कुबेरेश्वरधाम में संगीतमय शिव महापुराण का पांचवां दिन:अपने आप को दूसरों से कम आंकेंगे तो लक्ष्य प्राप्ति कठिन हो जाएगी- पं. राघव मिश्रा

भगवान शिव कहते हैं, अपने ऊपर विश्वास रखना बहुत जरूरी है। हम किसी मंजिल को आसानी से हासिल कर सकते हैं, अगर हम खुद पर विश्वास रखेंगे। वहीं अगर हम निराशावादी होंगे और अपने आप को दूसरों से कम आकेंगे तो लक्ष्य प्राप्ति कठिन हो जाएगी। उक्त विचार जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में जारी संगीतमय पांच दिवसीय शिव महापुराण के दौरान कथा व्यास पंडित राघव मिश्रा ने कहे। इस मौके पर उन्होंने अपने भजनों की प्रस्तुति प्रदान की। डमरू वालें आजा, तेरी याद सताए, मेरा ये भरोसा, कहीं टूट ना जाए। इन भजनों का सार है भगवान शिव पर आपका विश्वास और आस्था कमजोर नहीं होना चाहिए। बुधवार को कथा के दौरान संकल्प वृद्धाश्रम के संचालक राहुल सिंह, जिला संस्कार मंच के संयोजक मनोज दीक्षित मामा, यजमान सहित अन्य ने व्यास पीठ का आशीर्वाद ग्रहण किया। पंडित मिश्रा ने कहा कि सफलता अर्जित करने के लिए इंसान को समता भाव रखना चाहिए, व्यक्ति को अपने आप को कभी भी ना श्रेष्ठ समझना चाहिए ना उसे खुद को किसी की तुलना में कम आंकना चाहिए। दोनों ही स्थिति में इंसान का पतन होता है और वो सफलता की सीढ़ी से नीचे गिर जाता है। शिव पुराण की कथा आह्वान करते अपने जीवन को सुखमय करना चाहिए। उन्होंने कहा कि माता सती भगवान शिव के मना करने पर भी प्रजापति दक्ष के यज्ञ में पहुंची। बिना बुलाए अपने पिता के घर गईं। अपमान का सामना न करते हुए अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। शिव पुराण की कथा हमें उपदेश देती है कि जीवन साथी व अपने गुरु पर विश्वास व श्रद्धा होनी जरूरी है। बिन बुलाए मेहमान व बिना परिवार की आज्ञा से कहीं पर भी जाना शुभ नहीं होता। शिव पुराण की कथा हमें जीवन जीने की कला सिखाती है। उन्होंने कहा कि हमें भगवान शिव की भक्ति उनकी गाथाओं का श्रवण करना चाहिए, ताकि हमारा मानस जन्म सुखमय बन सके।

कुबेरेश्वरधाम में संगीतमय शिव महापुराण का पांचवां दिन:अपने आप को दूसरों से कम आंकेंगे तो लक्ष्य प्राप्ति कठिन हो जाएगी- पं. राघव मिश्रा
भगवान शिव कहते हैं, अपने ऊपर विश्वास रखना बहुत जरूरी है। हम किसी मंजिल को आसानी से हासिल कर सकते हैं, अगर हम खुद पर विश्वास रखेंगे। वहीं अगर हम निराशावादी होंगे और अपने आप को दूसरों से कम आकेंगे तो लक्ष्य प्राप्ति कठिन हो जाएगी। उक्त विचार जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में जारी संगीतमय पांच दिवसीय शिव महापुराण के दौरान कथा व्यास पंडित राघव मिश्रा ने कहे। इस मौके पर उन्होंने अपने भजनों की प्रस्तुति प्रदान की। डमरू वालें आजा, तेरी याद सताए, मेरा ये भरोसा, कहीं टूट ना जाए। इन भजनों का सार है भगवान शिव पर आपका विश्वास और आस्था कमजोर नहीं होना चाहिए। बुधवार को कथा के दौरान संकल्प वृद्धाश्रम के संचालक राहुल सिंह, जिला संस्कार मंच के संयोजक मनोज दीक्षित मामा, यजमान सहित अन्य ने व्यास पीठ का आशीर्वाद ग्रहण किया। पंडित मिश्रा ने कहा कि सफलता अर्जित करने के लिए इंसान को समता भाव रखना चाहिए, व्यक्ति को अपने आप को कभी भी ना श्रेष्ठ समझना चाहिए ना उसे खुद को किसी की तुलना में कम आंकना चाहिए। दोनों ही स्थिति में इंसान का पतन होता है और वो सफलता की सीढ़ी से नीचे गिर जाता है। शिव पुराण की कथा आह्वान करते अपने जीवन को सुखमय करना चाहिए। उन्होंने कहा कि माता सती भगवान शिव के मना करने पर भी प्रजापति दक्ष के यज्ञ में पहुंची। बिना बुलाए अपने पिता के घर गईं। अपमान का सामना न करते हुए अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। शिव पुराण की कथा हमें उपदेश देती है कि जीवन साथी व अपने गुरु पर विश्वास व श्रद्धा होनी जरूरी है। बिन बुलाए मेहमान व बिना परिवार की आज्ञा से कहीं पर भी जाना शुभ नहीं होता। शिव पुराण की कथा हमें जीवन जीने की कला सिखाती है। उन्होंने कहा कि हमें भगवान शिव की भक्ति उनकी गाथाओं का श्रवण करना चाहिए, ताकि हमारा मानस जन्म सुखमय बन सके।