ग्रामीणों ने BSNL कर्मचारियों को बनाया बंधक:नेटवर्क सही नहीं होने के चलते आक्रोश दिखाया, अधिकारियों के आश्वासन पर 2 घंटे बाद छोड़ा

पीपलझोपा वन क्षेत्र में मंगलवार शाम सिग्नल चेक करने गए BSNL के दो टेक्नीशियन को ग्रामीणों ने टावर परिसर में ताला लगाकर बंद कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने साल भर से खराब नेटवर्क होने की बात कही। बड़े अधिकारियों के आश्वासन पर दो घंटे बाद कर्मचारियों को रिहा किया गया। प्राप्त सूचना के मुताबिक पीपलझोपा में मंगलवार शाम 3.30 बजे BSNL 4 जी के नेटवर्क को देखने पहुंचे थे। खबर लगते ही ग्रामीण भी पहुंच गए। जब वे मशीनों को चेक कर रहे थे तो उन्होंने अंदर का में गेट बंद कर ताला लगा दिया। इस पर BSNL के एसडीबीएसएस दीपेश राठोड़ ने इस पर बड़े अधिकारियों से बात की। जिस पर अधिकारियों ने ग्रामीणों को 15 नवंबर तक नेटवर्क को सुचारु करने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने BSNL के कर्मचारियों को रिहा किया। नहीं आ रहे मोबाइल सिग्नल ग्रामीण मनीष जायसवाल ने कहा नेटवर्क की समस्या के कारण गांव पिछड़ा हुआ है। 12 महीने से टावर बनाकर खड़ा किया था। उसे 6 महीने चालू किया, लेकिन सिग्नल नहीं मिल रहे हैं। ऑनलाइन सेवाएं ठप है। सरकार के कई ऑनलाइन कार्यक्रम प्रभावित हो रहे हैं। जरूरी मैसेज भी नहीं भेज पा रहे हैं। समय पर पुलिस व एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाती है। वनक्षेत्र में प्राइवेट मोबाइल कंपनी की सुविधा नहीं पीपलझोपा वनक्षेत्र होने के से BSNL के अलावा अन्य प्राइवेट मोबाइल कंपनियां टावर नहीं लगा पा रही है। फॉरेस्ट एरिया में कई तरह की अनुमति नहीं मिल पा रही है। यहां BSNL का ही टावर है, लेकिन प्रॉपर सिग्नल नहीं मिल रहे हैं। चुनाव के दौरान भी जिले में से 50 से ज्यादा शैडो एरिया है। जहां जिला प्रशासन को रनर अप रखकर मैसेज भेजना पड़ते हैं।

ग्रामीणों ने BSNL कर्मचारियों को बनाया बंधक:नेटवर्क सही नहीं होने के चलते आक्रोश दिखाया, अधिकारियों के आश्वासन पर 2 घंटे बाद छोड़ा
पीपलझोपा वन क्षेत्र में मंगलवार शाम सिग्नल चेक करने गए BSNL के दो टेक्नीशियन को ग्रामीणों ने टावर परिसर में ताला लगाकर बंद कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने साल भर से खराब नेटवर्क होने की बात कही। बड़े अधिकारियों के आश्वासन पर दो घंटे बाद कर्मचारियों को रिहा किया गया। प्राप्त सूचना के मुताबिक पीपलझोपा में मंगलवार शाम 3.30 बजे BSNL 4 जी के नेटवर्क को देखने पहुंचे थे। खबर लगते ही ग्रामीण भी पहुंच गए। जब वे मशीनों को चेक कर रहे थे तो उन्होंने अंदर का में गेट बंद कर ताला लगा दिया। इस पर BSNL के एसडीबीएसएस दीपेश राठोड़ ने इस पर बड़े अधिकारियों से बात की। जिस पर अधिकारियों ने ग्रामीणों को 15 नवंबर तक नेटवर्क को सुचारु करने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने BSNL के कर्मचारियों को रिहा किया। नहीं आ रहे मोबाइल सिग्नल ग्रामीण मनीष जायसवाल ने कहा नेटवर्क की समस्या के कारण गांव पिछड़ा हुआ है। 12 महीने से टावर बनाकर खड़ा किया था। उसे 6 महीने चालू किया, लेकिन सिग्नल नहीं मिल रहे हैं। ऑनलाइन सेवाएं ठप है। सरकार के कई ऑनलाइन कार्यक्रम प्रभावित हो रहे हैं। जरूरी मैसेज भी नहीं भेज पा रहे हैं। समय पर पुलिस व एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाती है। वनक्षेत्र में प्राइवेट मोबाइल कंपनी की सुविधा नहीं पीपलझोपा वनक्षेत्र होने के से BSNL के अलावा अन्य प्राइवेट मोबाइल कंपनियां टावर नहीं लगा पा रही है। फॉरेस्ट एरिया में कई तरह की अनुमति नहीं मिल पा रही है। यहां BSNL का ही टावर है, लेकिन प्रॉपर सिग्नल नहीं मिल रहे हैं। चुनाव के दौरान भी जिले में से 50 से ज्यादा शैडो एरिया है। जहां जिला प्रशासन को रनर अप रखकर मैसेज भेजना पड़ते हैं।