मुजफ्फरनगर में घना कोहरा, विजिबिलिटी हुई जीरो:वाहन चालकों को परेशानी; AQI 237, स्कूल 8वीं तक बंद
मुजफ्फरनगर में घना कोहरा, विजिबिलिटी हुई जीरो:वाहन चालकों को परेशानी; AQI 237, स्कूल 8वीं तक बंद
मुजफ्फरनगर में शुक्रवार सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता (विजिबिलिटी) लगभग शून्य हो गई। इसके कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। वाहन चालकों को सड़कों पर कुछ मीटर आगे भी देखने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा की गति मात्र 2 किलोमीटर प्रति घंटा होने से कोहरा और प्रदूषण स्थिर बने हुए हैं। जनपद का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ऑरेंज कैटेगरी में 237 पर पहुंच गया है। ट्रैफिक पुलिस ने वाहन चालकों को सलाह दी है कि वे फॉग लाइट्स का उपयोग करें, धीमी गति से वाहन चलाएं और केवल आवश्यक होने पर ही यात्रा करें। खराब वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के कारण सांस संबंधी बीमारियों के जोखिम को देखते हुए N95 मास्क पहनने की भी अपील की गई है। कोहरे के कारण राजमार्गों पर दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है, जिसके मद्देनजर ट्रैफिक विभाग ने विशेष दिशानिर्देश जारी किए हैं। बढ़ती शीत लहर के मद्देनजर, जिला प्रशासन ने कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। यदि ठंड की स्थिति बनी रहती है, तो अवकाश की अवधि बढ़ाई जा सकती है। प्रशासनिक अधिकारी रेन बसेरों और अलाव की व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं। जनपद में 50 से अधिक स्थानों पर अलाव जलाए गए हैं, जिनकी व्यवस्था नगर पालिका और अन्य निकायों द्वारा की गई है। सामाजिक संगठन और प्रशासन जरूरतमंदों को कंबल वितरित कर रहे हैं। यह भी निर्देश दिए गए हैं कि खुले आसमान के नीचे सो रहे व्यक्तियों को तुरंत रेन बसेरों में पहुंचाया जाए। चिकित्सा विभाग भी अलर्ट पर है। मौसम में बदलाव के कारण सर्दी, जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। डॉक्टरों ने लोगों को गर्म कपड़े पहनने, अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने और मास्क का उपयोग करने की सलाह दी है, क्योंकि खराब AQI स्वास्थ्य जोखिमों को बढ़ा रहा है। कोहरे का असर रेल यातायात पर भी पड़ा है। दिल्ली-सहारनपुर रेल मार्ग पर कई ट्रेनें लेट चल रही हैं, जबकि कुछ रद्द हो गई हैं। यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 31 दिसंबर तक कोहरा बना रहेगा और तेज ठंडी हवाओं से शीत लहर बढ़ने की संभावना है। उत्तर भारत में यह स्थिति सामान्य है, लेकिन मुजफ्फरनगर जैसे जिलों में इसका प्रभाव गहरा है।
मुजफ्फरनगर में शुक्रवार सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता (विजिबिलिटी) लगभग शून्य हो गई। इसके कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। वाहन चालकों को सड़कों पर कुछ मीटर आगे भी देखने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा की गति मात्र 2 किलोमीटर प्रति घंटा होने से कोहरा और प्रदूषण स्थिर बने हुए हैं। जनपद का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ऑरेंज कैटेगरी में 237 पर पहुंच गया है। ट्रैफिक पुलिस ने वाहन चालकों को सलाह दी है कि वे फॉग लाइट्स का उपयोग करें, धीमी गति से वाहन चलाएं और केवल आवश्यक होने पर ही यात्रा करें। खराब वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के कारण सांस संबंधी बीमारियों के जोखिम को देखते हुए N95 मास्क पहनने की भी अपील की गई है। कोहरे के कारण राजमार्गों पर दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है, जिसके मद्देनजर ट्रैफिक विभाग ने विशेष दिशानिर्देश जारी किए हैं। बढ़ती शीत लहर के मद्देनजर, जिला प्रशासन ने कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। यदि ठंड की स्थिति बनी रहती है, तो अवकाश की अवधि बढ़ाई जा सकती है। प्रशासनिक अधिकारी रेन बसेरों और अलाव की व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं। जनपद में 50 से अधिक स्थानों पर अलाव जलाए गए हैं, जिनकी व्यवस्था नगर पालिका और अन्य निकायों द्वारा की गई है। सामाजिक संगठन और प्रशासन जरूरतमंदों को कंबल वितरित कर रहे हैं। यह भी निर्देश दिए गए हैं कि खुले आसमान के नीचे सो रहे व्यक्तियों को तुरंत रेन बसेरों में पहुंचाया जाए। चिकित्सा विभाग भी अलर्ट पर है। मौसम में बदलाव के कारण सर्दी, जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। डॉक्टरों ने लोगों को गर्म कपड़े पहनने, अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने और मास्क का उपयोग करने की सलाह दी है, क्योंकि खराब AQI स्वास्थ्य जोखिमों को बढ़ा रहा है। कोहरे का असर रेल यातायात पर भी पड़ा है। दिल्ली-सहारनपुर रेल मार्ग पर कई ट्रेनें लेट चल रही हैं, जबकि कुछ रद्द हो गई हैं। यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 31 दिसंबर तक कोहरा बना रहेगा और तेज ठंडी हवाओं से शीत लहर बढ़ने की संभावना है। उत्तर भारत में यह स्थिति सामान्य है, लेकिन मुजफ्फरनगर जैसे जिलों में इसका प्रभाव गहरा है।