रायपुर में 9 करोड़ चांदी केस...ट्रांसपोर्टर बोला-आतंकवादी जैसा व्यवहार हुआ:भास्कर से कहा-सिल्लियां नहीं..ज्वेलरी थी, ड्राइवर के पास बिल था, फिर भी 22 लाख वसूले

रायपुर में पुलिस चेकिंग में 9 करोड़ की 928 किलो पकड़ाई चांदी को लेकर ट्रांसपोर्टर आशुतोष कुमार पांडेय ने दैनिक भास्कर से बातचीत की, जिसमें उन्होंने कहा कि वह सिल्लियां नहीं ज्वेलरी थी। उन्होंने कहा कि स्टाफ के साथ आतंकवादी जैसा व्यवहार किया गया। पुलिस और CGGST के रवैये पर नाराजगी जताई है। आशुतोष कुमार पांडेय ने कहा कि वह देशभर के अलग-अलग राज्यों में हर दिन करीब 15 टन सिल्वर सप्लाई करते हैं। हर सप्लाई में फिजिकल और ई-बिल भी मौजूद रहता है। ड्राइवर के पास बिला था, इसके बावजूद हमारे ऊपर GST और पेनल्टी मिलाकर 22 लाख का जुर्माना वसूल किया गया। अब वह कोर्ट जाएंगे। कई राज्यों में करीब 15 साल से कर रहे ट्रांसपोर्टिंग का काम ट्रांसपोर्टर आशुतोष कुमार पांडेय ने बताया कि वह अहमदाबाद गुजरात के रहने वाले हैं। उनका एडलर एयर एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड नाम से ट्रांसपोर्टिंग का व्यापार है। वह देश के कई राज्यों में करीब 15 साल से एयर कार्गो के माध्यम से माल भेजते हैं, जो माल पकड़ाया था, वह आगरा से रायपुर आया था। जीएसटी को गलत सूचना दी गई आशुतोष कुमार पांडेय ने कहा कि चांदी की ज्वेलरी हमने नियमों के मुताबिक, एयर कार्गो से सिक्योरिटी क्लीयरेंस और बिल के साथ भेजा था। यह सब एक प्रोसीजर के माध्यम से ही होता है, जिसके लिए अनुमति भी ली थी। इन सब के बावजूद मेरे किसी प्रतिस्पर्धी ने पुलिस और जीएसटी को गुमराह करने के लिए गलत सूचना दी। ड्राइवर के पास मोबाइल में बिल था इसके बाद एयरपोर्ट से माल पिकअप में लोड होते ही कुछ दूरी में उसे पुलिस ने पकड़ लिया। गाड़ी में सन्नी कुमार सिंह और एक हेल्पर मौजूद था। उससे बिना पूछताछ किए मोबाइल को जब्त कर लिया, जबकि ड्राइवर के पास मोबाइल में बिल था, फिर भी सामान को GST को सौंप दिया गया। आतंकवादी जैसा व्यवहार किया गया ट्रांसपोर्टर में आगे कहा कि GST में जाने के बाद अफसरों को पता चला कि करीब 300 किलो के माल का बिल नहीं था, जबकि हमारे स्टाफ के पास बिल मौजूद था। उसे दिखाने का समय नहीं दिया गया। आगे उन्होंने कहा कि मामले में उनके स्टाफ के साथ आतंकवादी जैसा व्यवहार किया गया। जैसे कि हम कोई अफीम या नशे का प्रोडक्ट सप्लाई कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में स्थिति सुधारनी चाहिए आशुतोष पांडेय ने कहा कि मैं गुजरात का रहने वाला हूं। वहां पर एक तय व्यवस्था बनी हुई है। अगर आप किसी भी सामान को पकड़ते हैं तो उसके मालिक को सूचना भी देनी चाहिए। उसे मौका देना चाहिए कि वह सही और गलत साबित कर सके, लेकिन ये नहीं हुआ। ये स्थिति छत्तीसगढ़ में बेहतर होनी चाहिए, वरना वे आगे यहां पर माल नहीं भेजेंगे। अफसरों ने नहीं दिया अपना पक्ष मामले