मंत्री विजय शाह का ‘सैन्य प्रेम’ याद दिला रहे समर्थक:सोशल मीडिया पर मित्रमंडल की पोस्ट, ‘मंत्री कृत्य’ को विपक्ष की साजिश बताया

सैन्य अफसर सोफिया कुरैशी पर विवादित बयान देकर मंत्री विजय शाह राजद्रोह के प्रकरण से घिर गए हैं। पार्टी की लताड़, कोर्ट की फटकार, थाने में एफआईआर और विपक्ष का प्रदर्शन लगातार देख मंत्री विजय शाह परिवार के साथ अंडरग्राउंड है। शाह, बीजेपी और सरकार अब 19 तारीख के लिए सुप्रीम कोर्ट पर केंद्रित हो गई हैं। मामला सेना और उनकी अधिकारी पर दिए विवादित बयान का है। इसलिए मंत्री शाह के समर्थक अब उन्हें सैन्य प्रेमी बताने के लिए कैंपेन चलाने गए हैं। मंत्री की फजीहत सोशल मीडिया पर वायरल हुए बयान से हुई थी। इसलिए सैन्य प्रेम वाला कैंपेन भी सोशल मीडिया पर ही चलाया जा रहा है। इस कैंपेन में उन वीडियो और फोटो को शेयर किया जा रहा है, जिनमें मंत्री सेना के साथ नजर आ रहे हैं। मंत्री की ऐसी यादें खोज-खोजकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट की जा रही हैं। जनप्रतिनिधि बेटे के सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट सोशल मीडिया पर वीडियो क्लिक, फोटो और रील्स के जरिए मंत्री विजय शाह का सैन्य और देशप्रेम दिखाया जा रहा है। अधिकांश पोस्ट उनके बेटे दिव्यादित्य शाह (जिला पंचायत उपाध्यक्ष) के मित्रमंडल द्वारा किए जा रहे हैं। उसी पोस्ट को बाकी समर्थक शेयर कर रहे हैं। दैनिक भास्कर ने दिव्यादित्य शाह मित्रमंडल नाम के सोशल मीडिया अकाउंट को चेक किया तो प्रत्येक पोस्ट पर करीब एक हजार लाइक्स मिल रहे हैं। अधिकतम व्यूअरशिप 5 हजार के करीब हैं। पीएम, सीएम, वीडी और नड्डा तक को टैग किया दिव्यादित्य शाह मित्रमंडल अकाउंट से मंत्री विजयशाह के समर्थन में की जा रही पोस्ट को अधिकतम 50 लोग शेयर भी कर रहे हैं। प्रत्येक पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, भाजपा संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्‌डा को भी टैग किया गया हैं। 1. लेह लद्दाख की यात्रा, सैनिकों का सम्मान करते दिख रहे विजय शाह पहली पोस्ट में मंत्री विजय शाह की लेह लद्दाख यात्रा के बारे में बताया उन्होंने लद्दाख जाकर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और राष्ट्रभक्ति की मिसाल पेश की थी। लिखा कि शहीद सैनिकों की स्मृति में झुके सिर और नम आंखों से मंत्री जी ने सच्चे सम्मान का परिचय दिया। आगे लिखा गया कि- उनकी यह यात्रा ना केवल श्रद्धांजलि थी, बल्कि नई पीढ़ी को प्रेरणा देने वाला कदम भी। विजय शाह का यह समर्पण हमें यह सिखाता है कि सच्चा नेता वही है जो वीरों का मान रखे। देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत यह कार्य हर भारतीय के दिल को छू लेने वाला हैं। पोस्ट की आखिरी लाइनों में लिखा कि- आज शाह जी ने 10 बार माफी मांगी है फिर भी उन पर राजनीति कर सवाल खड़े किए जा रहे है। राष्ट्र, धर्म, समाज सेवा में जिन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया, ऐसी शख्सियत पर राजनीति करना उचित नहीं है। शायरी अंदाज में लिखा- सच्चाई थक सकती है, हार नहीं सकती, क्योंकि उसका रास्ता भले लंबा हो, मंज़िल हमेशा जीत होती है। 2. विपक्ष पर राजनीतिक साजिश और स्कोरिंग बढ़ाने का आरोप दूसरी पोस्ट में कहा गया कि मंत्री विजय शाह पर हाल ही में लगाए गए आरोप एक गहरी राजनीतिक साजिश का हिस्सा प्रतीत होते हैं। कांग्रेस द्वारा किया गया विरोध और कोर्ट में दाखिल याचिकाएं कहीं न कहीं एक सोची-समझी रणनीति का संकेत देती हैं। जिस बयान को लेकर विवाद खड़ा किया गया है, वह जानबूझकर तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया, जिससे विजय शाह की छवि को धूमिल किया जा सके। विजय शाह एक अनुभवी और जनप्रिय नेता हैं, जिन्होंने आदिवासी समुदाय के लिए लगातार काम किया है। कांग्रेस उनकी लोकप्रियता और राजनीतिक पकड़ से बौखलाकर अब ऐसे हथकंडे अपना रही है। यह पहली बार नहीं है, जब विपक्ष ने भाजपा नेताओं के खिलाफ धर्म और सेना जैसे संवेदनशील मुद्दों का इस्तेमाल कर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की हो। शाह जी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि उनका इरादा किसी का अपमान करने का नहीं था और उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी। इसके बावजूद विपक्ष का आक्रामक रवैया दर्शाता है कि यह मामला केवल भावनाओं की नहीं, बल्कि राजनीतिक स्कोरिंग की है। यह समय है जब जनता इन साजिशों को पहचाने और सच्चे जनसेवकों के साथ खड़ी हो।

