ग्वालियर-चंबल में सर्दी का सितम, उत्तरी हवा ने बढ़ाई ठंड:रात का पारा 5 डिग्री पर पहुंचा, आज सुबह 9 बजे बाद लगे स्कूल
ग्वालियर-चंबल में सर्दी का सितम, उत्तरी हवा ने बढ़ाई ठंड:रात का पारा 5 डिग्री पर पहुंचा, आज सुबह 9 बजे बाद लगे स्कूल
ग्वालियर-चंबल अंचल में सर्दी का सितम जारी है। एक-एक दिन के साथ पारा नीचे गिरता जा रहा है और ठंड बढ़ती जा रही है। उत्तरी हवा ने मौसम में ठंडक घोल दी है। यही कारण है कि सोमवार रात का पारा 5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। रात में सर्दी बढ़ने के साथ ही दिन में भी सूर्य के तेवर ढीले पढ़ने लगे हैं। रात में सर्दी बढ़ने का कारण पहाड़ों में बर्फबारी का होना है। बर्फीले पहाड़ों से टकराकर उत्तरी हवा अंचल की ओर आ रही हैं। जिसके चलते कड़ाके की सर्दी का कहर एक सप्ताह से जारी है। हालांकि दिन का तापमान पिछले कुछ दिन से 23 से 24 डिग्री के आसपास बना हुआ है। यही कारण है कि दिन में सर्दी सितम ढाह रही है। मौसम विभाग की चेतावनी अभी और नीचे गिरेगा पारा
मौसम विभाग के अनुसार एक सप्ताह तक रात का पारा 5 डिग्री से नीचे ही रहेगा। सोमवार सुबह से ही सर्द हवा कहर बरपा रही है। इससे लोग सुबह के समय घूमने के लिए सड़कों पर देरी से निकले। जबकि रात में बाजार में जल्द सन्नाटा पसर रहा है। लोग सर्दी से बचाव के लिए घरों में ही रह रहे हैं। सुबह 9 बजे से लगे स्कूल
मौसम के तेवर का देखते हुए कलेक्टर ग्वालियर रूचिका चौहान ने स्कूलों को 10वीं तक सुबह 9 बजे के बाद संचालित करने के निर्देश दिए थे। इसी के चलते सोमवार सुबह 9 बजे से ही स्कूलों में कक्षाएं लगी हैं। ऐसा बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए किया गया है। सुबह और रात को अलाव का सहारा
घरों के बाहर और सार्वजनिक स्थानों पर सुबह और रात के समय लोग अलाव के सहारे ही बैठे नजर आ रहे हैं। लोगों को परेशानी न हो इसके लिए नगर निगम भी सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलवा रही है। रैन बसेरा में रहने और सर्दी के बचाव के इंतजाम को बढ़ा दिया गया है। पिछले दिन की तुलना में 0.2 डिग्री गिरा रात का पारा
पिछले दिन की तुलना में अधिकतम तापमान 0.1 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 24.2 डिग्री दर्ज किया। यह सामान्य से 0.9 डिग्री कम रहा। जबकि न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री गिरावट के साथ 5.0 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 3.6 डिग्री कम रहा। सुबह की आर्द्रता 97 फीसदी रही। यह सामान्य से 14 फीसदी अधिक रही। एडवाइजरी: बंद कमरों में कोयला, अंगीठी जलाने से बचें
- शीतलहर को लेकर सीएमएचओ डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने एडवाइजरी जारी की है। सीएमएचओ ने कहा कि शीतलहर से बचने के लिए बंद कमरों में कोयला, अंगीठी या अलाव का उपयोग से बचना चाहिए क्योंकि इनसे उत्सर्जित खतरनाक कार्बन मोनोआक्साइड गैस से जान भी जा सकती है।
- शीतलहर का नकारात्मक प्रभाव वृद्वजनों एवं 5 वर्ष के छोटे बच्चों पर अधिक होता है।
- ग्वालियर की स्वास्थ्य संस्थाओं के प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि शीतलहर से बचाव अथवा नियंत्रण संबंधी निर्देश आम जन तक पहुंचाया जाए।
- शीत लहर के बचाव के लिए अस्पतालों में व्यवस्थाओं की नियमित समीक्षा की जाए।
- शीत घात के कारण जन मानस में उत्पन्न लक्षणों की त्वरित पहचान एवं फर्स्ट एड की उचित व्यवस्था समस्त अस्पतालों में रहे।
- इससे बचने के लिए गर्म वस्त्र एवं कई परतों में कपड़ों का उपयोग किया जाना चाहिए।
