एकल अभियान में नए आचार्यों की ट्रेनिंग:नगर सह संघ चालक बोले- भारत के उत्थान के लिए पंच-प्रण का करें पालन
एकल अभियान में नए आचार्यों की ट्रेनिंग:नगर सह संघ चालक बोले- भारत के उत्थान के लिए पंच-प्रण का करें पालन
एकल अभियान के 10 दिवसीय आचार्य अभ्यास वर्ग का हनुमान टेकरी पर समापन हुआ। इसमें आचार्यों को ट्रेनिंग दी गई। एकल के आचार्य गांव-गांव जाकर पंच परिवर्तन की शिक्षा प्रचार करेंगे। एकल वन यात्रा प्रभारी विकास जैन नखराली ने बताया कि एकल अभियान द्वारा गुना अंचल के चार जिले गुना, अशोकनगर, शिवपुरी और राजगढ़ जिले के 14 इलाकों में 300 से अधिक एकल विद्यालय संचालित किए जा रहे हे। इसमें एकल के आचार्य पंचमुखी शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के साथ सामाजिक परिवर्तन लाने में कार्यरत है। इसका उद्देश्य शिक्षित, स्वस्थ, स्वावलंबी, जागरूक, नशामुक्त, संगठित और सुरक्षित भारत का निर्माण करना है। इसी को लेकर एकल अभियान मध्य भारत संभाग अंचल गुना द्वारा 10 दिवसीय आर्चाय वार्षिक अभ्यास वर्ग का समापन रविवार को हुआ। समाज में परिवर्तन लाने निर्धारित किए गए ‘पंच परिवर्तन’ समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर सह संघ चालक महेंद्र सिंह संधू ने कहा कि समाज में गुणात्मक परिवर्तन लाने के लिए निर्धारित किए गए ये ‘पंच परिवर्तन’ हैं- सामाजिक समरसता, कुटुम्ब प्रबोधन, स्व का भाव, नागरिक कर्तव्यों का पालन और पर्यावरण संरक्षण। इन पांच आयामों को ‘पंच प्रण’ भी इसी अपेक्षा से कहा गया है कि भारत के उत्थान की कामना करने वाले सभी लोग संकल्पपूर्वक इनकी पालना करें। इसी के साथ ही एकल विद्यालयों में पांच आयामों पर शिक्षा दी जाती है: प्राथमिक शिक्षा, आरोग्य शिक्षा, ग्राम विकास शिक्षा, स्वाभियान जागरण शिक्षा, संस्कार शिक्षा। समापन अवसर पर अतिथि नगर सह संघ चालक महेंद्र सिंह संधू, एकल सचिव घनश्याम रघुवंशी, एकल भाग समिति आशा रघुवंशी, एकल वन यात्रा प्रभारी विकास जैन नखराली, एकल अंचल अभियान प्रमुख नारायण सिंह मीणा, अनसुईया रघुवंशी ने आचार्यों को संबोधित किया। इसी के साथ ही वर्ग में उपस्थित आचार्यों द्वारा 10 दिनों में प्राप्त ज्ञान का संस्मरण सुनाएं। साथ ही इन सभी आचार्यों ने गांव गांव जाकर पंचमुखी शिक्षा से राष्ट्र निर्माण की अलख जगाने का संकल्प लिया। एकल संभाग प्रशिक्षण प्रमुख नारायण सिंह ठाकुर ने कहा कि इस 10 दिवसीय वर्ग में कुल 70 सत्र लगाए गए, जिसमें एकल विद्यालयों में दी जाने वाली पंचमुखी शिक्षा के तहत, बच्चों को प्राथमिक शिक्षा के साथ-साथ आरोग्य शिक्षा, ग्राम विकास, स्वाभिमान जागरण, और संस्कार शिक्षा का प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर अंचल प्रशिक्षण प्रमुख पप्पू सिंह नायक, अंचल कार्यालय प्रमुख विजय सिंह शहरिया, पप्पू सिंह सहित 7 संच प्रमुख और बड़ी संख्या में आए नवीन आचार्य उपस्थित रहे।
