5 दिन में 4695 किसानों से गेहूं की खरीदी करना मुश्किल
5 दिन में 4695 किसानों से गेहूं की खरीदी करना मुश्किल
भास्कर संवाददाता | श्योपुर जिले के 33 उपार्जन केन्द्रों पर अब तक 6707 किसानों से लगभग 77 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी की जा चुकी है। यह प्रक्रिया बीते 15 दिनों में पूरी की गई है। लेकिन अब समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन की अंतिम तिथि 5 मई नजदीक है और मात्र पांच दिन का समय शेष है। इस दौरान प्रशासन को शेष बचे 4695 किसानों से गेहूं की खरीदी सुनिश्चित करनी होगी, जो एक बड़ी चुनौती है। यदि निर्धारित समय में यह खरीदी नहीं हो सकी, तो सैकड़ों किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिल पाएगा। गौरतलब है कि जिलेभर में कुल 11,402 किसानों ने गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन कराया था। इनमें से अधिकांश किसान अभी भी उपार्जन केन्द्रों पर अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं। पंजीकृत किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने का अधिकार है, लेकिन स्लॉट बुकिंग की अंतिम तारीख 30 अप्रैल को समाप्त हो चुकी है, और खरीदी केवल उन्हीं किसानों की हो सकेगी जिन्होंने समय रहते पंजीकरण कराया था। अब प्रशासन के सामने समय पर खरीदी पूरी करने की बड़ी जिम्मेदारी है। किसानों का कहना है कि यदि खरीदी समय पर पूरी नहीं हुई, तो उन्हें खुले बाजार में औने-पौने दाम पर अपना गेहूं बेचने को मजबूर होना पड़ेगा। इसलिए जरूरी है कि प्रशासन अतिरिक्त व्यवस्थाएं कर खरीदी प्रक्रिया को तेज करे और किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ सुनिश्चित किया जाए। कई किसान रहेंगे वंचित दरअसल जिलेभर में अभी स्लॉट बुकिंग से खासे ज्यादा किसान हैँ, जो गेहंू बेचना चाहते हैं पर स्लॉट बुक नहीं करा सके हैं। यह स्थिति जिले के खरीद केन्द्रों पर विवाद का कारण बनेगी। बता दें कि जिले में बड़े पैमाने पर गेहूं की फसल हुई है, 50 हजार किसानों ने फसल की है, जिसमें से अब तक सिर्फ 11402 किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने पंजीयन कराया है, जो गेहूं करने वालों की संख्या में खासी कम है। ^ यह सच है कि खरीदी के लिए दिन कम हैं, पर जो अवधि में उसमें खरीदी कराई जाएगी। जिन्होंने स्लॉट बुक किए हैं, उन सभी का गेहूं खरीदा जाएगा। - सुनील दत्त शर्मा, प्रभारी जिला खाद्य अधिकारी और प्रबंधक, नान
भास्कर संवाददाता | श्योपुर जिले के 33 उपार्जन केन्द्रों पर अब तक 6707 किसानों से लगभग 77 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी की जा चुकी है। यह प्रक्रिया बीते 15 दिनों में पूरी की गई है। लेकिन अब समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन की अंतिम तिथि 5 मई नजदीक है और मात्र पांच दिन का समय शेष है। इस दौरान प्रशासन को शेष बचे 4695 किसानों से गेहूं की खरीदी सुनिश्चित करनी होगी, जो एक बड़ी चुनौती है। यदि निर्धारित समय में यह खरीदी नहीं हो सकी, तो सैकड़ों किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिल पाएगा। गौरतलब है कि जिलेभर में कुल 11,402 किसानों ने गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन कराया था। इनमें से अधिकांश किसान अभी भी उपार्जन केन्द्रों पर अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं। पंजीकृत किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने का अधिकार है, लेकिन स्लॉट बुकिंग की अंतिम तारीख 30 अप्रैल को समाप्त हो चुकी है, और खरीदी केवल उन्हीं किसानों की हो सकेगी जिन्होंने समय रहते पंजीकरण कराया था। अब प्रशासन के सामने समय पर खरीदी पूरी करने की बड़ी जिम्मेदारी है। किसानों का कहना है कि यदि खरीदी समय पर पूरी नहीं हुई, तो उन्हें खुले बाजार में औने-पौने दाम पर अपना गेहूं बेचने को मजबूर होना पड़ेगा। इसलिए जरूरी है कि प्रशासन अतिरिक्त व्यवस्थाएं कर खरीदी प्रक्रिया को तेज करे और किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ सुनिश्चित किया जाए। कई किसान रहेंगे वंचित दरअसल जिलेभर में अभी स्लॉट बुकिंग से खासे ज्यादा किसान हैँ, जो गेहंू बेचना चाहते हैं पर स्लॉट बुक नहीं करा सके हैं। यह स्थिति जिले के खरीद केन्द्रों पर विवाद का कारण बनेगी। बता दें कि जिले में बड़े पैमाने पर गेहूं की फसल हुई है, 50 हजार किसानों ने फसल की है, जिसमें से अब तक सिर्फ 11402 किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने पंजीयन कराया है, जो गेहूं करने वालों की संख्या में खासी कम है। ^ यह सच है कि खरीदी के लिए दिन कम हैं, पर जो अवधि में उसमें खरीदी कराई जाएगी। जिन्होंने स्लॉट बुक किए हैं, उन सभी का गेहूं खरीदा जाएगा। - सुनील दत्त शर्मा, प्रभारी जिला खाद्य अधिकारी और प्रबंधक, नान