टीचर ने डाटा…छात्रों ने रची किडनैप की झूठी कहानी:झांसी में 15 दिन से स्कूल नहीं आए, बाहर घूमते मिले तो ग्वालियर जाकर पिता से बोले- पकड़ हो गई

झांसी में 8वीं कक्षा के 3 छात्रों ने अपने अपहरण की झूठी कहानी रच दी। वे 15 दिन से स्कूल न जाकर बाहर घूमते थे। टीचर ने तीनों को पकड़ लिया और उनके स्कूल बैग जब्त करके पिता को बुलाकर लाने के लिए कहा। शैतान बच्चे घर न जाकर रेलवे स्टेशन पहुंचे और ट्रेन पकड़कर ग्वालियर पहुंच गए। वहां से पिता को फोन लगाया और रोते हुए बोले कि पापा हमारी पकड़ हो गई। यह सुनते ही परिजन सकपका गए और थाने पहुंच गए। पुलिस ने लोकेशन के आधार पर तीनों को ग्वालियर से बरामद कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। घटना रक्सा थाना क्षेत्र के सारमऊ गांव की है। साइकिल पार्किंग में रखी और पकड़ ली ट्रेन अंबाबाय गांव के रहने वाले दो छात्रों की उम्र 13-13 साल और एक की उम्र 14 साल है। वे सारमऊ के एक स्कूल में पढ़ते हैं। गांव से रोजाना साइकिल से स्कूल जाते हैं, मगर 15 दिन से वे स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं। स्कूल के पास में स्थित अमरूद के बाग में जाकर अमरूद तोड़ते हैं और शाम स्कूल की छुट्‌टी के समय घर लौट जाते हैं। मंगलवार को वे एक टीचर ने उनको बाग में पकड़ लिया। तीनों को डांट लगाई और उनके स्कूल बैग जब्त कर परिजनों को बुलाकर लाने के लिए कहा। इससे वे डर गए और घर न जाकर सीधे झांसी रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां 20 रुपए देकर अपनी दो साइकिल स्टैंड में खड़ी कर दी। फिर शाम को इटावा पैसेंजर ट्रेन में बैठकर ग्वालियर के लिए रवाना हो गए। रोते हुए पिता से बोले- अपहरण हो गया शाम को तीनों घर नहीं आए तो परिजनों ने तलाश शुरू कर दी। आसपास के एरिया में ढूंढ़ा और स्कूल जाकर देखा। गांव के पास नदी किनारे देखा, मगर तीनों का कोई सुराग नहीं लग पाया। इससे परिजन डर गए। इधर, तीनों छात्र रात करीब 12 बजे ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। वहां किसी से फोन लेकर एक छात्र ने अपने पिता को फोन लगाया और अपहरण की झूठी कहानी बताई। छात्र रोते हुए पिता से बोला- काले रंग की कार में कुछ बदमाश आए और मुंह में रूमाल सुंघाकर तीनों का अपहरण कर ले गए। यह सुनते ही परिजनों के होश उड़ गए। वे सीधे रक्सा थाना पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन निकाली तो ग्वालियर रेलवे स्टेशन की मिली। बातों में उलझाकर पुलिस परिजनों को लेकर ग्वालियर पहुंची। यहां तीनों रेलवे स्टेशन के पास मिले। पुलिस ने परिजनों को सौंपा रक्सा थानाध्यक्ष परमेंद्र सिंह ने बताया कि तीनों छात्रों को झांसी लाया गया। उनको परिजनों के हवाले कर दिया गया। तीनों छात्र घूमने के मकसद से ग्वालियर गए थे।

टीचर ने डाटा…छात्रों ने रची किडनैप की झूठी कहानी:झांसी में 15 दिन से स्कूल नहीं आए, बाहर घूमते मिले तो ग्वालियर जाकर पिता से बोले- पकड़ हो गई
झांसी में 8वीं कक्षा के 3 छात्रों ने अपने अपहरण की झूठी कहानी रच दी। वे 15 दिन से स्कूल न जाकर बाहर घूमते थे। टीचर ने तीनों को पकड़ लिया और उनके स्कूल बैग जब्त करके पिता को बुलाकर लाने के लिए कहा। शैतान बच्चे घर न जाकर रेलवे स्टेशन पहुंचे और ट्रेन पकड़कर ग्वालियर पहुंच गए। वहां से पिता को फोन लगाया और रोते हुए बोले कि पापा हमारी पकड़ हो गई। यह सुनते ही परिजन सकपका गए और थाने पहुंच गए। पुलिस ने लोकेशन के आधार पर तीनों को ग्वालियर से बरामद कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। घटना रक्सा थाना क्षेत्र के सारमऊ गांव की है। साइकिल पार्किंग में रखी और पकड़ ली ट्रेन अंबाबाय गांव के रहने वाले दो छात्रों की उम्र 13-13 साल और एक की उम्र 14 साल है। वे सारमऊ के एक स्कूल में पढ़ते हैं। गांव से रोजाना साइकिल से स्कूल जाते हैं, मगर 15 दिन से वे स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं। स्कूल के पास में स्थित अमरूद के बाग में जाकर अमरूद तोड़ते हैं और शाम स्कूल की छुट्‌टी के समय घर लौट जाते हैं। मंगलवार को वे एक टीचर ने उनको बाग में पकड़ लिया। तीनों को डांट लगाई और उनके स्कूल बैग जब्त कर परिजनों को बुलाकर लाने के लिए कहा। इससे वे डर गए और घर न जाकर सीधे झांसी रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां 20 रुपए देकर अपनी दो साइकिल स्टैंड में खड़ी कर दी। फिर शाम को इटावा पैसेंजर ट्रेन में बैठकर ग्वालियर के लिए रवाना हो गए। रोते हुए पिता से बोले- अपहरण हो गया शाम को तीनों घर नहीं आए तो परिजनों ने तलाश शुरू कर दी। आसपास के एरिया में ढूंढ़ा और स्कूल जाकर देखा। गांव के पास नदी किनारे देखा, मगर तीनों का कोई सुराग नहीं लग पाया। इससे परिजन डर गए। इधर, तीनों छात्र रात करीब 12 बजे ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। वहां किसी से फोन लेकर एक छात्र ने अपने पिता को फोन लगाया और अपहरण की झूठी कहानी बताई। छात्र रोते हुए पिता से बोला- काले रंग की कार में कुछ बदमाश आए और मुंह में रूमाल सुंघाकर तीनों का अपहरण कर ले गए। यह सुनते ही परिजनों के होश उड़ गए। वे सीधे रक्सा थाना पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन निकाली तो ग्वालियर रेलवे स्टेशन की मिली। बातों में उलझाकर पुलिस परिजनों को लेकर ग्वालियर पहुंची। यहां तीनों रेलवे स्टेशन के पास मिले। पुलिस ने परिजनों को सौंपा रक्सा थानाध्यक्ष परमेंद्र सिंह ने बताया कि तीनों छात्रों को झांसी लाया गया। उनको परिजनों के हवाले कर दिया गया। तीनों छात्र घूमने के मकसद से ग्वालियर गए थे।