आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा- हर महीने 25 हजार वेतन मिले:सीधी में रैली निकाली, परमानेंट करने और पेंशन देने सौंपा ज्ञापन

सीधी जिले की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने बुधवार को कलेक्ट्रेट का घेराव किया। विथिका भवन से रैली निकालकर बड़ी संख्या में महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंचीं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ के बैनर तले यह प्रदर्शन किया गया। जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर स्वरोचिस सोमवंशी को 7 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। मांगों में परमानेंट नौकरी, रिटायर कर्मचारियों को पेंशन सुविधा और अनुकंपा नियुक्ति प्रक्रिया को आसान बनाया जाना शामिल है। कार्यकर्ता और सहायिका की मांग, वेतन 25 हजार महीने दिए जाए अभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का वेतन 12 हजार है। इन्होंने 30 हजार रुपए हर महीने वेतन देने की मांग की है। साथ ही हेल्थ सुविधा और सामाजिक सुरक्षा के प्रावधान की मांग की गई। वहीं सहायिका का वेतन अभी 8 हजार है। इन्होंने 25 हजार हर महीने वेतन देने की मांग की है। महिलाओं ने कहा- हम न्यूनतम मानदेय में काम करे रहे कर्मचारियों का कहना है कि वे न्यूनतम मानदेय में काम कर रही हैं। सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में उनकी प्रमुख भूमिका है। फिर भी उनका स्थायीकरण नहीं हुआ है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं लंबे समय से प्रदेश स्तर पर अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत हैं। इसी कड़ी में सीधी जिले में संगठन ने एकजुटता दिखाते हुए प्रशासन तक अपनी आवाज पहुंचाई। कलेक्टर स्वरोचिस सोमवंशी ने ज्ञापन को वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि सरकार के स्तर पर इन मांगों पर विचार चल रहा है।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा- हर महीने 25 हजार वेतन मिले:सीधी में रैली निकाली, परमानेंट करने और पेंशन देने सौंपा ज्ञापन
सीधी जिले की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने बुधवार को कलेक्ट्रेट का घेराव किया। विथिका भवन से रैली निकालकर बड़ी संख्या में महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंचीं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ के बैनर तले यह प्रदर्शन किया गया। जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर स्वरोचिस सोमवंशी को 7 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। मांगों में परमानेंट नौकरी, रिटायर कर्मचारियों को पेंशन सुविधा और अनुकंपा नियुक्ति प्रक्रिया को आसान बनाया जाना शामिल है। कार्यकर्ता और सहायिका की मांग, वेतन 25 हजार महीने दिए जाए अभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का वेतन 12 हजार है। इन्होंने 30 हजार रुपए हर महीने वेतन देने की मांग की है। साथ ही हेल्थ सुविधा और सामाजिक सुरक्षा के प्रावधान की मांग की गई। वहीं सहायिका का वेतन अभी 8 हजार है। इन्होंने 25 हजार हर महीने वेतन देने की मांग की है। महिलाओं ने कहा- हम न्यूनतम मानदेय में काम करे रहे कर्मचारियों का कहना है कि वे न्यूनतम मानदेय में काम कर रही हैं। सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में उनकी प्रमुख भूमिका है। फिर भी उनका स्थायीकरण नहीं हुआ है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं लंबे समय से प्रदेश स्तर पर अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत हैं। इसी कड़ी में सीधी जिले में संगठन ने एकजुटता दिखाते हुए प्रशासन तक अपनी आवाज पहुंचाई। कलेक्टर स्वरोचिस सोमवंशी ने ज्ञापन को वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि सरकार के स्तर पर इन मांगों पर विचार चल रहा है।