नए साल की शुरुआत बर्फीली हवाओं के साथ:घने कोहरे के चलते विजिबिलिटी 50 मीटर, अगले दो दिन कोल्ड डे की स्थिति

रायसेन में नए साल की शुरुआत बुधवार को बर्फीली हवाओं के साथ हुई है। इस दौरान घने कोहरे के चलते विजिबिलिटी केवल 50 मीटर तक रह गई। इससे सड़कों पर वाहन चालक गाड़ियों की हेडलाइट जलाकर धीमी रफ्तार में सफर करते दिखे। मौसम विभाग के मुताबिक दो दिन गिरते तापमान के चलते कोल्ड डे की स्थिति बनी रहेगी। मंगलवार को इस सीजन का सबसे कम दिन का तापमान 17 डिग्री दर्ज हुआ था। वहीं, रात का न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री पर आ गया था। धूप न निकलने से फसलों पर पाला पड़ने का खतरा वहीं, बर्फीली हवाओं के साथ मावठा भी गिर रहा है। कृषि वैज्ञानिक स्वप्निल दुबे के मुताबिक तापमान में गिरावट और बर्फीली हवाओं से पौधों पर ओस की बूंदें जम रही हैं। हालांकि धूप निकलने से ओस की बूंद पिघल कर नीचे गिर जाती हैं। इससे फसलों पर पाला नहीं पड़ता, लेकिन धूप न निकलने की स्थिति में बूंदें ज्यादा समय तक जमी रहने से पाले जैसी स्थिति बन जाती है। अब तक रायसेन प्रदेश का सबसे ठंडा जिला माना जा रहा है।

नए साल की शुरुआत बर्फीली हवाओं के साथ:घने कोहरे के चलते विजिबिलिटी 50 मीटर, अगले दो दिन कोल्ड डे की स्थिति
रायसेन में नए साल की शुरुआत बुधवार को बर्फीली हवाओं के साथ हुई है। इस दौरान घने कोहरे के चलते विजिबिलिटी केवल 50 मीटर तक रह गई। इससे सड़कों पर वाहन चालक गाड़ियों की हेडलाइट जलाकर धीमी रफ्तार में सफर करते दिखे। मौसम विभाग के मुताबिक दो दिन गिरते तापमान के चलते कोल्ड डे की स्थिति बनी रहेगी। मंगलवार को इस सीजन का सबसे कम दिन का तापमान 17 डिग्री दर्ज हुआ था। वहीं, रात का न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री पर आ गया था। धूप न निकलने से फसलों पर पाला पड़ने का खतरा वहीं, बर्फीली हवाओं के साथ मावठा भी गिर रहा है। कृषि वैज्ञानिक स्वप्निल दुबे के मुताबिक तापमान में गिरावट और बर्फीली हवाओं से पौधों पर ओस की बूंदें जम रही हैं। हालांकि धूप निकलने से ओस की बूंद पिघल कर नीचे गिर जाती हैं। इससे फसलों पर पाला नहीं पड़ता, लेकिन धूप न निकलने की स्थिति में बूंदें ज्यादा समय तक जमी रहने से पाले जैसी स्थिति बन जाती है। अब तक रायसेन प्रदेश का सबसे ठंडा जिला माना जा रहा है।