कानपुर में जिंदा जले फल व्यापारी और पिकअप ड्राइवर:पोटली में हड्डियां लेकर रायसेन लौटे परिजन; प्रत्यक्षदर्शी बोले- हम पास जाने की हिम्मत नहीं कर पाए
कानपुर में जिंदा जले फल व्यापारी और पिकअप ड्राइवर:पोटली में हड्डियां लेकर रायसेन लौटे परिजन; प्रत्यक्षदर्शी बोले- हम पास जाने की हिम्मत नहीं कर पाए
उत्तर प्रदेश के कानपुर में सड़क हादसे में रायसेन जिले के फल व्यापारी और पिकअप ड्राइवर की जिंदा जलने से मौत हो गई। पिकअप में फंसे रायसेन जिले के सिलवानी निवासी फल व्यापारी इस्माइल खां और उनके पिकअप वाहन के ड्राइवर पूरन सिंह लोधी गाड़ी में ही अंदर करीब 20 मिनट तक चिल्लाते और मदद की गुहार लगाते रहे, पर प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार आग इतनी भयानक थी कि कोई उनकी मदद के लिए आगे नहीं जा पाए। बता दें, हादसे के बाद से ट्राला ड्राइवर लापता है। आशंका है कि हादसे के बाद वह गाड़ी छोड़कर भाग गया। हादसा पिकअप और ट्राले की टक्कर से हुआ। पूरा वाहन जलने के बाद पुलिस को घटनास्थल पर दोनों की सिर्फ हड्डियां मिल पाई। घटनास्थल पर पहुंची बिधनू पुलिस ने फायरकर्मियों की मदद से आग पर काबू पाया। क्रेन से पिकअप की केबिन को रस्सी से खींचकर हटाया गया तो ड्राइवर और क्लीनर के शव जले हुए निकले। सिर्फ सीने का हिस्सा जलने से बच गया था। दोनों के हाथ-पैर पूरी तरह जल गए थे। पुलिस ने फावड़े से मलबे को हटाया और हड्डियों को पॉलीथिन में भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। वहीं सूचना मिलने पर परिजन कानपुर पहुंचे जहां पोस्टमॉर्टम के बाद दोनों ही मृतकों की बची हुई हड्डियां सौंप दी गई। शवों की स्थिति इतनी खराब थी कि पता लगाना मुश्किल है कि ड्राइवर कौन है, और व्यापारी कौन है। वहीं पुलिस ने पिकअप से जले हुए 20 हजार रुपए भी मिले है। परिजन पोटली में लेकर आए हड्डियां घटना के बाद मृतक फल व्यापारी इस्माइल खा और पूरन सिंह लोधी के परिजन कानपुर पहुंचे। पुलिस ने परिजनों को दोनों की जलने के बाद बची हुई हड्डियां सौंप दी। सोमवार रात को सिलवानी निवासी फल व्यापारी इस्माइल खां को दफन किया गया है, इनके चार बच्चे हैं। जबकि बेगमगंज तहसील के ग्राम पलोहा के निवासी पिकअप के ड्राइवर पूरन लोधी का आज सुबह अंतिम संस्कार किया गाय है। बता दें, पूरन सिंह लोधी का एक लड़का और एक लड़की है जिनकी शादी हो चुकी है। प्रत्यक्षदर्शी बोला पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए घटना के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया हादसे के समय हम लोग वहां से गुजर रहे थे। दोनों गाड़ियों की टक्कर के बाद पुल पर रुक गए। हादसा इतना भयानक था कि टक्कर के तुरंत बाद दोनों गाड़ियों में आग लग गई। पल-भर में ही आग दोनों गाड़ियों में फैल गई। पिकअप के अंदर से 2 लोगों के चिल्लाने की आवाज आने लगी। ड्राइवर और क्लीनर शायद बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वह गाड़ी में फंस गए थे। वह खुद को बाहर निकालने की कोशिश में चीख रहे थे। लोगों से मदद की गुहार लगा रहे थे। करीब 20 मिनट तक वह चिल्लाते रहे। हम गाड़ियों के पास पहुंचने की हिम्मत नहीं कर पाए। कुछ देर बाद उनकी आवाज आनी बंद हो गई। जिसके बाद हम समझ गए कि दोनों की मौत हो गई है। गाड़ी से मांस के जलने की बदबू भी आ रही थी।