एकल अभियान के 10 दिवसीय आचार्य अभ्यास वर्ग का हनुमान टेकरी पर समापन हुआ। इसमें आचार्यों को ट्रेनिंग दी गई। एकल के आचार्य गांव-गांव जाकर पंच परिवर्तन की शिक्षा प्रचार करेंगे। एकल वन यात्रा प्रभारी विकास जैन नखराली ने बताया कि एकल अभियान द्वारा गुना अंचल के चार जिले गुना, अशोकनगर, शिवपुरी और राजगढ़ जिले के 14 इलाकों में 300 से अधिक एकल विद्यालय संचालित किए जा रहे हे। इसमें एकल के आचार्य पंचमुखी शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के साथ सामाजिक परिवर्तन लाने में कार्यरत है। इसका उद्देश्य शिक्षित, स्वस्थ, स्वावलंबी, जागरूक, नशामुक्त, संगठित और सुरक्षित भारत का निर्माण करना है। इसी को लेकर एकल अभियान मध्य भारत संभाग अंचल गुना द्वारा 10 दिवसीय आर्चाय वार्षिक अभ्यास वर्ग का समापन रविवार को हुआ। समाज में परिवर्तन लाने निर्धारित किए गए ‘पंच परिवर्तन’ समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर सह संघ चालक महेंद्र सिंह संधू ने कहा कि समाज में गुणात्मक परिवर्तन लाने के लिए निर्धारित किए गए ये ‘पंच परिवर्तन’ हैं- सामाजिक समरसता, कुटुम्ब प्रबोधन, स्व का भाव, नागरिक कर्तव्यों का पालन और पर्यावरण संरक्षण। इन पांच आयामों को ‘पंच प्रण’ भी इसी अपेक्षा से कहा गया है कि भारत के उत्थान की कामना करने वाले सभी लोग संकल्पपूर्वक इनकी पालना करें। इसी के साथ ही एकल विद्यालयों में पांच आयामों पर शिक्षा दी जाती है: प्राथमिक शिक्षा, आरोग्य शिक्षा, ग्राम विकास शिक्षा, स्वाभियान जागरण शिक्षा, संस्कार शिक्षा। समापन अवसर पर अतिथि नगर सह संघ चालक महेंद्र सिंह संधू, एकल सचिव घनश्याम रघुवंशी, एकल भाग समिति आशा रघुवंशी, एकल वन यात्रा प्रभारी विकास जैन नखराली, एकल अंचल अभियान प्रमुख नारायण सिंह मीणा, अनसुईया रघुवंशी ने आचार्यों को संबोधित किया। इसी के साथ ही वर्ग में उपस्थित आचार्यों द्वारा 10 दिनों में प्राप्त ज्ञान का संस्मरण सुनाएं। साथ ही इन सभी आचार्यों ने गांव गांव जाकर पंचमुखी शिक्षा से राष्ट्र निर्माण की अलख जगाने का संकल्प लिया। एकल संभाग प्रशिक्षण प्रमुख नारायण सिंह ठाकुर ने कहा कि इस 10 दिवसीय वर्ग में कुल 70 सत्र लगाए गए, जिसमें एकल विद्यालयों में दी जाने वाली पंचमुखी शिक्षा के तहत, बच्चों को प्राथमिक शिक्षा के साथ-साथ आरोग्य शिक्षा, ग्राम विकास, स्वाभिमान जागरण, और संस्कार शिक्षा का प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर अंचल प्रशिक्षण प्रमुख पप्पू सिंह नायक, अंचल कार्यालय प्रमुख विजय सिंह शहरिया, पप्पू सिंह सहित 7 संच प्रमुख और बड़ी संख्या में आए नवीन आचार्य उपस्थित रहे।