविल सीनियर डिवीजन चंदौसी कोर्ट में दावा किया गया कि संभल की शाही जामा मस्जिद श्री हरिहर मंदिर है। 19 नवंबर की शाम को मस्जिद का पहले चरण का सर्वे हुआ और दूसरे चरण का सर्वे 24 नवंबर को हुआ। मस्जिद में चल रहे सर्वे के दौरान हजारों की संख्या में इकट्ठा हुए लोगों ने पुलिस पर पथराव-फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें चार मौतें हो गई। वहीं उग्र भीड़ ने गाड़ियों को फूंक दिया। पुलिस ने सदर की गिरफ्तारी से पहले तीन महिलाओं सहित कुल 79 उपद्रवियों को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा है। बीती 23 मार्च को 4 घंटे की पूछताछ के बाद पुलिस ने जामा मस्जिद सदर जफर अली एडवोकेट को भी जेल भेज दिया, अभी तक किसी को जमानत नहीं मिली है।