बेमौसम बारिश से फसलें बर्बाद, प्रशासन ने नहीं किया सर्वे:भारतीय किसान संघ ने नईगढ़ी तहसीलदार को दिया ज्ञापन; तत्काल कार्रवाई की मांग

भारतीय किसान संघ ने मंगलवार शाम जिले के नईगढ़ी में तहसीलदार को किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन संघ के जिलाध्यक्ष हरिशंकर पांडे के नेतृत्व में दिया गया। प्रतिनिधिमंडल ने तहसीलदार से प्रभावित किसानों को शीघ्र राहत देने और प्रशासनिक लापरवाही पर कार्रवाई करने की मांग की। बेमौसम बारिश और जलभराव से फसलें बर्बाद ज्ञापन में बताया गया कि हाल ही में हुई बेमौसम बारिश और जलभराव से खरीफ की फसलें धान, कोदो, मूंग और उड़द खराब हुई हैं। भारी नुकसान के बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक किसी प्रकार का सर्वे नहीं कराया गया है। कोदो-कुटकी की गिरदावरी नहीं होने की शिकायत संघ ने यह भी बताया कि कोदो-कुटकी की गिरदावरी नहीं की जा रही है। इस विषय पर किसानों ने पहले भी 27 अक्टूबर 2025 को ज्ञापन दिया था, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। किसानों का आरोप है कि लगातार शिकायतों के बावजूद अधिकारियों ने समस्या को नजरअंदाज किया है। क्षतिग्रस्त मकानों के लिए नहीं मिली राहत ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि 16 जुलाई 2025 को हुई भारी बारिश के कारण कई गांवों में जलभराव हुआ था। इससे किसानों के कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे। किसानों का कहना है कि शासन ने क्षतिपूर्ति के निर्देश तो जारी किए थे, लेकिन अब तक किसी को राहत राशि नहीं मिली है। पटवारियों पर मनमानी के आरोप किसानों ने कुछ पटवारियों पर खसरा प्रविष्टियों में मनमानी करने और किसानों को अनावश्यक मुकदमों में फंसाने के आरोप भी लगाए हैं। किसानों का कहना है कि इससे उन्हें अतिरिक्त आर्थिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग भारतीय किसान संघ ने तहसील प्रशासन से मांग की है कि किसानों की समस्याओं का तुरंत निराकरण किया जाए। संघ ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो किसानों को आंदोलन का रास्ता अपनाने पर मजबूर होना पड़ेगा।

बेमौसम बारिश से फसलें बर्बाद, प्रशासन ने नहीं किया सर्वे:भारतीय किसान संघ ने नईगढ़ी तहसीलदार को दिया ज्ञापन; तत्काल कार्रवाई की मांग
भारतीय किसान संघ ने मंगलवार शाम जिले के नईगढ़ी में तहसीलदार को किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन संघ के जिलाध्यक्ष हरिशंकर पांडे के नेतृत्व में दिया गया। प्रतिनिधिमंडल ने तहसीलदार से प्रभावित किसानों को शीघ्र राहत देने और प्रशासनिक लापरवाही पर कार्रवाई करने की मांग की। बेमौसम बारिश और जलभराव से फसलें बर्बाद ज्ञापन में बताया गया कि हाल ही में हुई बेमौसम बारिश और जलभराव से खरीफ की फसलें धान, कोदो, मूंग और उड़द खराब हुई हैं। भारी नुकसान के बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक किसी प्रकार का सर्वे नहीं कराया गया है। कोदो-कुटकी की गिरदावरी नहीं होने की शिकायत संघ ने यह भी बताया कि कोदो-कुटकी की गिरदावरी नहीं की जा रही है। इस विषय पर किसानों ने पहले भी 27 अक्टूबर 2025 को ज्ञापन दिया था, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। किसानों का आरोप है कि लगातार शिकायतों के बावजूद अधिकारियों ने समस्या को नजरअंदाज किया है। क्षतिग्रस्त मकानों के लिए नहीं मिली राहत ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि 16 जुलाई 2025 को हुई भारी बारिश के कारण कई गांवों में जलभराव हुआ था। इससे किसानों के कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे। किसानों का कहना है कि शासन ने क्षतिपूर्ति के निर्देश तो जारी किए थे, लेकिन अब तक किसी को राहत राशि नहीं मिली है। पटवारियों पर मनमानी के आरोप किसानों ने कुछ पटवारियों पर खसरा प्रविष्टियों में मनमानी करने और किसानों को अनावश्यक मुकदमों में फंसाने के आरोप भी लगाए हैं। किसानों का कहना है कि इससे उन्हें अतिरिक्त आर्थिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग भारतीय किसान संघ ने तहसील प्रशासन से मांग की है कि किसानों की समस्याओं का तुरंत निराकरण किया जाए। संघ ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो किसानों को आंदोलन का रास्ता अपनाने पर मजबूर होना पड़ेगा।