इंदौर कलेक्टर ने बदला चाचा नेहरु अस्पताल का स्वरूप:9 मई को सीएम करेंगे उद्घाटन, बच्चों के उपचार के लिए जुटाए आधुनिक उपकरण

इंदौर में बच्चों के लिए बने शासकीय चाचा नेहरु अस्पताल का स्वरूप पूरी तरह से बदल गया है। यहां साढ़े पांच करोड़ रुपए में कलेक्टर आशीष सिंह ने अस्पताल का कायाकल्प कराया है। अस्पताल के बाहरी स्वरूप से लेकर, रिसेप्शन एरिया और वार्डों को पूरी तरह से मॉडर्न बना दिया गया है। अस्पताल के नए स्वरूप का शुभारंभ 9 मई को सीएम डॉ. मोहन यादव करेंगे। यहां बच्चों के लिए अटेंडर सहित उनके पेरेंट्स के लिए भी इंतजाम किए गए हैं। बच्चों के आईसीएयू और एनआईसीयू में आधुनिक उपकरण लगाए गए हैं। कलेक्टर ने बताया कि क्रेडाई ने भी इसमें सहयोग किया है। क्रेडाई प्रेसिडेंट संदीप श्रीवास्तव का कहना है कि कलेक्टर की योजना के साथ हमारे सहयोगियों ने आगे बढकर हिस्सा लिया। जिसके चलते काम संपन्न हो पाया है। क्रेडाई से संबद्ध कॉलोनाइजर्स को समय पर अनुमति मिलने से उनका काफी खर्च बच जाता है, यह खर्च उन्होंने कलेक्टर के माध्यम से अस्पताल पर किया है। डेढ़ साल में ऐसी ही योजनाओं पर 8 से 10 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।

इंदौर कलेक्टर ने बदला चाचा नेहरु अस्पताल का स्वरूप:9 मई को सीएम करेंगे उद्घाटन, बच्चों के उपचार के लिए जुटाए आधुनिक उपकरण
इंदौर में बच्चों के लिए बने शासकीय चाचा नेहरु अस्पताल का स्वरूप पूरी तरह से बदल गया है। यहां साढ़े पांच करोड़ रुपए में कलेक्टर आशीष सिंह ने अस्पताल का कायाकल्प कराया है। अस्पताल के बाहरी स्वरूप से लेकर, रिसेप्शन एरिया और वार्डों को पूरी तरह से मॉडर्न बना दिया गया है। अस्पताल के नए स्वरूप का शुभारंभ 9 मई को सीएम डॉ. मोहन यादव करेंगे। यहां बच्चों के लिए अटेंडर सहित उनके पेरेंट्स के लिए भी इंतजाम किए गए हैं। बच्चों के आईसीएयू और एनआईसीयू में आधुनिक उपकरण लगाए गए हैं। कलेक्टर ने बताया कि क्रेडाई ने भी इसमें सहयोग किया है। क्रेडाई प्रेसिडेंट संदीप श्रीवास्तव का कहना है कि कलेक्टर की योजना के साथ हमारे सहयोगियों ने आगे बढकर हिस्सा लिया। जिसके चलते काम संपन्न हो पाया है। क्रेडाई से संबद्ध कॉलोनाइजर्स को समय पर अनुमति मिलने से उनका काफी खर्च बच जाता है, यह खर्च उन्होंने कलेक्टर के माध्यम से अस्पताल पर किया है। डेढ़ साल में ऐसी ही योजनाओं पर 8 से 10 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।