- शीतलहर के दौरान नाक बहना, नाक बंद होना, फ्लू जैसे लक्षण सामान्यतः पाए जाते हैं, जिसके लिए चिकित्सक से सलाह लें।
ग्वालियर-चंबल अंचल में सर्दी का सितम जारी है। एक-एक दिन के साथ पारा नीचे गिरता जा रहा है और ठंड बढ़ती जा रही है। उत्तरी हवा ने मौसम में ठंडक घोल दी है। यही कारण है कि सोमवार रात का पारा 5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। रात में सर्दी बढ़ने के साथ ही दिन में भी सूर्य के तेवर ढीले पढ़ने लगे हैं। रात में सर्दी बढ़ने का कारण पहाड़ों में बर्फबारी का होना है। बर्फीले पहाड़ों से टकराकर उत्तरी हवा अंचल की ओर आ रही हैं। जिसके चलते कड़ाके की सर्दी का कहर एक सप्ताह से जारी है। हालांकि दिन का तापमान पिछले कुछ दिन से 23 से 24 डिग्री के आसपास बना हुआ है। यही कारण है कि दिन में सर्दी सितम ढाह रही है। मौसम विभाग की चेतावनी अभी और नीचे गिरेगा पारा
मौसम विभाग के अनुसार एक सप्ताह तक रात का पारा 5 डिग्री से नीचे ही रहेगा। सोमवार सुबह से ही सर्द हवा कहर बरपा रही है। इससे लोग सुबह के समय घूमने के लिए सड़कों पर देरी से निकले। जबकि रात में बाजार में जल्द सन्नाटा पसर रहा है। लोग सर्दी से बचाव के लिए घरों में ही रह रहे हैं। सुबह 9 बजे से लगे स्कूल
मौसम के तेवर का देखते हुए कलेक्टर ग्वालियर रूचिका चौहान ने स्कूलों को 10वीं तक सुबह 9 बजे के बाद संचालित करने के निर्देश दिए थे। इसी के चलते सोमवार सुबह 9 बजे से ही स्कूलों में कक्षाएं लगी हैं। ऐसा बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए किया गया है। सुबह और रात को अलाव का सहारा
घरों के बाहर और सार्वजनिक स्थानों पर सुबह और रात के समय लोग अलाव के सहारे ही बैठे नजर आ रहे हैं। लोगों को परेशानी न हो इसके लिए नगर निगम भी सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलवा रही है। रैन बसेरा में रहने और सर्दी के बचाव के इंतजाम को बढ़ा दिया गया है। पिछले दिन की तुलना में 0.2 डिग्री गिरा रात का पारा
पिछले दिन की तुलना में अधिकतम तापमान 0.1 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 24.2 डिग्री दर्ज किया। यह सामान्य से 0.9 डिग्री कम रहा। जबकि न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री गिरावट के साथ 5.0 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 3.6 डिग्री कम रहा। सुबह की आर्द्रता 97 फीसदी रही। यह सामान्य से 14 फीसदी अधिक रही। एडवाइजरी: बंद कमरों में कोयला, अंगीठी जलाने से बचें
- शीतलहर को लेकर सीएमएचओ डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने एडवाइजरी जारी की है। सीएमएचओ ने कहा कि शीतलहर से बचने के लिए बंद कमरों में कोयला, अंगीठी या अलाव का उपयोग से बचना चाहिए क्योंकि इनसे उत्सर्जित खतरनाक कार्बन मोनोआक्साइड गैस से जान भी जा सकती है।
- शीतलहर का नकारात्मक प्रभाव वृद्वजनों एवं 5 वर्ष के छोटे बच्चों पर अधिक होता है।
- ग्वालियर की स्वास्थ्य संस्थाओं के प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि शीतलहर से बचाव अथवा नियंत्रण संबंधी निर्देश आम जन तक पहुंचाया जाए।
- शीत लहर के बचाव के लिए अस्पतालों में व्यवस्थाओं की नियमित समीक्षा की जाए।
- शीत घात के कारण जन मानस में उत्पन्न लक्षणों की त्वरित पहचान एवं फर्स्ट एड की उचित व्यवस्था समस्त अस्पतालों में रहे।
- इससे बचने के लिए गर्म वस्त्र एवं कई परतों में कपड़ों का उपयोग किया जाना चाहिए।
- शीतलहर के दौरान नाक बहना, नाक बंद होना, फ्लू जैसे लक्षण सामान्यतः पाए जाते हैं, जिसके लिए चिकित्सक से सलाह लें।