खरगोन में 12वीं का 77.71% परिणाम:दो विद्यार्थियों ने प्रदेश की मेरिट लिस्ट में बनाई जगह; संभाग में आया तीसरा स्थान
खरगोन में 12वीं का 77.71% परिणाम:दो विद्यार्थियों ने प्रदेश की मेरिट लिस्ट में बनाई जगह; संभाग में आया तीसरा स्थान
खरगोन के दो विद्यार्थियों ने प्रदेश मेरिट में बनाई जगह, जिले का परिणाम 77.71 प्रतिशत खरगोन जिले में हायर सेकेंडरी कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 77.71 प्रतिशत रहा। जिले के दो विद्यार्थियों ने प्रदेश के मेरिट में स्थान प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया। खरगोन ने इंदौर संभाग में तीसरा स्थान हासिल किया। सेगांव की छात्रा शांभवी येवले ने बायोलॉजी विषय में 500 में से 477 अंक प्राप्त कर प्रदेश की मेरिट सूची में सातवां स्थान प्राप्त किया। शासकीय शिक्षक दंपति धन्यजय येवले और आरती येवले की बेटी शांभवी का कहना है कि वह डॉक्टर बनना चाहती हैं। उन्होंने हाल ही में नीट की परीक्षा भी दी है। शांभवी का मानना है कि कड़ी मेहनत का परिणाम हमेशा बेहतर होता है। इसी तरह एक्सीलेंस स्कूल मंडलेश्वर के छात्र अबियली बवाहिर ने जीव विज्ञान विषय में 500 में से 476 अंक प्राप्त कर आठवां स्थान हासिल किया। अबियली के पिता का नाम मुर्तुजा बवाहिर है। जिला शिक्षा अधिकारी एसके कानुडे ने बताया माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस वर्ष परीक्षा पद्धति में परिवर्तन किया है। नई व्यवस्था के तहत असफल विद्यार्थियों को दो बार और परीक्षा देने का अवसर मिलेगा। यह परिणाम पिछले तीन वर्षों की तुलना में बेहतर रहा है।
खरगोन के दो विद्यार्थियों ने प्रदेश मेरिट में बनाई जगह, जिले का परिणाम 77.71 प्रतिशत खरगोन जिले में हायर सेकेंडरी कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 77.71 प्रतिशत रहा। जिले के दो विद्यार्थियों ने प्रदेश के मेरिट में स्थान प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया। खरगोन ने इंदौर संभाग में तीसरा स्थान हासिल किया। सेगांव की छात्रा शांभवी येवले ने बायोलॉजी विषय में 500 में से 477 अंक प्राप्त कर प्रदेश की मेरिट सूची में सातवां स्थान प्राप्त किया। शासकीय शिक्षक दंपति धन्यजय येवले और आरती येवले की बेटी शांभवी का कहना है कि वह डॉक्टर बनना चाहती हैं। उन्होंने हाल ही में नीट की परीक्षा भी दी है। शांभवी का मानना है कि कड़ी मेहनत का परिणाम हमेशा बेहतर होता है। इसी तरह एक्सीलेंस स्कूल मंडलेश्वर के छात्र अबियली बवाहिर ने जीव विज्ञान विषय में 500 में से 476 अंक प्राप्त कर आठवां स्थान हासिल किया। अबियली के पिता का नाम मुर्तुजा बवाहिर है। जिला शिक्षा अधिकारी एसके कानुडे ने बताया माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस वर्ष परीक्षा पद्धति में परिवर्तन किया है। नई व्यवस्था के तहत असफल विद्यार्थियों को दो बार और परीक्षा देने का अवसर मिलेगा। यह परिणाम पिछले तीन वर्षों की तुलना में बेहतर रहा है।