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में सड़क हादसे में रायसेन जिले के फल व्यापारी और पिकअप ड्राइवर की जिंदा जलने से मौत हो गई। पिकअप में फंसे रायसेन जिले के सिलवानी निवासी फल व्यापारी इस्माइल खां और उनके पिकअप वाहन के ड्राइवर पूरन सिंह लोधी गाड़ी में ही अंदर करीब 20 मिनट तक चिल्लाते और मदद की गुहार लगाते रहे, पर प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार आग इतनी भयानक थी कि कोई उनकी मदद के लिए आगे नहीं जा पाए। बता दें, हादसे के बाद से ट्राला ड्राइवर लापता है। आशंका है कि हादसे के बाद वह गाड़ी छोड़कर भाग गया। हादसा पिकअप और ट्राले की टक्कर से हुआ। पूरा वाहन जलने के बाद पुलिस को घटनास्थल पर दोनों की सिर्फ हड्डियां मिल पाई। घटनास्थल पर पहुंची बिधनू पुलिस ने फायरकर्मियों की मदद से आग पर काबू पाया। क्रेन से पिकअप की केबिन को रस्सी से खींचकर हटाया गया तो ड्राइवर और क्लीनर के शव जले हुए निकले। सिर्फ सीने का हिस्सा जलने से बच गया था। दोनों के हाथ-पैर पूरी तरह जल गए थे। पुलिस ने फावड़े से मलबे को हटाया और हड्डियों को पॉलीथिन में भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। वहीं सूचना मिलने पर परिजन कानपुर पहुंचे जहां पोस्टमॉर्टम के बाद दोनों ही मृतकों की बची हुई हड्डियां सौंप दी गई। शवों की स्थिति इतनी खराब थी कि पता लगाना मुश्किल है कि ड्राइवर कौन है, और व्यापारी कौन है। वहीं पुलिस ने पिकअप से जले हुए 20 हजार रुपए भी मिले है। परिजन पोटली में लेकर आए हड्डियां घटना के बाद मृतक फल व्यापारी इस्माइल खा और पूरन सिंह लोधी के परिजन कानपुर पहुंचे। पुलिस ने परिजनों को दोनों की जलने के बाद बची हुई हड्डियां सौंप दी। सोमवार रात को सिलवानी निवासी फल व्यापारी इस्माइल खां को दफन किया गया है, इनके चार बच्चे हैं। जबकि बेगमगंज तहसील के ग्राम पलोहा के निवासी पिकअप के ड्राइवर पूरन लोधी का आज सुबह अंतिम संस्कार किया गाय है। बता दें, पूरन सिंह लोधी का एक लड़का और एक लड़की है जिनकी शादी हो चुकी है। प्रत्यक्षदर्शी बोला पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए घटना के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया हादसे के समय हम लोग वहां से गुजर रहे थे। दोनों गाड़ियों की टक्कर के बाद पुल पर रुक गए। हादसा इतना भयानक था कि टक्कर के तुरंत बाद दोनों गाड़ियों में आग लग गई। पल-भर में ही आग दोनों गाड़ियों में फैल गई। पिकअप के अंदर से 2 लोगों के चिल्लाने की आवाज आने लगी। ड्राइवर और क्लीनर शायद बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वह गाड़ी में फंस गए थे। वह खुद को बाहर निकालने की कोशिश में चीख रहे थे। लोगों से मदद की गुहार लगा रहे थे। करीब 20 मिनट तक वह चिल्लाते रहे। हम गाड़ियों के पास पहुंचने की हिम्मत नहीं कर पाए। कुछ देर बाद उनकी आवाज आनी बंद हो गई। जिसके बाद हम समझ गए कि दोनों की मौत हो गई है। गाड़ी से मांस के जलने की बदबू भी आ रही थी।