छतरपुर में 13 पर पहुंचा न्यूनतम पारा:फसलों के लिए हानिकारक है अभ निकल रही तेज धूप, 30 जनवरी तक ऐसा ही रहेगा मौसम

छतरपुर में बुधवार को मौसम में बदलाव देखा गया। न्यूनतम तापमान 13 डिग्री और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह 9 बजे तक तापमान 15 डिग्री तक पहुंच गया, जबकि सर्दीली हवाएं 3 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। सुबह 6 बजे से हल्का कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता 4 किलोमीटर तक सीमित रही। पिछले 5 दिनों में तापमान में 4 डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई है। सूर्योदय सुबह 6:57 पर हुआ और सूर्यास्त शाम 6:10 पर होगा। मौसम विभाग के अनुसार 30 जनवरी तक तेज धूप रहेगी, उसके बाद 31 से मौसम में बदलाव की संभावना है। रात में घने कोहरे के कारण बमीठा-खजुराहो नेशनल हाईवे 39 पर वाहन चालकों को पार्किंग लाइट का उपयोग करना पड़ रहा है। सुबह के समय खेतों में फसलों के पत्तों पर ओस की बूंदें जमी हुई दिखाई दीं। किसानों के लिए चिंता का विषय यह है कि कड़ी धूप फसलों के लिए हानिकारक हो सकती है। विशेष रूप से गेहूं और आलू की फसलों पर इसका प्रभाव पड़ सकता है। तापमान में अस्थिरता से आलू में झुलसा रोग का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, सामान्य धूप फसलों की वृद्धि के लिए आवश्यक है, क्योंकि इससे पौधों को आवश्यक प्रकाश और ऊर्जा मिलती है।

छतरपुर में 13 पर पहुंचा न्यूनतम पारा:फसलों के लिए हानिकारक है अभ निकल रही तेज धूप, 30 जनवरी तक ऐसा ही रहेगा मौसम
छतरपुर में बुधवार को मौसम में बदलाव देखा गया। न्यूनतम तापमान 13 डिग्री और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह 9 बजे तक तापमान 15 डिग्री तक पहुंच गया, जबकि सर्दीली हवाएं 3 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। सुबह 6 बजे से हल्का कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता 4 किलोमीटर तक सीमित रही। पिछले 5 दिनों में तापमान में 4 डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई है। सूर्योदय सुबह 6:57 पर हुआ और सूर्यास्त शाम 6:10 पर होगा। मौसम विभाग के अनुसार 30 जनवरी तक तेज धूप रहेगी, उसके बाद 31 से मौसम में बदलाव की संभावना है। रात में घने कोहरे के कारण बमीठा-खजुराहो नेशनल हाईवे 39 पर वाहन चालकों को पार्किंग लाइट का उपयोग करना पड़ रहा है। सुबह के समय खेतों में फसलों के पत्तों पर ओस की बूंदें जमी हुई दिखाई दीं। किसानों के लिए चिंता का विषय यह है कि कड़ी धूप फसलों के लिए हानिकारक हो सकती है। विशेष रूप से गेहूं और आलू की फसलों पर इसका प्रभाव पड़ सकता है। तापमान में अस्थिरता से आलू में झुलसा रोग का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, सामान्य धूप फसलों की वृद्धि के लिए आवश्यक है, क्योंकि इससे पौधों को आवश्यक प्रकाश और ऊर्जा मिलती है।