गिरते जलस्तर पर राज्यपाल रमेन डेका ने जताई चिंता:बालोद में बोले-सब मिलकर जलसंरक्षण का प्रयास करें,स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कैसे बनीं लखपति
गिरते जलस्तर पर राज्यपाल रमेन डेका ने जताई चिंता:बालोद में बोले-सब मिलकर जलसंरक्षण का प्रयास करें,स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कैसे बनीं लखपति
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका आधिकारिक प्रवास पर मंगलवार को बालोद पहुंचे। उन्होंने गिरते जलस्तर पर चिंता जताते हुए जलसंरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत बताई। कलेक्टोरेट में पहुंचकर उन्होंने एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत अपनी दिवंगत माता की स्मृति में पौधरोपण किया। इसके बाद शासकीय योजनाओं की समीक्षा की और महिला स्व-सहायता समूह की सदस्यों से संवाद किया। महिलाओं ने बताया कि वे कैसे आत्मनिर्भर बनकर लखपति बनीं। शाम 4 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक की शुरुआत में उन्होंने कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल से जिले के प्रशासनिक सेटअप और सामान्य जानकारी प्राप्त की। उन्होंने शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों से योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने पर जोर दिया। हर पात्र हितग्राही तक पहुंचे योजना का लाभ राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि शासन की योजनाओं का लाभ हर पात्र हितग्राही तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करना अधिकारियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने अधिकारियों को योजनाओं की नियमित समीक्षा, भौतिक निरीक्षण और प्रभावी मॉनिटरिंग पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। जल बचाने सभी की सहभागिता होना जरूरी राज्यपाल ने समीक्षा के दौरान देखा कि बालोद जिले के गुरुर ब्लॉक और गुंडरदेही ब्लॉक में वाटर लेवल नीचे जा रहा है। जिस पर उन्होंने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि बालोद जिले में लोगों को जागरूक करना बेहद जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को जल संरक्षण अभियान को प्राथमिकता के साथ जिले में लागू करने की बात कही। भविष्य के लिए सुरक्षा कवच तैयार करना होगा उन्होंने कहा जल शक्ति अभियान और अन्य योजना शासन की दूरदर्शी योजनाएं है। जिनका उद्देश्य आने वाले भविष्य के लिए सुरक्षा कवच तैयार करना है। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण विभाग, श्रम, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग, सहकारिता, कौशल विकास, परिवहन सहित अन्य विभागों की बारी-बारी से समीक्षा की। जिला मुख्यालय पहली बार पहुंचे राज्यपाल बालोद जिला निर्माण के बाद, रमेन डेका पहले राज्यपाल हैं, जिन्होंने जिला मुख्यालय में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इससे पहले, पूर्व राज्यपाल अनुसुइया उइके डौंडीलोहारा के जामड़ीपाठ और राजाराव पठार के कार्यक्रम में बतौर अतिथि शामिल हुई थी। राज्यपाल ने देखा तांदुला जलाशय समीक्षा बैठक के बाद राज्यपाल ने बालोद की जीवनदायिनी कहा जाने वाला तांदुला जलाशय देखा और तांदुला परियोजना से संबंधित जानकारी ली। इस दौरान आईजी रामगोपाल गर्ग, एसपी एसआर भगत, जिला पंचायत सीईओ संजय कन्नौजे, डीएफओ बलभद्र सरोटे, एएसपी मोनिका ठाकुर सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका आधिकारिक प्रवास पर मंगलवार को बालोद पहुंचे। उन्होंने गिरते जलस्तर पर चिंता जताते हुए जलसंरक्षण के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत बताई। कलेक्टोरेट में पहुंचकर उन्होंने एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत अपनी दिवंगत माता की स्मृति में पौधरोपण किया। इसके बाद शासकीय योजनाओं की समीक्षा की और महिला स्व-सहायता समूह की सदस्यों से संवाद किया। महिलाओं ने बताया कि वे कैसे आत्मनिर्भर बनकर लखपति बनीं। शाम 4 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक की शुरुआत में उन्होंने कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल से जिले के प्रशासनिक सेटअप और सामान्य जानकारी प्राप्त की। उन्होंने शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों से योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने पर जोर दिया। हर पात्र हितग्राही तक पहुंचे योजना का लाभ राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि शासन की योजनाओं का लाभ हर पात्र हितग्राही तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करना अधिकारियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने अधिकारियों को योजनाओं की नियमित समीक्षा, भौतिक निरीक्षण और प्रभावी मॉनिटरिंग पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। जल बचाने सभी की सहभागिता होना जरूरी राज्यपाल ने समीक्षा के दौरान देखा कि बालोद जिले के गुरुर ब्लॉक और गुंडरदेही ब्लॉक में वाटर लेवल नीचे जा रहा है। जिस पर उन्होंने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि बालोद जिले में लोगों को जागरूक करना बेहद जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को जल संरक्षण अभियान को प्राथमिकता के साथ जिले में लागू करने की बात कही। भविष्य के लिए सुरक्षा कवच तैयार करना होगा उन्होंने कहा जल शक्ति अभियान और अन्य योजना शासन की दूरदर्शी योजनाएं है। जिनका उद्देश्य आने वाले भविष्य के लिए सुरक्षा कवच तैयार करना है। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण विभाग, श्रम, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग, सहकारिता, कौशल विकास, परिवहन सहित अन्य विभागों की बारी-बारी से समीक्षा की। जिला मुख्यालय पहली बार पहुंचे राज्यपाल बालोद जिला निर्माण के बाद, रमेन डेका पहले राज्यपाल हैं, जिन्होंने जिला मुख्यालय में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इससे पहले, पूर्व राज्यपाल अनुसुइया उइके डौंडीलोहारा के जामड़ीपाठ और राजाराव पठार के कार्यक्रम में बतौर अतिथि शामिल हुई थी। राज्यपाल ने देखा तांदुला जलाशय समीक्षा बैठक के बाद राज्यपाल ने बालोद की जीवनदायिनी कहा जाने वाला तांदुला जलाशय देखा और तांदुला परियोजना से संबंधित जानकारी ली। इस दौरान आईजी रामगोपाल गर्ग, एसपी एसआर भगत, जिला पंचायत सीईओ संजय कन्नौजे, डीएफओ बलभद्र सरोटे, एएसपी मोनिका ठाकुर सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।