बादलों ने लगाया कड़ाके की ठंड पर ब्रेक:मौसम विभाग ने कहा- 10 तारीख तक मराठा गिरने की संभावना
बादलों ने लगाया कड़ाके की ठंड पर ब्रेक:मौसम विभाग ने कहा- 10 तारीख तक मराठा गिरने की संभावना
जिले में बुधवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। बीते तीन दिनों के दौरान लगातार न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी देखे जा रही है, जिसका प्रमुख कारण आसमान में लगातार बादलों का छाना है। मौसम विभाग ने कहा है कि 10 तारीख तक मराठा गिरने की संभावना है। शासकीय कृषि कॉलेज में स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएस तोमर ने बताया कि सोमवार को जहां न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। वहीं बुधवार को 15 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। इसका प्रमुख कारण यह है कि बादलों की डेंसिटी लगातार बढ़ती जा रही है, जिसके कारण लोगों को कड़ाके कि ठंड से अभी राहत मिली हुई है, लेकिन हवाओं की दिशा अभी उत्तर से है, जिसके कारण तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को भी मिल रहा है। उन्होंने बताया कि 10 तारीख तक मावठा गिरने की संभावना है। इस साल 19 नवंबर से ठंड का दौर शुरू हुआ है, जिसके चलते शुरुआती दौर में लगातार 6 दिनों तक घना कोहरा छाया, लेकिन फिर आसमान पर बादलों की आवाजाही शुरू हो जाने के कारण कोहरा छाना बंद हो गया और हवाओं की रफ्तार 9 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो गई। अब लगातार तीसरा दिन है, जब बादलों की डेंसिटी बढ़ने के कारण बादलों ने ठंड की रफ्तार पर ब्रेक सा लगा दिया है।
जिले में बुधवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। बीते तीन दिनों के दौरान लगातार न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी देखे जा रही है, जिसका प्रमुख कारण आसमान में लगातार बादलों का छाना है। मौसम विभाग ने कहा है कि 10 तारीख तक मराठा गिरने की संभावना है। शासकीय कृषि कॉलेज में स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएस तोमर ने बताया कि सोमवार को जहां न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। वहीं बुधवार को 15 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। इसका प्रमुख कारण यह है कि बादलों की डेंसिटी लगातार बढ़ती जा रही है, जिसके कारण लोगों को कड़ाके कि ठंड से अभी राहत मिली हुई है, लेकिन हवाओं की दिशा अभी उत्तर से है, जिसके कारण तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को भी मिल रहा है। उन्होंने बताया कि 10 तारीख तक मावठा गिरने की संभावना है। इस साल 19 नवंबर से ठंड का दौर शुरू हुआ है, जिसके चलते शुरुआती दौर में लगातार 6 दिनों तक घना कोहरा छाया, लेकिन फिर आसमान पर बादलों की आवाजाही शुरू हो जाने के कारण कोहरा छाना बंद हो गया और हवाओं की रफ्तार 9 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो गई। अब लगातार तीसरा दिन है, जब बादलों की डेंसिटी बढ़ने के कारण बादलों ने ठंड की रफ्तार पर ब्रेक सा लगा दिया है।