बरेली में ठंड का कहर, 7 डिग्री तापमान, कांपे लोग:कोहरे और सर्द हवाओं ने बढ़ाई मुश्किलें, अस्पतालों में मरीज बढ़े, ट्रेनों की रफ्तार थमी

बरेली में ठंड ने अपना असर और तेज कर दिया है। न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के बाद ठिठुरन साफ महसूस की जा रही है। सुबह और रात के वक्त ठंड लोगों को घरों में कैद कर रही है। आसमान में बादल छाए रहने और धूप कमजोर पड़ने से सर्दी का असर और बढ़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में राहत के आसार कम हैं, यानी ठंड अभी और सताएगी। तापमान में लगातार गिरावट पिछले एक हफ्ते से बरेली के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। न्यूनतम तापमान 7 से 12 डिग्री और अधिकतम तापमान 16 से 22 डिग्री के बीच बना हुआ है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री और न्यूनतम 7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। दिन में हल्की धूप निकलने की संभावना है, लेकिन हवा में ठंडक बनी रहेगी। सुबह और देर रात सर्द हवाएं लोगों को कंपकंपा रही हैं। देखे बरेली के मौसम की कुछ फोटो .... दिन का अधिकतम और न्यूनतम तापमान कोहरा थोड़ा कम, लेकिन सर्दी बरकरार हालांकि बीते दिनों के मुकाबले कोहरे से थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन सुबह-शाम विजिबिलिटी अब भी प्रभावित हो रही है। इसका असर सड़क और रेल यातायात पर साफ दिखाई दे रहा है। वाहन चालकों को खासतौर पर सुबह के समय परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक कोहरे और ठंड के चलते कई लंबी दूरी की ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं। कुंभ सुपरफास्ट एक्सप्रेस करीब 8 घंटे की देरी से चल रही है। अमृतसर पंजाब मेल लगभग ढाई घंटे, जम्मूतवी सियालदाह एक्सप्रेस करीब दो घंटे और प्रयाग मुगलसराय एक्सप्रेस भी दो घंटे की देरी से पहुंच रही है। श्रमजीवी और जम्मूतवी अमरनाथ एक्सप्रेस करीब डेढ़ घंटे पीछे चल रही हैं। वहीं वंदे भारत एक्सप्रेस भी लगभग 30 मिनट लेट रही। इसके अलावा अमृतसर टाटानगर एक्सप्रेस, देहरादून जनता एक्सप्रेस, पूर्णिया कोट जनसेवा, लखनऊ डबलडेकर, मालदा फरक्का और त्रिवेणी एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है। यात्रियों को स्टेशन पहुंचने से पहले ट्रेन की स्थिति जांचने की सलाह दी जा रही है। अस्पतालों में बढ़े मरीज ठंड बढ़ते ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। जिला अस्पताल और निजी अस्पतालों में सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार और सांस से जुड़ी समस्याओं के मरीज ज्यादा पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक सुबह-शाम की ठंड और अचानक तापमान में गिरावट इसका बड़ा कारण है। बच्चों और बुजुर्गों में संक्रमण का खतरा ज्यादा देखा जा रहा है। कौन-कौन सी बीमारियों का खतरा ठंड के मौसम में सर्दी-जुकाम और वायरल फीवर के साथ ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, अस्थमा अटैक, सांस की एलर्जी और हार्ट से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। ठंड में ब्लड प्रेशर बढ़ने और हार्ट अटैक का जोखिम भी रहता है। जो लोग पहले से डायबिटीज, हृदय रोग या सांस की बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें खास सावधानी बरतने की जरूरत है। किस उम्र के लोगों के लिए ज्यादा खतरा डॉक्टरों के अनुसार 5 साल से कम उम्र के बच्चे और 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग सबसे ज्यादा जोखिम में हैं। बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होने के कारण वे जल्दी बीमार पड़ जाते हैं, जबकि बुजुर्गों में ठंड से हार्ट और सांस की समस्याएं बढ़ सकती हैं। गर्भवती महिलाएं और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। क्या सावधानियां जरूरी ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनना, सिर और कान ढककर रखना बेहद जरूरी है। सुबह-शाम बाहर निकलने से बचें और निकलना जरूरी हो तो पूरी तैयारी के साथ जाएं। ठंडा पानी पीने से बचें और गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। सर्दी-खांसी के लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करें। बुजुर्गों और बच्चों को खुले में ज्यादा देर न रखें। घरों में अलाव या हीटर का सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल करें और बंद कमरों में धुएं से बचें। मौसम विभाग का अलर्ट मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक ठंड का यही असर बना रह सकता है। रात के तापमान में और गिरावट संभव है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और मौसम को हल्के में न लेने की सलाह दी गई है। बरेली में सर्दी अब अपने पूरे रंग में नजर आ रही है और आने वाले दिनों में इसका असर और बढ़ सकता है।

