मंत्री कृष्णा गौर के बेटे से साइबर ठगी, लेबर का ठेका दिलाने के नाम ऐंठे लाखों रुपए
मध्यप्रदेश में बेखौफ साइबर ठगों ने कैबिनेट मंत्री के बेटे को ही अपना शिकार बना डाला। राजधानी भोपाल में साइबर ठगों ने मोहन यादव कैबिनेट में मंत्री कृष्णा गौर के बेटे से लाखों की ठगी कर ली। ठगों ने मंत्री कृष्णा गौर के बेटे आकाश गौर से लेबर सप्लाई का ...
भोपाल। मध्यप्रदेश में बेखौफ साइबर ठगों ने कैबिनेट मंत्री के बेटे को ही अपना शिकार बना डाला। राजधानी भोपाल में साइबर ठगों ने मोहन यादव कैबिनेट में मंत्री कृष्णा गौर के बेटे से लाखों की ठगी कर ली। ठगों ने मंत्री कृष्णा गौर के बेटे आकाश गौर से लेबर सप्लाई का ठेका दिलवाने के नाम पर साढ़े तीन लाख से अधिक रूपए ठग लिए। पूरे मामले में भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
साइबर क्राइम में मंत्री कृष्णा गौर के बेटे आकाश गौर ने जो शिकायत की है उसके मुताबिक 20 मार्च को उनके पास एक कॉल आया था जिसमें ठगों ने प्राइवेट कंपनी में लेबर सप्लाई के टेंडर को लेकर उनसे बातचीत की। कॉल करने वाले ने आकाश गौर से टेंडर को लेकर काफी देर बात की और उन्हें टेंडर दिलवाने का आश्वासन दिया। इसके साथ ठगों ने टेंडर की प्रक्रिया पूरी करने के लिए शुल्क का भुगतान करने के लिए उन्हें एक क्यूआर कोड के जरिए पेमेंट करने को कहा।
पैंसे ट्रांसफर होने के बाद जब मंत्री के बेटे ने ठगों से दोबार संपर्क करने की कोशिश की तो बात नहीं हो सकती इसके बाद आकाश को अपने साथ ठगी का अहसास हुआ। तब उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने जब तक उस खाते को फ्रीज करवाया, जिसमें पैसे ट्रांसफर हुए थे, तब तक अपराधियों ने दूसरे खाते में पैसे ट्रांसफर करवा लिए. जब उसे भी फ्रीज किया गया, तब अपराधियों ने साइबर क्राइम की मिलती-जुलती ईमेल आईडी से बैंक मैनेजर को मेल कर खाते को अनफ्रीज करवाने की कोशिश की।
वहीं प्रदेश में बढ़ती साइबर ठगी के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पुलिस को हाईटेक बनाने व सायबर धोखाधड़ी की रोकथाम के लिए हर जिले में सायबर थाने व प्रत्येक थाने में सायबर डेस्क खोली जाएगी। इसके साथ सायबर हेल्पलाइन नंबर 1930 को और अधिक प्रभावी बनाया जाएंगे। इसके साथ सरकार व्यापक स्तर पर साइबर जागरूकता करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में साइबर ठगी से मामलों में बड़े पैमाने पर वृद्धि देखी गई है।