को लेकर जब छत्तीसगढ़ कमर्शियल टैक्स के अफसरों से पक्ष जानने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। क्या था पूरा मामला जानिए दरअसल, 7 अक्टूबर को एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की टीम चेकिंग कर रही थी। इस दौरान छोटा हाथी वाहन (मालवाहक) को रोककर चेकिंग की गई। पुलिस को वाहन में कार्टून मिले। कार्टून खोलकर देखा गया, जिसके अंदर चांदी की सिल्लियां रखी हुईं थीं। ये चांदी की सिल्लियां 51 कार्टून में भरी हुई थी। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इस गाड़ी में सन्नी कुमार सिंह नाम का व्यक्ति सवार था। सन्नी के पास चांदी से संबंधित कोई वैध डॉक्यूमेंट नहीं मिले, जिसके बाद पुलिस ने सन्नी के कब्जे से चांदी की सिल्लियां जब्त कर ली थी। इस मामले को पुलिस ने छत्तीसगढ़ कमर्शियल टैक्स (CGGST) को सौंप दिया था। यहां पढ़िए पूरी खबर... ....................... छत्तीसगढ़ में चांदी पकड़ने से संबंधित और भी खबरें पढ़िए... 1. 9 करोड़ की चांदी पुलिस ने पकड़ी: दिल्ली की फ्लाइट से पहुंची रायपुर, 51 कार्टून में रखी थी सिल्लियां; नहीं मिले वैध दस्तावेज रायपुर में पुलिस की टीम ने चेकिंग के दौरान 928 किलो चांदी की सिल्लियां पकड़ी है। जब्त चांदी की कीमत करीब 9 करोड़ रुपए है। बताया जा रहा है कि फ्लाइट के जरिए इसे दिल्ली से रायपुर लाया गया है। मामला मौदहापारा थाना क्षेत्र का है। यहां पढ़िए पूरी खबर...

रायपुर में 9 करोड़ चांदी केस...ट्रांसपोर्टर बोला-आतंकवादी जैसा व्यवहार हुआ:भास्कर से कहा-सिल्लियां नहीं..ज्वेलरी थी, ड्राइवर के पास बिल था, फिर भी 22 लाख वसूले
रायपुर में पुलिस चेकिंग में 9 करोड़ की 928 किलो पकड़ाई चांदी को लेकर ट्रांसपोर्टर आशुतोष कुमार पांडेय ने दैनिक भास्कर से बातचीत की, जिसमें उन्होंने कहा कि वह सिल्लियां नहीं ज्वेलरी थी। उन्होंने कहा कि स्टाफ के साथ आतंकवादी जैसा व्यवहार किया गया। पुलिस और CGGST के रवैये पर नाराजगी जताई है। आशुतोष कुमार पांडेय ने कहा कि वह देशभर के अलग-अलग राज्यों में हर दिन करीब 15 टन सिल्वर सप्लाई करते हैं। हर सप्लाई में फिजिकल और ई-बिल भी मौजूद रहता है। ड्राइवर के पास बिला था, इसके बावजूद हमारे ऊपर GST और पेनल्टी मिलाकर 22 लाख का जुर्माना वसूल किया गया। अब वह कोर्ट जाएंगे। कई राज्यों में करीब 15 साल से कर रहे ट्रांसपोर्टिंग का काम ट्रांसपोर्टर आशुतोष कुमार पांडेय ने बताया कि वह अहमदाबाद गुजरात के रहने वाले हैं। उनका एडलर एयर एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड नाम से ट्रांसपोर्टिंग का व्यापार है। वह देश के कई राज्यों में करीब 15 साल से एयर कार्गो के माध्यम से माल भेजते हैं, जो माल पकड़ाया था, वह आगरा से रायपुर आया था। जीएसटी को गलत सूचना दी गई आशुतोष कुमार पांडेय ने कहा कि चांदी की ज्वेलरी हमने नियमों के मुताबिक, एयर कार्गो से सिक्योरिटी क्लीयरेंस और