पटाखा बाजार में पुलिस ने दुकानदारों के लाइसेंस देखे:प्रशासनिक अफसरों ने सुरक्षा को लेकर गाइड लाइन पालन करने की हिदायत दी
पटाखा बाजार में पुलिस ने दुकानदारों के लाइसेंस देखे:प्रशासनिक अफसरों ने सुरक्षा को लेकर गाइड लाइन पालन करने की हिदायत दी
भिंड के मेला मैदान में इन दिनों पटाखा बाजार सजने लगा है। यहां सौ से अधिक व्यापारियों को दुकान लगाने की परमिशन दी गई है। मुरैना हादसे से सतर्क होकर रविवार को जिला प्रशासन ने हर दुकानदार को सेफ्टी गाइड लाइन का पालन करने की हिदायत दी। दोपहर के समय सिटी कोतवाली पुलिस ने पटाखा बाजार पहुंचकर दुकानों का लाइसेंस चेक किया और सुरक्षा के इंतजाम भी देखे। बता दें कि शहर के मेला परिसर में अस्थायी पटाखा कारोबारियों ने अपनी-अपनी दुकानें सजाना शुरू कर दी हैं। लेकिन यहां सुरक्षा व्यवस्था के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। मौके पर न तो फायर ब्रिगेड वाहन हैं और न अग्निशमन यंत्र। मनमाने तरीके से लगाई गई हैं दुकानें
पटाखा मार्केट में दुकानदार मनमाने तरीके से दुकानें लगा रहे है। ज्यादातर ने टेंट और कपड़ा व लकड़ी से अस्थायी दुकान सजाई है। इस संबंध में जिला प्रशासन और नगर पालिका अधिकारियों को जानकारी होने के बाद भी उनके द्वारा सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर के साथ जिलेभर का सबसे बड़ा पटाखा बाजार लगता है। इसके बाद भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई है। पटाखा दुकानों के लिए गाइड लाइन
इसे लेकर एसडीएम अखिलेश शर्मा ने दैनिक भास्कर से कहा, पटाखा दुकानों के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। जिसके अनुसार दुकानदार दुकानों में अग्नि शमन यंत्र दुकान में अवश्य रखें, रेत की बाल्टियों का भी उपयोग कर सकते हैं। दो अस्थाई दुकानों कम से कम तीन मीटर की दूरी पर और सुरक्षित स्थल से कम से कम 50 मीटर की दूरी पर होनी चाहिए। आतिशबाजी की दुकानें आमने-सामने नहीं होनी चाहिए। प्रकाश के लिए तेल लैंप, गैस लैंप एवं खुली बिजली बत्तियों के इस्तेमाल पर बैन है।
भिंड के मेला मैदान में इन दिनों पटाखा बाजार सजने लगा है। यहां सौ से अधिक व्यापारियों को दुकान लगाने की परमिशन दी गई है। मुरैना हादसे से सतर्क होकर रविवार को जिला प्रशासन ने हर दुकानदार को सेफ्टी गाइड लाइन का पालन करने की हिदायत दी। दोपहर के समय सिटी कोतवाली पुलिस ने पटाखा बाजार पहुंचकर दुकानों का लाइसेंस चेक किया और सुरक्षा के इंतजाम भी देखे। बता दें कि शहर के मेला परिसर में अस्थायी पटाखा कारोबारियों ने अपनी-अपनी दुकानें सजाना शुरू कर दी हैं। लेकिन यहां सुरक्षा व्यवस्था के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। मौके पर न तो फायर ब्रिगेड वाहन हैं और न अग्निशमन यंत्र। मनमाने तरीके से लगाई गई हैं दुकानें
पटाखा मार्केट में दुकानदार मनमाने तरीके से दुकानें लगा रहे है। ज्यादातर ने टेंट और कपड़ा व लकड़ी से अस्थायी दुकान सजाई है। इस संबंध में जिला प्रशासन और नगर पालिका अधिकारियों को जानकारी होने के बाद भी उनके द्वारा सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर के साथ जिलेभर का सबसे बड़ा पटाखा बाजार लगता है। इसके बाद भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई है। पटाखा दुकानों के लिए गाइड लाइन
इसे लेकर एसडीएम अखिलेश शर्मा ने दैनिक भास्कर से कहा, पटाखा दुकानों के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। जिसके अनुसार दुकानदार दुकानों में अग्नि शमन यंत्र दुकान में अवश्य रखें, रेत की बाल्टियों का भी उपयोग कर सकते हैं। दो अस्थाई दुकानों कम से कम तीन मीटर की दूरी पर और सुरक्षित स्थल से कम से कम 50 मीटर की दूरी पर होनी चाहिए। आतिशबाजी की दुकानें आमने-सामने नहीं होनी चाहिए। प्रकाश के लिए तेल लैंप, गैस लैंप एवं खुली बिजली बत्तियों के इस्तेमाल पर बैन है।