अंबिकापुर | शहर के एमजी रोड (अंबिकापुर-मनेंद्रगढ़ एनएच) की हालत बद से बदतर होती जा रही है। छोटे गड्ढे अब बढ़कर बड़े हो गए और पूरी सड़क धूल की फैक्ट्री बन गई है। शहर में 6 किलोमीटर की ये सड़क धूल से पूरी तरह अटी रहती है। वाहनों के आवागमन से धूल उड़ती रहती है और वातावरण में एक अजीब सा अंधेरा छाया रहता है। ये तस्वीर इसी सड़क में ठीक प्रवेश द्वार के पास की है। ये तस्वीर पूरी कहानी बता रही है कि यहां पहुंचने वाले सड़क की हालत देखकर इस शहर के बारे में क्या सोचता होगा? इन सबके बावजूद जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं। सड़क की मरम्मत कब होगी, इसका तो पता नहीं, लेकिन राहत के लिए ये दिन में एक बार पानी का छिड़काव करना जरूरी नहीं समझते।
अंबिकापुर | शहर के एमजी रोड (अंबिकापुर-मनेंद्रगढ़ एनएच) की हालत बद से बदतर होती जा रही है। छोटे गड्ढे अब बढ़कर बड़े हो गए और पूरी सड़क धूल की फैक्ट्री बन गई है। शहर में 6 किलोमीटर की ये सड़क धूल से पूरी तरह अटी रहती है। वाहनों के आवागमन से धूल उड़ती रहती है और वातावरण में एक अजीब सा अंधेरा छाया रहता है। ये तस्वीर इसी सड़क में ठीक प्रवेश द्वार के पास की है। ये तस्वीर पूरी कहानी बता रही है कि यहां पहुंचने वाले सड़क की हालत देखकर इस शहर के बारे में क्या सोचता होगा? इन सबके बावजूद जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं। सड़क की मरम्मत कब होगी, इसका तो पता नहीं, लेकिन राहत के लिए ये दिन में एक बार पानी का छिड़काव करना जरूरी नहीं समझते।