Money Laundering Csae : ED ने YSRCP के पूर्व सांसद के यहां की छापेमारी

Money Laundering Csae : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जमीन हथियाने के एक मामले से जुड़ी धनशोधन जांच के सिलसिले में आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के पूर्व सांसद और तेलुगु फिल्म निर्माता एमवीवी सत्यनारायण तथा कुछ अन्य लोगों के परिसरों पर शनिवार ...

Money Laundering Csae : ED ने YSRCP के पूर्व सांसद के यहां की छापेमारी

Enforcement Directorate

Money Laundering Csae : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जमीन हथियाने के एक मामले से जुड़ी धनशोधन जांच के सिलसिले में आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के पूर्व सांसद और तेलुगु फिल्म निर्माता एमवीवी सत्यनारायण तथा कुछ अन्य लोगों के परिसरों पर शनिवार को छापे मारे।

 

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि संघीय जांच एजेंसी के अधिकारी विशाखापत्तनम समेत कम से कम पांच स्थानों पर तलाशी ले रहे हैं। इनमें पूर्व सांसद और एक ऑडिटर के परिसर शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, एजेंसी के अधिकारियों ने छापों के दौरान कुछ दस्तावेज एकत्रित किए हैं। सत्यनारायण 2019 से 2024 तक वाईएसआरसीपी के सांसद रहे।

ALSO READ: Money Laundering : ED ने बिहार कैडर के IAS हंस और राजद के पूर्व विधायक को किया गिरफ्तार

सत्यनारायण ने इस साल की शुरुआत में विशाखापत्तनम पूर्व सीट से आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन हार गए थे। उन्होंने कई तेलुगु फिल्मों का निर्माण किया है। धनशोधन का यह मामला सरकारी जमीन पर कब्जा जमाने से जुड़े एक मामले में सत्यनारायण और अन्य के खिलाफ दर्ज राज्य पुलिस की एक प्राथमिकी से उत्पन्न हुआ है। यह जमीन वरिष्ठ नागरिकों और अनाथ बच्चों के लिए आवासीय इमारत बनाने के लिए थी।

 

पुलिस में दर्ज कराए गए मामले में शिकायतकर्ता सी जगदीश्वरुदु ने कहा कि वह और उनकी पत्नी अप्रैल 2006 में पंजीकृत कंपनी हैगरीवा इंफ्राटेक प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के प्रवर्तक थे। जगदीश्वरुदु ने कहा कि उन्हें आंध्र प्रदेश सरकार ने 2008 में वरिष्ठ नागरिकों और अनाथ बच्चों के लिए मकान के निर्माण के वास्ते एनडाडा गांव में 12.51 ‘सेंट’ जमीन दी थी।

ALSO READ: रांची में हेमंत सोरेन के मंत्री मिथिलेश ठाकुर के घर ED की रेड

जगदीश्वरुदु ने पुलिस को बताया कि उन्होंने इसमें जी वेंकटेश्वर राव नामक ऑडिटर को शामिल किया, जिसने उक्त जमीन पर सरकार द्वारा निर्देशित इमारत बनाने के लिए उन्हें सत्यनारायण और गद्दे ब्रह्माजी नामक व्यक्ति से मिलाया। उनके बीच 2020 में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए, लेकिन जगदीश्वरुदु ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने उनके और उनकी पत्नी के फर्जी हस्ताक्षर किए तथा उन्होंने दोनों से कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करवाए, जिससे दस्तावेजों में गड़बड़ी की गई।

ALSO READ: मोहम्मद अजहरुद्दीन अब फंसे Money Laundring Case में, ED ने दिया समन

जगदीश्वरुदु ने पुलिस को बताया कि यह जमीन हथियाने के लिए उनकी आपराधिक साजिश थी और आरोपियों ने उन्हें गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। सूत्रों ने बताया कि ईडी इन आरोपों की जांच के तहत छापेमारी कर रही है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour