नर्मदांचल में कड़ाके की ठंड का दौर जारी:हिलस्टेशन पचमढ़ी में घास पर जमी ओस की बूंदे; रात का तापमान 1.6 डिग्री
नर्मदांचल में कड़ाके की ठंड का दौर जारी:हिलस्टेशन पचमढ़ी में घास पर जमी ओस की बूंदे; रात का तापमान 1.6 डिग्री
नर्मदांचल में दिसंबर में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। सर्द हवाओं और तापमान में गिरावट के चलते ठंड कंपकपा रही है। मप्र के एकमात्र हिल-स्टेशन पचमढ़ी में सुबह ठंड की वजह से चंपक लेक सहित पहाड़ी और मैदान में ओस की बर्फ बनकर जम रही है। इस खूबसूरत नजारे को पचमढ़ी के स्थानीय निवासी सादिक अली ने अपने कैमरे में कैद किया। पचमढ़ी में मंगलवार को रात का तापमान 1.6 डिग्री दर्ज किया गया। यहां 24 घंटे में 0.3 डिग्री की गिरावट हुई है। दिन में भी यहां शीतलहर चलने से ठंडक बनी हुई है। दिसंबर में चक्रवातीय प्रभाव समाप्त होने और पश्चिमी विक्षोभ बनने के कारण दोबारा से अगले चार से पांच दिनों बाद ठंडी हवा का प्रभाव बढ़ने लगेगा। 5 दिनों बाद ठंडी हवा का प्रभाव बढ़ेगा जिले में अगले 4 दिनों तक ठंडी हवा में कमी और रात के तापमान में 1 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़त का पूर्वानुमान है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. प्रमेंद्र कुमार ने बताया कि दिसंबर में चक्रवातीय प्रभाव समाप्त होने और पश्चिमी विक्षोभ बनने के कारण दोबारा से अगले चार से पांच दिनों बाद ठंडी हवा का प्रभाव बढ़ने लगेगा। नर्मदापुरम में पिछले 24 घंटे में रात का तापमान 0.9 डिग्री बढ़ा और पचमढ़ी में 0.3 डिग्री घटा है। मंगलवार को पचमढ़ी में रात का तापमान 1.3 डिग्री और अधिकतम 25.5 और नर्मदापुरम में न्यूनतम तापमान 10.3 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 30 डिग्री दर्ज किया गया। तापमान गिरने से ओस की बूंदें जमी मौसम वैज्ञानिक डॉ. वीएस यादव ने बताया तापमान गिरने से ओस की बूंदें जम जाती है। सूरज की किरणें निकलने से तापमान बढ़ता है। इससे पाला जमता है। इस दौरान पाला भाप बनकर उड़ता नजर आता है। पाला को अंग्रेजी में फॉर्स्ट कहते हैं। पाला तब बनता है जब बाहर का तापमान जमने से कम हो जाता है।
नर्मदांचल में दिसंबर में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। सर्द हवाओं और तापमान में गिरावट के चलते ठंड कंपकपा रही है। मप्र के एकमात्र हिल-स्टेशन पचमढ़ी में सुबह ठंड की वजह से चंपक लेक सहित पहाड़ी और मैदान में ओस की बर्फ बनकर जम रही है। इस खूबसूरत नजारे को पचमढ़ी के स्थानीय निवासी सादिक अली ने अपने कैमरे में कैद किया। पचमढ़ी में मंगलवार को रात का तापमान 1.6 डिग्री दर्ज किया गया। यहां 24 घंटे में 0.3 डिग्री की गिरावट हुई है। दिन में भी यहां शीतलहर चलने से ठंडक बनी हुई है। दिसंबर में चक्रवातीय प्रभाव समाप्त होने और पश्चिमी विक्षोभ बनने के कारण दोबारा से अगले चार से पांच दिनों बाद ठंडी हवा का प्रभाव बढ़ने लगेगा। 5 दिनों बाद ठंडी हवा का प्रभाव बढ़ेगा जिले में अगले 4 दिनों तक ठंडी हवा में कमी और रात के तापमान में 1 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़त का पूर्वानुमान है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. प्रमेंद्र कुमार ने बताया कि दिसंबर में चक्रवातीय प्रभाव समाप्त होने और पश्चिमी विक्षोभ बनने के कारण दोबारा से अगले चार से पांच दिनों बाद ठंडी हवा का प्रभाव बढ़ने लगेगा। नर्मदापुरम में पिछले 24 घंटे में रात का तापमान 0.9 डिग्री बढ़ा और पचमढ़ी में 0.3 डिग्री घटा है। मंगलवार को पचमढ़ी में रात का तापमान 1.3 डिग्री और अधिकतम 25.5 और नर्मदापुरम में न्यूनतम तापमान 10.3 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 30 डिग्री दर्ज किया गया। तापमान गिरने से ओस की बूंदें जमी मौसम वैज्ञानिक डॉ. वीएस यादव ने बताया तापमान गिरने से ओस की बूंदें जम जाती है। सूरज की किरणें निकलने से तापमान बढ़ता है। इससे पाला जमता है। इस दौरान पाला भाप बनकर उड़ता नजर आता है। पाला को अंग्रेजी में फॉर्स्ट कहते हैं। पाला तब बनता है जब बाहर का तापमान जमने से कम हो जाता है।