बिल के साथ भेजा था। यह सब एक प्रोसीजर के माध्यम से ही होता है, जिसके लिए अनुमति भी ली थी। इन सब के बावजूद मेरे किसी प्रतिस्पर्धी ने पुलिस और जीएसटी को गुमराह करने के लिए गलत सूचना दी। ड्राइवर के पास मोबाइल में बिल था इसके बाद एयरपोर्ट से माल पिकअप में लोड होते ही कुछ दूरी में उसे पुलिस ने पकड़ लिया। गाड़ी में सन्नी कुमार सिंह और एक हेल्पर मौजूद था। उससे बिना पूछताछ किए मोबाइल को जब्त कर लिया, जबकि ड्राइवर के पास मोबाइल में बिल था, फिर भी सामान को GST को सौंप दिया गया। आतंकवादी जैसा व्यवहार किया गया ट्रांसपोर्टर में आगे कहा कि GST में जाने के बाद अफसरों को पता चला कि करीब 300 किलो के माल का बिल नहीं था, जबकि हमारे स्टाफ के पास बिल मौजूद था। उसे दिखाने का समय नहीं दिया गया। आगे उन्होंने कहा कि मामले में उनके स्टाफ के साथ आतंकवादी जैसा व्यवहार किया गया। जैसे कि हम कोई अफीम या नशे का प्रोडक्ट सप्लाई कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में स्थिति सुधारनी चाहिए आशुतोष पांडेय ने कहा कि मैं गुजरात का रहने वाला हूं। वहां पर एक तय व्यवस्था बनी हुई है। अगर आप किसी भी सामान को पकड़ते हैं तो उसके मालिक को सूचना भी देनी चाहिए। उसे मौका देना चाहिए कि वह सही और गलत साबित कर सके, लेकिन ये नहीं हुआ। ये स्थिति छत्तीसगढ़ में बेहतर होनी चाहिए, वरना वे आगे यहां पर माल नहीं भेजेंगे। अफसरों ने नहीं दिया अपना पक्ष मामले को लेकर जब छत्तीसगढ़ कमर्शियल टैक्स के अफसरों से पक्ष जानने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। क्या था पूरा मामला जानिए दरअसल, 7 अक्टूबर को एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की टीम चेकिंग कर रही थी। इस दौरान छोटा हाथी वाहन (मालवाहक) को रोककर चेकिंग की गई। पुलिस को वाहन में कार्टून मिले। कार्टून खोलकर देखा गया, जिसके अंदर चांदी की सिल्लियां रखी हुईं थीं। ये चांदी की सिल्लियां 51 कार्टून में भरी हुई थी। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इस गाड़ी में सन्नी कुमार सिंह नाम का व्यक्ति सवार था। सन्नी के पास चांदी से संबंधित कोई वैध डॉक्यूमेंट नहीं मिले, जिसके बाद पुलिस ने सन्नी के कब्जे से चांदी की सिल्लियां जब्त कर ली थी। इस मामले को पुलिस ने छत्तीसगढ़ कमर्शियल टैक्स (CGGST) को सौंप दिया था। यहां पढ़िए पूरी खबर... ....................... छत्तीसगढ़ में चांदी पकड़ने से संबंधित और भी खबरें पढ़िए... 1. 9 करोड़ की चांदी पुलिस ने पकड़ी: दिल्ली की फ्लाइट से पहुंची रायपुर, 51 कार्टून में रखी थी सिल्लियां; नहीं मिले वैध दस्तावेज रायपुर में पुलिस की टीम ने चेकिंग के दौरान 928 किलो चांदी की सिल्लियां पकड़ी है। जब्त चांदी की कीमत करीब 9 करोड़ रुपए है। बताया जा रहा है कि फ्लाइट के जरिए इसे दिल्ली से रायपुर लाया गया है। मामला मौदहापारा थाना क्षेत्र का है। यहां पढ़िए पूरी खबर...