करैरा में पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा:5 लाख स्क्वायर फीट में बनेगा मंच-पंडाल, अन्नपूर्णा रसोई में बनेगा लाखों श्रद्धालुओं का खाना
करैरा में पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा:5 लाख स्क्वायर फीट में बनेगा मंच-पंडाल, अन्नपूर्णा रसोई में बनेगा लाखों श्रद्धालुओं का खाना
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 'सनातन हिंदू एकता' पदयात्रा पर निकले हैं। इस यात्रा का समापन 9वें दिन 29 नवंबर को ओरछा के रामराजा मंदिर होगा। इसके बाद बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा करैरा कस्बे में होनी वाली है। 1 दिसंबर को करैरा में कलश यात्रा और 2 दिसंबर से कथा का आयोजन होगा। 8 दिसंबर तक करैरा के बगीचा वाली काली माता मंदिर में भव्य आयोजन होगा। 8 दिसंबर तक पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री करैरा में ही रुकेंगे। इस आयोजन में लाखों लोग पहुंचेंगे। इसकी तैयारी श्री मां भद्रकाली, मां कंकाली सेवा समिति बाल बालाजी मंडल करैरा द्वारा की जा रही है। तैयारियों में जुटा करैरा
तैयारियों में जुटा करैरा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा करैरा में आयोजित होने वाली श्रीमद भागवत महापुराण के आयोजन की तैयारियों में समिति के साथ करैरा के सैकड़ों लोग जुटे हुए हैं। आयोजन में महिलाओं द्वारा भी अपनी भूमिका निभाई जा रही है। इन दिनों महिलाएं यज्ञ शाला में बेदी बनाने का कार्य कर रही हैं। वहीं कथा स्थल पर बड़े मंच और पांडाल के रूप में ड्रोम लगाया जा रहा है। करीब 1 हजार की संख्या में वालंटियर भव्य आयोजन की तैयारियों में जुटे हुए हैं। कार्यक्रम के दौरान वालंटियर की संख्या 5 हजार तक पहुंच जाएगी। 5 लाख स्क्वायर फीट में बन रहा है मंच और पांडाल
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा सुनने लाखों लोग पहुंचते हैं। उनकी दरबार में संख्या और बढ़ जाती है, इसलिए व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी प्रबंध किए जाते हैं। करैरा के बगीचा वाली काली माता मंदिर के पास 32 बीघा (5 लाख स्क्वायर फीट) जमीन को सपाट किया गया है। यहां 100*100 फीट का मंच और 300*800 फीट का ड्रोम पांडाल लगाया जा रहा है, जिसमें एक बार में साढ़े 3 लाख लोग बैठ सकते हैं। यज्ञ शाला में बन रहीं हैं 51 वेदियां -
काली माता मंदिर के सामने 91*91 फीट की यज्ञ शाला का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 51 वेदियां बनाई जा रही हैं। इस निर्माण में करैरा की महिलाएं कई दिनों से जुटी हुई हैं और मिट्टी-ईंट से लीपकर वेदियों को अंतिम रूप दे रही हैं। साथ ही, नगर में महिलाएं आमंत्रण के लिए पीले चावल भी बांट रही हैं। अन्नपूर्णा रसोई में हर रोज बनेगा 1 लाख लोगों का खाना -
इस भव्य आयोजन में हर रोज करीब एक से डेढ़ लाख लोगों के पहुंचने की संभावना जताई गई है। इसके लिए अन्नपूर्णा रसोई का निर्माण समिति द्वारा कराया जा रहा है, जहां करीब 300 हलवाई 1 लाख या उससे अधिक लोगों का भोजन तैयार करेंगे। 150 बीघा में बनाई जा रही हैं पार्किंग