मंत्री विजय शाह का ‘सैन्य प्रेम’ याद दिला रहे समर्थक:सोशल मीडिया पर मित्रमंडल की पोस्ट, ‘मंत्री कृत्य’ को विपक्ष की साजिश बताया
सैन्य अफसर सोफिया कुरैशी पर विवादित बयान देकर मंत्री विजय शाह राजद्रोह के प्रकरण से घिर गए हैं। पार्टी की लताड़, कोर्ट की फटकार, थाने में एफआईआर और विपक्ष का प्रदर्शन लगातार देख मंत्री विजय शाह परिवार के साथ अंडरग्राउंड है। शाह, बीजेपी और सरकार अब 19 तारीख के लिए सुप्रीम कोर्ट पर केंद्रित हो गई हैं। मामला सेना और उनकी अधिकारी पर दिए विवादित बयान का है। इसलिए मंत्री शाह के समर्थक अब उन्हें सैन्य प्रेमी बताने के लिए कैंपेन चलाने गए हैं। मंत्री की फजीहत सोशल मीडिया पर वायरल हुए बयान से हुई थी। इसलिए सैन्य प्रेम वाला कैंपेन भी सोशल मीडिया पर ही चलाया जा रहा है। इस कैंपेन में उन वीडियो और फोटो को शेयर किया जा रहा है, जिनमें मंत्री सेना के साथ नजर आ रहे हैं। मंत्री की ऐसी यादें खोज-खोजकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट की जा रही हैं। जनप्रतिनिधि बेटे के सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट सोशल मीडिया पर वीडियो क्लिक, फोटो और रील्स के जरिए मंत्री विजय शाह का सैन्य और देशप्रेम दिखाया जा रहा है। अधिकांश पोस्ट उनके बेटे दिव्यादित्य शाह (जिला पंचायत उपाध्यक्ष) के मित्रमंडल द्वारा किए जा रहे हैं। उसी पोस्ट को बाकी समर्थक शेयर कर रहे हैं। दैनिक भास्कर ने दिव्यादित्य शाह मित्रमंडल नाम के सोशल मीडिया अकाउंट को चेक किया तो प्रत्येक पोस्ट पर करीब एक हजार लाइक्स मिल रहे हैं। अधिकतम व्यूअरशिप 5 हजार के करीब हैं। पीएम, सीएम, वीडी और नड्डा तक को टैग किया दिव्यादित्य शाह मित्रमंडल अकाउंट से मंत्री विजयशाह के समर्थन में की जा रही पोस्ट को अधिकतम 50 लोग शेयर भी कर रहे हैं। प्रत्येक पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, भाजपा संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्‌डा को भी टैग किया गया हैं। 1. लेह लद्दाख की यात्रा, सैनिकों का सम्मान करते दिख रहे विजय शाह पहली पोस्ट में मंत्री विजय शाह की लेह लद्दाख यात्रा के बारे में बताया उन्होंने लद्दाख जाकर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और राष्ट्रभक्ति की मिसाल पेश की थी। लिखा कि शहीद सैनिकों की स्मृति में झुके सिर और नम आंखों से मंत्री जी ने सच्चे सम्मान का परिचय दिया। आगे लिखा गया कि- उनकी यह यात्रा ना केवल श्रद्धांजलि थी, बल्कि नई पीढ़ी को प्रेरणा देने वाला कदम भी। विजय शाह का यह समर्पण हमें यह सिखाता है कि सच्चा नेता वही है जो वीरों का मान रखे। देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत यह कार्य हर भारतीय के दिल को छू लेने वाला हैं। पोस्ट की आखिरी लाइनों में लिखा कि- आज शाह जी ने 10 बार माफी मांगी है फिर भी उन पर राजनीति कर सवाल खड़े किए जा रहे है। राष्ट्र, धर्म, समाज सेवा में जिन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया, ऐसी शख्सियत पर राजनीति करना उचित नहीं है। शायरी अंदाज में लिखा- सच्चाई थक सकती है, हार नहीं सकती, क्योंकि उसका रास्ता भले लंबा हो, मंज़िल हमेशा जीत होती है। 2. विपक्ष पर राजनीतिक साजिश और स्कोरिंग बढ़ाने का आरोप दूसरी पोस्ट में कहा गया कि मंत्री विजय शाह पर हाल ही में लगाए गए आरोप एक गहरी राजनीतिक साजिश का हिस्सा प्रतीत होते हैं। कांग्रेस द्वारा किया गया विरोध और कोर्ट में दाखिल याचिकाएं कहीं न कहीं एक सोची-समझी रणनीति का संकेत देती हैं। जिस बयान को लेकर विवाद खड़ा किया गया है, वह जानबूझकर तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया, जिससे विजय शाह की छवि को धूमिल किया जा सके। विजय शाह एक अनुभवी और जनप्रिय नेता हैं, जिन्होंने आदिवासी समुदाय के लिए लगातार काम किया है। कांग्रेस उनकी लोकप्रियता और राजनीतिक पकड़ से बौखलाकर अब ऐसे हथकंडे अपना रही है। यह पहली बार नहीं है, जब विपक्ष ने भाजपा नेताओं के खिलाफ धर्म और सेना जैसे संवेदनशील मुद्दों का इस्तेमाल कर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की हो। शाह जी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि उनका इरादा किसी का अपमान करने का नहीं था और उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी। इसके बावजूद विपक्ष का आक्रामक रवैया दर्शाता है कि यह मामला केवल भावनाओं की नहीं, बल्कि राजनीतिक स्कोरिंग की है। यह समय है जब जनता इन साजिशों को पहचाने और सच्चे जनसेवकों के साथ खड़ी हो।