इस्तीफे के बाद बृजमोहन को याद आए कबीर:दोहा पोस्ट किया जिसका मतलब- सही समय आने पर ही काम पूरे होते हैं

रायपुर लोकसभा के सांसद बृजमोहन अग्रवाल की एक सोशल मीडिया पोस्ट चर्चा में आ गई। इस्तीफा दिए जाने के बाद सोशल मीडिया पर उन्होंने संत कबीर को याद करते हुए एक पोस्ट की। इसमें एक दोहा भी शेयर किया जिसका मतलब है, सही समय आने पर ही काम पूरे होते हैं। दरअसल अंदाजा लगाया जा रहा है कि केंद्र में मोदी कैबिनेट में बृजमोहन को जगह मिल सकती है, मगर ये हो न सका। इसके बाद कबीर का जो दोहा बृजमोहन के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया गया उसे लोग बृजमोहन की सियासी परिस्थितियों से जोड़कर भी देख रहे हैं। दोहा कुछ ऐसा है- धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय। माली सींचे सौ घड़ा, ॠतु आए फल होय॥ संत कबीर का जो दोहा बृजमोहन अग्रवाल ने पोस्ट किया है उसका मतलब है कि धीरे-धीरे सब कुछ हो जाएगा। माली सैंकड़ों घड़े पानी पेड़ में देता है परंतु फल तो ऋतु के आने पर ही लगता है। अर्थात धैर्य रखने से और सही समय आने पर ही काम पूरे होते हैं। इस्तीफे के बाद क्या कहा था बृजमोहन ने सांसद बनने के बाद बृजमोहन ने विधायकी और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद उन्होंने कहा- ये मेरे लिए भावुक पल था। मेरे लिए पद-प्रतिष्ठा मायने नहीं रखती...लोगों ने अपने हृदय में मुझे जो स्थान दिया है वो मेरे लिए महत्वपूर्ण है! जनता का यह अहसान कभी नही भूलूंगा...उनका आजीवन ऋणी रहूंगा। जब जिम्मेदारियां बढ़ती हैं तो बहुत कुछ छोड़ना भी पड़ता है। जनता के प्यार और आशीर्वाद से पिछले 35 सालों से भी ज्यादा समय से विधायक रहा हूं। विधानसभा में मेरे पुराने और नए साथी हैं जो एक परिवार की तरह है। उन्होंने कहा कि, केंद्रीय नेतृत्व और रायपुर लोकसभा की जनता ने नई जिम्मेदारी दी है। नई ऊर्जा के साथ रायपुर लोकसभा और छत्तीसगढ़ के लिए काम करूंगा। अपनी जनता के लिए जैसे उनका मोहन था, आगे भी वैसा ही उनका मोहन रहेगा।

इस्तीफे के बाद बृजमोहन को याद आए कबीर:दोहा पोस्ट किया जिसका मतलब- सही समय आने पर ही काम पूरे होते हैं
रायपुर लोकसभा के सांसद बृजमोहन अग्रवाल की एक सोशल मीडिया पोस्ट चर्चा में आ गई। इस्तीफा दिए जाने के बाद सोशल मीडिया पर उन्होंने संत कबीर को याद करते हुए एक पोस्ट की। इसमें एक दोहा भी शेयर किया जिसका मतलब है, सही समय आने पर ही काम पूरे होते हैं। दरअसल अंदाजा लगाया जा रहा है कि केंद्र में मोदी कैबिनेट में बृजमोहन को जगह मिल सकती है, मगर ये हो न सका। इसके बाद कबीर का जो दोहा बृजमोहन के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया गया उसे लोग बृजमोहन की सियासी परिस्थितियों से जोड़कर भी देख रहे हैं। दोहा कुछ ऐसा है- धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय। माली सींचे सौ घड़ा, ॠतु आए फल होय॥ संत कबीर का जो दोहा बृजमोहन अग्रवाल ने पोस्ट किया है उसका मतलब है कि धीरे-धीरे सब कुछ हो जाएगा। माली सैंकड़ों घड़े पानी पेड़ में देता है परंतु फल तो ऋतु के आने पर ही लगता है। अर्थात धैर्य रखने से और सही समय आने पर ही काम पूरे होते हैं। इस्तीफे के बाद क्या कहा था बृजमोहन ने सांसद बनने के बाद बृजमोहन ने विधायकी और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद उन्होंने कहा- ये मेरे लिए भावुक पल था। मेरे लिए पद-प्रतिष्ठा मायने नहीं रखती...लोगों ने अपने हृदय में मुझे जो स्थान दिया है वो मेरे लिए महत्वपूर्ण है! जनता का यह अहसान कभी नही भूलूंगा...उनका आजीवन ऋणी रहूंगा। जब जिम्मेदारियां बढ़ती हैं तो बहुत कुछ छोड़ना भी पड़ता है। जनता के प्यार और आशीर्वाद से पिछले 35 सालों से भी ज्यादा समय से विधायक रहा हूं। विधानसभा में मेरे पुराने और नए साथी हैं जो एक परिवार की तरह है। उन्होंने कहा कि, केंद्रीय नेतृत्व और रायपुर लोकसभा की जनता ने नई जिम्मेदारी दी है। नई ऊर्जा के साथ रायपुर लोकसभा और छत्तीसगढ़ के लिए काम करूंगा। अपनी जनता के लिए जैसे उनका मोहन था, आगे भी वैसा ही उनका मोहन रहेगा।