कथा सुनने लाखों की संख्या में लोग पहुंचेंगे। इसके चलते पार्किग व्यवस्था भी की गई हैं। यहां समिति ने गल्ला मंडी और खैरा घाट पर करीब 150 बीघा की पार्किंग व्यवस्था बनाई है। खैरा घाट की पार्किंग 80 बीघा में बनाई जा रही है। यहां पार्किंग के 8 अलग अलग पॉइंट बनाए गए हैं। इसी प्रकार गल्ला मंडी में भी अलग-अलग ब्लॉक में पार्किंग तैयार की गई है। यहां हजारों वाहन सुरक्षा के साथ खड़े हो सकेंगे। सभी पार्किंग स्थल से कार्यक्रम स्थल की दूरी लगभग दो किलोमीटर की रहेगी। कार्यक्रम स्थल पहुंचने के 7 रास्ते
आयोजन स्थल तक पहुंचने के लिए फिलहाल 6 रास्ते निर्धारित किए गए हैं। इसके अलावा एक वीआईपी रोड़ भी तैयार की गई है। कौन से मार्ग को वन वे किया जाएगा या फिर जनता को किस प्रकार से निकाला जाएगा। इसकी जिम्मेदारी पुलिस को सौंपी गई है। बता दें कि आयोजन में सुरक्षा की दृष्टि से करीब 1 हजार से लेकर 15 सौ पुलिस कर्मियों की तैनाती की जायेगी। कैसे पहुंचा जाए करैरा -
रेल मार्ग से करैरा पहुंचने के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन शिवपुरी, दतिया और झांसी है। इन तीनों रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद लोग बस-टेक्सी आदि से बड़े आराम से करैरा पहुंच सकते हैं। इसके साथ सड़क मार्ग से लोग करैरा पहुंच सकते हैं। करैरा से दतिया 67 किलोमीटर, झांसी 47 किलोमीटर, शिवपुरी 52 किलोमीटर हैं। इसके अलावा पिछोर 42 किलोमीटर और डबरा 70 किलोमीटर है। इन शहरों और कस्बों से होकर गुजरने वाले मार्ग से सीधे करैरा पहुंचा जा सकता हैं। कार्यक्रम की जानकारी
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा करैरा में श्रीमद भागवत महापुराण का आयोजन किया जाएगा। ये कार्यक्रम 1 दिसंबर को कलश यात्रा से शुरू होगा। 2 दिसंबर से भागवत कथा का शुभारंभ होगा, जो प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक आयोजित की जाएगी और 8 दिसंबर तक चलेगी। बीच में 5 दिसंबर को पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दिव्य दरबार होगा। 6 दिसंबर को पं. शास्त्री के सानिध्य में 21 कन्याओं के विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 'सनातन हिंदू एकता' पदयात्रा पर निकले हैं। इस यात्रा का समापन 9वें दिन 29 नवंबर को ओरछा के रामराजा मंदिर होगा। इसके बाद बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा करैरा कस्बे में होनी वाली है। 1 दिसंबर को करैरा में कलश यात्रा और 2 दिसंबर से कथा का आयोजन होगा। 8 दिसंबर तक करैरा के बगीचा वाली काली माता मंदिर में भव्य आयोजन होगा। 8 दिसंबर तक पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री करैरा में ही रुकेंगे। इस आयोजन में लाखों लोग पहुंचेंगे। इसकी तैयारी श्री मां भद्रकाली, मां कंकाली सेवा समिति बाल बालाजी मंडल करैरा द्वारा की जा रही है। तैयारियों में जुटा करैरा
तैयारियों में जुटा करैरा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा करैरा में आयोजित होने वाली श्रीमद भागवत महापुराण के आयोजन की तैयारियों में समिति के साथ करैरा के सैकड़ों लोग जुटे हुए हैं। आयोजन में महिलाओं द्वारा भी अपनी भूमिका निभाई जा रही है। इन दिनों महिलाएं यज्ञ शाला में बेदी बनाने का कार्य कर रही हैं। वहीं कथा स्थल पर बड़े मंच और पांडाल के रूप में ड्रोम लगाया जा रहा है। करीब 1 हजार की संख्या में वालंटियर भव्य आयोजन की तैयारियों में जुटे हुए हैं। कार्यक्रम के दौरान वालंटियर की संख्या 5 हजार तक पहुंच जाएगी। 5 लाख स्क्वायर फीट में बन रहा है मंच और पांडाल
