मुड़ना नदी से रोक के बावजूद निकाली जा रही रेत:जलप्रवाह की दिशा बदलने का खतरा; शहडोल में नाबालिग बच्चों से करवा रहे काम

शहडोल जिले के सोहागपुर जनपद के ग्राम पंचायत कल्याणपुर की सीमा में बहने वाली मुड़ना नदी का कोयलारी घाट पर अवैध रेत उत्खनन हो रहा है। बारिश के मौसम में खनन पूर्णतः प्रतिबंधित होने के बावजूद यहां खुलेआम रेत निकाली जा रही है। इस अवैध कार्य में स्थानीय नाबालिग बच्चों और ग्रामीणों को मामूली पैसों का लालच देकर शामिल किया जा रहा है। सुनियोजित तरीके से ग्रामीण युवाओं और किशोरों को बहला-फुसलाकर अवैध रेत उत्खनन का काम कराया जा रहा है। रोक के बावजूद हो रहा रेत का खनन नदी से निकाली गई रेत को ट्रैक्टर-ट्रॉली के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर भेजा जा रहा है। मानसून सीजन में खनिज विभाग ने सभी प्रकार के उत्खनन पर रोक लगाई है। यह नदी की प्राकृतिक धारा और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए आवश्यक है। फिर भी कोयलारी घाट पर बिना किसी अनुमति या पर्यावरणीय मंजूरी के रेत निकाली जा रही है। इससे नदी के स्वरूप को नुकसान पहुंच रहा है और भारी बारिश के दौरान जलप्रवाह की दिशा बदलने का खतरा भी बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन ने नहीं की कार्रवाई रेत उत्खनन का यह पूरा मामला राजस्व विभाग, खनिज विभाग और स्थानीय पुलिस की जानकारी में है। लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। यह स्थिति या तो जिम्मेदार विभागों की मिलीभगत या उनकी लापरवाही को दर्शाती है। नाबालिग बच्चों से कराया जा रहा काम सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि इस अवैध कारोबार में स्कूली उम्र के नाबालिग बच्चों को शामिल किया जा रहा है। उन्हें प्रतिदिन 100-200 रुपए देकर रेत निकालने के काम में लगाया गया है। यह बाल श्रम कानून का उल्लंघन है और बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक है। ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने इस प्रकरण में उच्च अधिकारियों से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। प्रशासन के कार्रवाई न करने के कारण इन बच्चों का भविष्य दांव पर लग गया है। खनिज अधिकारी बोले- टीम भेजकर कार्रवाई करेंगे जिला खनिज अधिकारी राहुल शांडिल्य ने कहा कि इस बारे में हमें जानकारी नहीं थी। बारिश में नदी से रेत निकालना पूरी तरह से प्रतिबंधित होता है। जल्द ही टीम भेजकर अवैध खनन को पूरी तरह से रोका जाएगा।

Jul 31, 2025 - 15:52
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मुड़ना नदी से रोक के बावजूद निकाली जा रही रेत:जलप्रवाह की दिशा बदलने का खतरा; शहडोल में नाबालिग बच्चों से करवा रहे काम
शहडोल जिले के सोहागपुर जनपद के ग्राम पंचायत कल्याणपुर की सीमा में बहने वाली मुड़ना नदी का कोयलारी घाट पर अवैध रेत उत्खनन हो रहा है। बारिश के मौसम में खनन पूर्णतः प्रतिबंधित होने के बावजूद यहां खुलेआम रेत निकाली जा रही है। इस अवैध कार्य में स्थानीय नाबालिग बच्चों और ग्रामीणों को मामूली पैसों का लालच देकर शामिल किया जा रहा है। सुनियोजित तरीके से ग्रामीण युवाओं और किशोरों को बहला-फुसलाकर अवैध रेत उत्खनन का काम कराया जा रहा है। रोक के बावजूद हो रहा रेत का खनन नदी से निकाली गई रेत को ट्रैक्टर-ट्रॉली के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर भेजा जा रहा है। मानसून सीजन में खनिज विभाग ने सभी प्रकार के उत्खनन पर रोक लगाई है। यह नदी की प्राकृतिक धारा और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए आवश्यक है। फिर भी कोयलारी घाट पर बिना किसी अनुमति या पर्यावरणीय मंजूरी के रेत निकाली जा रही है। इससे नदी के स्वरूप को नुकसान पहुंच रहा है और भारी बारिश के दौरान जलप्रवाह की दिशा बदलने का खतरा भी बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन ने नहीं की कार्रवाई रेत उत्खनन का यह पूरा मामला राजस्व विभाग, खनिज विभाग और स्थानीय पुलिस की जानकारी में है। लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। यह स्थिति या तो जिम्मेदार विभागों की मिलीभगत या उनकी लापरवाही को दर्शाती है। नाबालिग बच्चों से कराया जा रहा काम सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि इस अवैध कारोबार में स्कूली उम्र के नाबालिग बच्चों को शामिल किया जा रहा है। उन्हें प्रतिदिन 100-200 रुपए देकर रेत निकालने के काम में लगाया गया है। यह बाल श्रम कानून का उल्लंघन है और बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक है। ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने इस प्रकरण में उच्च अधिकारियों से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। प्रशासन के कार्रवाई न करने के कारण इन बच्चों का भविष्य दांव पर लग गया है। खनिज अधिकारी बोले- टीम भेजकर कार्रवाई करेंगे जिला खनिज अधिकारी राहुल शांडिल्य ने कहा कि इस बारे में हमें जानकारी नहीं थी। बारिश में नदी से रेत निकालना पूरी तरह से प्रतिबंधित होता है। जल्द ही टीम भेजकर अवैध खनन को पूरी तरह से रोका जाएगा।