NH-44 पर गाय को बचाने में पलटा ट्रक:स्टीयरिंग में फंस गए थे ड्राइवर के पैर, दर्द से चीखता रहा; 1 घंटे की मशक्क्त के बाद निकाला

नेशनल हाइवे-44 पर देवरी घड़ियाल केंद्र के पास बीती रात एक बड़ा हादसा होते-होते बचा। आगरा से आ रहा एक तेज रफ्तार ट्रक गाय को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित होकर खेत में पलट गया। हादसे में ड्राइवर के दोनों पैर स्टेयरिंग में बुरी तरह फंस गए। वह दर्द से चीखता रहा, लेकिन सुनसान हाईवे पर कोई सुनने वाला नहीं था। गनीमत रही कि वहां से पुलिस की नाइट पेट्रोलिंग टीम गुजरी और देवदूत बनकर ड्राइवर की जान बचाई। हादसा रात करीब 1:30 बजे का है। आगरा के रोहता से आ रहा खाली ट्रक देवरी के पास पहुंचा ही था कि अचानक सामने गाय आ गई। ड्राइवर पंकज ने गाय को बचाने के लिए ट्रक को खेत की तरफ मोड़ा, जिससे गाड़ी बेकाबू होकर पलट गई। ड्राइवर अकेला था और केबिन पिचकने से उसके पैर स्टेयरिंग के नीचे दब गए। जैक और रॉड से टेढ़ी की स्टेयरिंग, तब निकली जान नाइट पेट्रोलिंग टीम के प्रभारी एएसआई शैलेंद्र चौहान ने बताया कि गश्त के दौरान उन्होंने पलटा हुआ ट्रक देखा। पास जाकर देखा तो ड्राइवर फंसा हुआ था। स्टेयरिंग पूरी तरह टेढ़ी होकर उसके पैरों पर चढ़ गई थी। पुलिस टीम ने ट्रक के जैक और रॉड की मदद से काफी मशक्कत कर स्टेयरिंग को दूसरी तरफ किया। करीब एक घंटे की कड़ी मेहनत के बाद पंकज के पैरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका। बाहर निकालने के बाद पुलिस ने ठंड में ठिठुर रहे ड्राइवर के लिए अलाव जलाया। पंकज ने बताया कि वह ठीक है, पैरों में सिर्फ सूजन है, इसलिए उसने अस्पताल जाने से मना कर दिया।

NH-44 पर गाय को बचाने में पलटा ट्रक:स्टीयरिंग में फंस गए थे ड्राइवर के पैर, दर्द से चीखता रहा; 1 घंटे की मशक्क्त के बाद निकाला
नेशनल हाइवे-44 पर देवरी घड़ियाल केंद्र के पास बीती रात एक बड़ा हादसा होते-होते बचा। आगरा से आ रहा एक तेज रफ्तार ट्रक गाय को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित होकर खेत में पलट गया। हादसे में ड्राइवर के दोनों पैर स्टेयरिंग में बुरी तरह फंस गए। वह दर्द से चीखता रहा, लेकिन सुनसान हाईवे पर कोई सुनने वाला नहीं था। गनीमत रही कि वहां से पुलिस की नाइट पेट्रोलिंग टीम गुजरी और देवदूत बनकर ड्राइवर की जान बचाई। हादसा रात करीब 1:30 बजे का है। आगरा के रोहता से आ रहा खाली ट्रक देवरी के पास पहुंचा ही था कि अचानक सामने गाय आ गई। ड्राइवर पंकज ने गाय को बचाने के लिए ट्रक को खेत की तरफ मोड़ा, जिससे गाड़ी बेकाबू होकर पलट गई। ड्राइवर अकेला था और केबिन पिचकने से उसके पैर स्टेयरिंग के नीचे दब गए। जैक और रॉड से टेढ़ी की स्टेयरिंग, तब निकली जान नाइट पेट्रोलिंग टीम के प्रभारी एएसआई शैलेंद्र चौहान ने बताया कि गश्त के दौरान उन्होंने पलटा हुआ ट्रक देखा। पास जाकर देखा तो ड्राइवर फंसा हुआ था। स्टेयरिंग पूरी तरह टेढ़ी होकर उसके पैरों पर चढ़ गई थी। पुलिस टीम ने ट्रक के जैक और रॉड की मदद से काफी मशक्कत कर स्टेयरिंग को दूसरी तरफ किया। करीब एक घंटे की कड़ी मेहनत के बाद पंकज के पैरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका। बाहर निकालने के बाद पुलिस ने ठंड में ठिठुर रहे ड्राइवर के लिए अलाव जलाया। पंकज ने बताया कि वह ठीक है, पैरों में सिर्फ सूजन है, इसलिए उसने अस्पताल जाने से मना कर दिया।