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा सुनने लाखों लोग पहुंचते हैं। उनकी दरबार में संख्या और बढ़ जाती है, इसलिए व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी प्रबंध किए जाते हैं। करैरा के बगीचा वाली काली माता मंदिर के पास 32 बीघा (5 लाख स्क्वायर फीट) जमीन को सपाट किया गया है। यहां 100*100 फीट का मंच और 300*800 फीट का ड्रोम पांडाल लगाया जा रहा है, जिसमें एक बार में साढ़े 3 लाख लोग बैठ सकते हैं। यज्ञ शाला में बन रहीं हैं 51 वेदियां -
काली माता मंदिर के सामने 91*91 फीट की यज्ञ शाला का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 51 वेदियां बनाई जा रही हैं। इस निर्माण में करैरा की महिलाएं कई दिनों से जुटी हुई हैं और मिट्टी-ईंट से लीपकर वेदियों को अंतिम रूप दे रही हैं। साथ ही, नगर में महिलाएं आमंत्रण के लिए पीले चावल भी बांट रही हैं। अन्नपूर्णा रसोई में हर रोज बनेगा 1 लाख लोगों का खाना -
इस भव्य आयोजन में हर रोज करीब एक से डेढ़ लाख लोगों के पहुंचने की संभावना जताई गई है। इसके लिए अन्नपूर्णा रसोई का निर्माण समिति द्वारा कराया जा रहा है, जहां करीब 300 हलवाई 1 लाख या उससे अधिक लोगों का भोजन तैयार करेंगे। 150 बीघा में बनाई जा रही हैं पार्किंग
कथा सुनने लाखों की संख्या में लोग पहुंचेंगे। इसके चलते पार्किग व्यवस्था भी की गई हैं। यहां समिति ने गल्ला मंडी और खैरा घाट पर करीब 150 बीघा की पार्किंग व्यवस्था बनाई है। खैरा घाट की पार्किंग 80 बीघा में बनाई जा रही है। यहां पार्किंग के 8 अलग अलग पॉइंट बनाए गए हैं। इसी प्रकार गल्ला मंडी में भी अलग-अलग ब्लॉक में पार्किंग तैयार की गई है। यहां हजारों वाहन सुरक्षा के साथ खड़े हो सकेंगे। सभी पार्किंग स्थल से कार्यक्रम स्थल की दूरी लगभग दो किलोमीटर की रहेगी। कार्यक्रम स्थल पहुंचने के 7 रास्ते
आयोजन स्थल तक पहुंचने के लिए फिलहाल 6 रास्ते निर्धारित किए गए हैं। इसके अलावा एक वीआईपी रोड़ भी तैयार की गई है। कौन से मार्ग को वन वे किया जाएगा या फिर जनता को किस प्रकार से निकाला जाएगा। इसकी जिम्मेदारी पुलिस को सौंपी गई है। बता दें कि आयोजन में सुरक्षा की दृष्टि से करीब 1 हजार से लेकर 15 सौ पुलिस कर्मियों की तैनाती की जायेगी। कैसे पहुंचा जाए करैरा -
रेल मार्ग से करैरा पहुंचने के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन शिवपुरी, दतिया और झांसी है। इन तीनों रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद लोग बस-टेक्सी आदि से बड़े आराम से करैरा पहुंच सकते हैं। इसके साथ सड़क मार्ग से लोग करैरा पहुंच सकते हैं। करैरा से दतिया 67 किलोमीटर, झांसी 47 किलोमीटर, शिवपुरी 52 किलोमीटर हैं। इसके अलावा पिछोर 42 किलोमीटर और डबरा 70 किलोमीटर है। इन शहरों और कस्बों से होकर गुजरने वाले मार्ग से सीधे करैरा पहुंचा जा सकता हैं। कार्यक्रम की जानकारी
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा करैरा में श्रीमद भागवत महापुराण का आयोजन किया जाएगा। ये कार्यक्रम 1 दिसंबर को कलश यात्रा से शुरू होगा। 2 दिसंबर से भागवत कथा का शुभारंभ होगा, जो प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक आयोजित की जाएगी और 8 दिसंबर तक चलेगी। बीच में 5 दिसंबर को पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दिव्य दरबार होगा। 6 दिसंबर को पं. शास्त्री के सानिध्य में 21 कन्याओं के विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।