बरेली में ठंड का कहर, 7 डिग्री तापमान, कांपे लोग:कोहरे और सर्द हवाओं ने बढ़ाई मुश्किलें, अस्पतालों में मरीज बढ़े, ट्रेनों की रफ्तार थमी
बरेली में ठंड ने अपना असर और तेज कर दिया है। न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के बाद ठिठुरन साफ महसूस की जा रही है। सुबह और रात के वक्त ठंड लोगों को घरों में कैद कर रही है। आसमान में बादल छाए रहने और धूप कमजोर पड़ने से सर्दी का असर और बढ़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में राहत के आसार कम हैं, यानी ठंड अभी और सताएगी। तापमान में लगातार गिरावट पिछले एक हफ्ते से बरेली के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। न्यूनतम तापमान 7 से 12 डिग्री और अधिकतम तापमान 16 से 22 डिग्री के बीच बना हुआ है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री और न्यूनतम 7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। दिन में हल्की धूप निकलने की संभावना है, लेकिन हवा में ठंडक बनी रहेगी। सुबह और देर रात सर्द हवाएं लोगों को कंपकंपा रही हैं। देखे बरेली के मौसम की कुछ फोटो .... दिन का अधिकतम और न्यूनतम तापमान कोहरा थोड़ा कम, लेकिन सर्दी बरकरार हालांकि बीते दिनों के मुकाबले कोहरे से थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन सुबह-शाम विजिबिलिटी अब भी प्रभावित हो रही है। इसका असर सड़क और रेल यातायात पर साफ दिखाई दे रहा है। वाहन चालकों को खासतौर पर सुबह के समय परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक कोहरे और ठंड के चलते कई लंबी दूरी की ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं। कुंभ सुपरफास्ट एक्सप्रेस करीब 8 घंटे की देरी से चल रही है। अमृतसर पंजाब मेल लगभग ढाई घंटे, जम्मूतवी सियालदाह एक्सप्रेस करीब दो घंटे और प्रयाग मुगलसराय एक्सप्रेस भी दो घंटे की देरी से पहुंच रही है। श्रमजीवी और जम्मूतवी अमरनाथ एक्सप्रेस करीब डेढ़ घंटे पीछे चल रही हैं। वहीं वंदे भारत एक्सप्रेस भी लगभग 30 मिनट लेट रही। इसके अलावा अमृतसर टाटानगर एक्सप्रेस, देहरादून जनता एक्सप्रेस, पूर्णिया कोट जनसेवा, लखनऊ डबलडेकर, मालदा फरक्का और त्रिवेणी एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है। यात्रियों को स्टेशन पहुंचने से पहले ट्रेन की स्थिति जांचने की सलाह दी जा रही है। अस्पतालों में बढ़े मरीज ठंड बढ़ते ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। जिला अस्पताल और निजी अस्पतालों में सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार और सांस से जुड़ी समस्याओं के मरीज ज्यादा पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक सुबह-शाम की ठंड और अचानक तापमान में गिरावट इसका बड़ा कारण है। बच्चों और बुजुर्गों में संक्रमण का खतरा ज्यादा देखा जा रहा है। कौन-कौन सी बीमारियों का खतरा ठंड के मौसम में सर्दी-जुकाम और वायरल फीवर के साथ ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, अस्थमा अटैक, सांस की एलर्जी और हार्ट से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। ठंड में ब्लड प्रेशर बढ़ने और हार्ट अटैक का जोखिम भी रहता है। जो लोग पहले से डायबिटीज, हृदय रोग या सांस की बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें खास सावधानी बरतने की जरूरत है। किस उम्र के लोगों के लिए ज्यादा खतरा डॉक्टरों के अनुसार 5 साल से कम उम्र के बच्चे और 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग सबसे ज्यादा जोखिम में हैं। बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होने के कारण वे जल्दी बीमार पड़ जाते हैं, जबकि बुजुर्गों में ठंड से हार्ट और सांस की समस्याएं बढ़ सकती हैं। गर्भवती महिलाएं और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। क्या सावधानियां जरूरी ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनना, सिर और कान ढककर रखना बेहद जरूरी है। सुबह-शाम बाहर निकलने से बचें और निकलना जरूरी हो तो पूरी तैयारी के साथ जाएं। ठंडा पानी पीने से बचें और गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। सर्दी-खांसी के लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करें। बुजुर्गों और बच्चों को खुले में ज्यादा देर न रखें। घरों में अलाव या हीटर का सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल करें और बंद कमरों में धुएं से बचें। मौसम विभाग का अलर्ट मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक ठंड का यही असर बना रह सकता है। रात के तापमान में और गिरावट संभव है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और मौसम को हल्के में न लेने की सलाह दी गई है। बरेली में सर्दी अब अपने पूरे रंग में नजर आ रही है और आने वाले दिनों में इसका असर और बढ़ सकता है।